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दिन ब दिन बढ़ रहे सब्जियों के रेट, टमाटर के बढ़े भाव तो प्याज भी रुला रहा. गरीब लोगों की थाली से सब्जियां गायब - VEGETABLE PRICES INCREASED

सब्जियों के बढ़ते दाम ने गरीब लोगों को सब्जी न खाने पर मजबूर कर दिया है. गरीबों ने सब्जिया खरीदना बंद कर दिया.

Vegetable prices increased
Vegetable prices increased (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Oct 15, 2024, 3:54 PM IST

Updated : Oct 15, 2024, 4:28 PM IST

Vegetable prices increased (Etv Bharat)

नूंह: हरियाणा में इन दिनों सब्जियों के रेट उछाल पर है. मेवात में टमाटर और प्याज की बढ़ती हुई कीमत ने थाली का जायका बिगाड़ दिया है. प्याज और टमाटर की कीमतों में एकाएक बढ़ोतरी हुई है. टमाटर के दाम बढ़ने से ग्राहक सब्जी की दुकानों पर टमाटर और प्याज खरीदना बंद कर चुके हैं. इसके अलावा, हरी सब्जियों के दाम भी बढ़ रहे हैं. लहसुन, हरा धनिया 400 के पार है. टमाटर का दाम बढ़ने का कारण स्थानीय इलाके से फसल का नहीं आना बताया गया है. टमाटर बेंगलुरु से तो प्याज की सप्लाई नासिक व राजस्थान से आ रही है. जिस वजह से दोनों सब्जियों के दाम पिछले माह की अपेक्षा कई गुना बढ़े हैं.

लहसुन के रेट हाई: एक किलो टमाटर जहां पिछले महीने 40-50 रुपये किलो था. वहीं, इसके दाम डेढ़ सौ रुपये किलो हो गए हैं. प्याज के रेट में दोगुना इजाफा हुआ है. प्याज मंडी में इस वक्त 80-100 किलो तक मिल रही है. लहसुन में भी दोगुना से ज्यादा इजाफा हुआ है. लहसुन 200 प्रति किलो से बढ़कर 400 पार कर चुका है. इसके अलावा, अन्य सब्जियों के दामों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है.

गरीब लोगों ने सब्जी खरीदना किया बंद: कृषि जानकार कहते हैं, कि अभी मेवात में टमाटर व प्याज की आवक मंडियों में शुरू नहीं हुई है. स्थानीय स्तर पर होने वाली सब्जी की आवक जल्द शुरू होगी. जिसमें टमाटर व प्याज भी शामिल हैं. स्थानीय सब्जी मंडियों में आना शुरू होते ही सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी. लेकिन अभी सब्जियों के जो रेट हैं. ऐसे में गरीब लोगों का जीना दुश्वार है. रोजमर्रा कमाने वाले लोग सब्जियां खरीदने से कतरा रहे हैं. क्योंकि एक दिन की मजदूरी इतनी नहीं होती कि जिससे एक किलो लहसुन व एक किलो प्याज खरीदे जा सके. दस दिनों के भीतर सब्जी की कीमतों में दोगुना फर्क आया है.

ये भी पढ़ें: महिलाओं ही नहीं पुरुषों के लिए भी फायदेमंद है ये औषधि, डॉक्टर से जानिए कि क्या है इसे खाने का सही तरीका - Benefits Of Asparagus

ये भी पढ़ें:सब्जियों के रेट में जबरदस्त उछा ल, सेब से महंगा बिक रहा टमाटर, आसमान छूने लगे लहसुन-प्याज के दाम

Vegetable prices increased (Etv Bharat)

नूंह: हरियाणा में इन दिनों सब्जियों के रेट उछाल पर है. मेवात में टमाटर और प्याज की बढ़ती हुई कीमत ने थाली का जायका बिगाड़ दिया है. प्याज और टमाटर की कीमतों में एकाएक बढ़ोतरी हुई है. टमाटर के दाम बढ़ने से ग्राहक सब्जी की दुकानों पर टमाटर और प्याज खरीदना बंद कर चुके हैं. इसके अलावा, हरी सब्जियों के दाम भी बढ़ रहे हैं. लहसुन, हरा धनिया 400 के पार है. टमाटर का दाम बढ़ने का कारण स्थानीय इलाके से फसल का नहीं आना बताया गया है. टमाटर बेंगलुरु से तो प्याज की सप्लाई नासिक व राजस्थान से आ रही है. जिस वजह से दोनों सब्जियों के दाम पिछले माह की अपेक्षा कई गुना बढ़े हैं.

लहसुन के रेट हाई: एक किलो टमाटर जहां पिछले महीने 40-50 रुपये किलो था. वहीं, इसके दाम डेढ़ सौ रुपये किलो हो गए हैं. प्याज के रेट में दोगुना इजाफा हुआ है. प्याज मंडी में इस वक्त 80-100 किलो तक मिल रही है. लहसुन में भी दोगुना से ज्यादा इजाफा हुआ है. लहसुन 200 प्रति किलो से बढ़कर 400 पार कर चुका है. इसके अलावा, अन्य सब्जियों के दामों में भी भारी बढ़ोतरी हुई है.

गरीब लोगों ने सब्जी खरीदना किया बंद: कृषि जानकार कहते हैं, कि अभी मेवात में टमाटर व प्याज की आवक मंडियों में शुरू नहीं हुई है. स्थानीय स्तर पर होने वाली सब्जी की आवक जल्द शुरू होगी. जिसमें टमाटर व प्याज भी शामिल हैं. स्थानीय सब्जी मंडियों में आना शुरू होते ही सब्जियों के दाम में गिरावट आएगी. लेकिन अभी सब्जियों के जो रेट हैं. ऐसे में गरीब लोगों का जीना दुश्वार है. रोजमर्रा कमाने वाले लोग सब्जियां खरीदने से कतरा रहे हैं. क्योंकि एक दिन की मजदूरी इतनी नहीं होती कि जिससे एक किलो लहसुन व एक किलो प्याज खरीदे जा सके. दस दिनों के भीतर सब्जी की कीमतों में दोगुना फर्क आया है.

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Last Updated : Oct 15, 2024, 4:28 PM IST
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