प्रयागराज : संगमनगरी के नगर देवता वेणी माधव भगवान का मंदिर जनवरी 2025 में लगने वाले महाकुंभ मेले में बदले हुए स्वरूप में दिखेगा. इस प्राचीन मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए शासन से मंजूरी मिल गई है. इसके साथ ही निर्माण कार्य के लिए बजट जारी कर दिया गया है. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह का कहना है कि पौराणिक महत्व वाले प्राचीन वेणी माधव मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए मंजूरी मिल गई है और महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं को दर्शन-पूजन करने के दौरान किसी प्रकार की दिक्कत न हो, उसी प्रकार से व्यवस्था की जा रही है. मंदिर में प्रवेश द्वार के साथ ही पूजा पाठ और भजन करने के लिए स्थान बनाया जाएगा. इसके साथ ही सोलर लाइट्स और पीने के पानी की बेहतर व्यवस्था की जाएगी.
पुराणों और रामायण में वेणी माधव मंदिर का वर्णन : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार महाकुम्भ मेले से पहले प्रयागराज के प्राचीन और पौराणिक महत्व वाले मंदिरों का सौदर्यीकरण और जीर्णोद्धार कर रही है. इसी कड़ी में त्रिवेणी की नगरी कही जाने वाली संगमनगरी के नगर देवता वेणी माधव मंदिर का सौन्दर्यीकरण किया जाएगा.बता दें कि प्रयागराज में द्वादश माधव हैं, जिनके मंदिर 12 अलग-अलग स्थानों पर स्थित हैं.इन बारह माधव में दारागंज स्थित वेणी माधव के मंदिर को प्रधान देवता भी कहा जाता है. मान्यता है कि वेणी माधव मंदिर में भगवान राम भी दर्शन करने आए थे. इसका विवरण रामचरित मानस में भी मिलता है. यही नहीं, ऐसी भी मान्यता है कि संगम स्नान के बाद वेणी माधव भगवान का दर्शन करने के बाद ही संगम यात्रा पूरी मानी जाती है. प्रयागराज में हर साल लगने वाले माघ मेला और महाकुम्भ मेला में प्रयागराज आने वाले अधिकतर श्रद्धालू वेणी माधव भगवान का भी दर्शन करने जरूर आते हैं.
ये सुविधाएं की जाएंगी विकसित : वेणी माधव मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्था की जाएगी. भीड़ नियंत्रित करने के लिए दो बड़े गेट बनाए जाएंगे. क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह ने बताया कि 3 मीटर और 5 मीटर लंबाई के दो प्रवेश द्वार बनाए जाएंगे, जिससे मंदिर परिसर में भीड़ एकत्र न हो सके. इसके साथ ही श्रद्धालुओं के बैठने के लिए यहां यात्री शेड का भी निर्माण करवाया जाएगा. वेणी माधव मंदिर के अंदर पीने के पानी के लिए आरओ प्लांट लगाया जाएगा. मंदिर की बाहर की दीवारों की क्लैडिंग रेड स्टोन से की जाएगी. इसके अलावा मंदिर को सौर ऊर्जा से जगमग करने वाली लाइट्स लगाई जाएगी. इन सभी कार्यों के लिए सरकार की तरफ से पहली किस्त के रूप में 1 करोड़ 64 लाख रुपये जारी भी कर दिए गए हैं.
2 करोड़ से अधिक की लागत से होगा सौंदर्यीकरण : पर्यटन विभाग की तरफ से 2 करोड़ 9 लाख 35 हजार की लागत से इस पौराणिक मंदिर को भव्य स्वरूप दिए जाने की तैयारी है. मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए शासन से बजट की मंजूरी मिलने के साथ ही आधी से ज्यादा रकम भी जारी भी कर दी गई है. 25 अगस्त को सरकार की तरफ से इस मंदिर के विकास कार्य के बजट जारी कर दिया गया है, लेकिन 15 दिन बीतने के बाद भी अभी मंदिर के सौंदर्यीकरण का काम शुरू नहीं हुआ है. वहीं वेणी माधव मंदिर से जुड़े लोगों में इस बात की खुशी है कि नगर देवता के मंदिर का सौंदर्यीकरण करवाया जाएगा. हालांकि शासन से बजट जारी होने के बावजूद मंदिर में किसी प्रकार का निर्माण कार्य क्यों नहीं शुरू हुआ इसको लेकर उन्हें भी जानकारी नहीं है. जबकि क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह का कहना है महाकुम्भ से पहले सभी कार्य पूरे हो जाएंगे.