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हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी का ऐलान, 10 फरवरी से बंद हो सकती है प्रदेश भर की सब्जी मंडियां

Vegetable Market in Bhiwani: हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी ने सरकार को अल्टीमेटम दिया है कि अगर उनकी मांगें नहीं मानी गई तो प्रदेश भर की सब्जी मंडियां 10 फरवरी से बंद हो सकती हैं. आखिर आढ़ती संगठन की क्या मांगें हैं जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर.

haryana vegetable market organization demand Strike
हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी का ऐलान
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : Feb 4, 2024, 2:15 PM IST

हरियाणा में 10 फरवरी से सब्जी मंडी बंद रखने का ऐलान.

भिवानी: हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की ओर से सब्जी एवं फल व्यापारियों पर थोपी गई मार्केट फीस के विरोध में आढ़तियों का विरोध जारी है. हरियाणा आढ़ती संगठन ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने अपने वादे अनुसार 8 फरवरी तक थोपी गई मार्केट फीस वापस नहीं लेती है तो 10 फरवरी से प्रदेश भर की मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी. हड़ताल के चलते नागरिकों को होने वाली परेशानियों के लिए सरकार जिम्मेदार होगी.

क्या है मामला?: हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी के प्रदेश उपप्रधान पुरुषोत्तम बुद्धिराजा ने भिवानी सब्जी मंडी में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बीजेपी सरकार द्वारा कोरोना काल में फल एवं सब्जी व्यापारियों पर 2 फीसदी ड्यूटी लगाई थी. उन्होंने कहा कि अब एक मुश्त फीस व्यापारियों से मांगी जा रही है. यह पिछले साल के मुकाबले करीब 50 फीसदी अधिक है. अग्रिम तौर पर मांगी जा रही फीस के तहत आढ़तियों को 5 से 7 लाख रुपए सालाना देने पड़ेंगे जो बहुत अधिक है.

10 फरवरी से मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल: हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी के प्रदेश उपप्रधान ने कहा कि इतनी मोटी रकम देना आढ़तियों के लिए आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि इस फैसले के विरोध में 20 दिसंबर 2023 को फल एवं सब्जी विक्रेताओं ने रोष जताते हुए सांकेतिक हड़ताल की थी. उस समय प्रदेश के कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया था कि मार्केट फीस हटा ली जाएगी, लेकिन आज तक वे वादा नहीं निभा पाए हैं. सरकार के इसी वादाखिलाफी के विरोध में 1 फरवरी को रोहतक में आयोजित प्रदेश स्तरीय मीटिंग में फैसला लिया गया कि यदि सरकार 8 फरवरी तक फल एवं सब्जी व्यापारियों पर थोपी गई मार्केट फीस नहीं हटाती है तो 10 फरवरी से प्रदेश भर की सब्जी मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी.

सरकार से हरियाणा आढ़ती संगठन की मांग: पुरुषोत्तम बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से सरकार का गलत मार्गदर्शन किया जा रहा है. इससे व्यापारियों और सरकार के बीच मतभेद बढ़ाने का काम करेगा. इस फैसले के चलते व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा फल एवं सब्जी व्यापारियों पर थोपे गए टैक्स से सब्जी के भाव बढ़ेंगे. इसका असर पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी की जेब पर पड़ेगा. ऐसे में सरकार इस टैक्स को जल्द से जल्द वापस ले. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार फल एवं सब्जी व्यापारियों पर थोपे गए टैक्स को वापस नहीं लेती है तो मजबूरन उन्हें प्रदेश से पलायन करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी सरकार उनकी मांग सुनती है तो आने वाले चुनाव के समय वे भी बीजेपी की सुनेंगे.

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हरियाणा में 10 फरवरी से सब्जी मंडी बंद रखने का ऐलान.

भिवानी: हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड की ओर से सब्जी एवं फल व्यापारियों पर थोपी गई मार्केट फीस के विरोध में आढ़तियों का विरोध जारी है. हरियाणा आढ़ती संगठन ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि सरकार ने अपने वादे अनुसार 8 फरवरी तक थोपी गई मार्केट फीस वापस नहीं लेती है तो 10 फरवरी से प्रदेश भर की मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी. हड़ताल के चलते नागरिकों को होने वाली परेशानियों के लिए सरकार जिम्मेदार होगी.

क्या है मामला?: हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी के प्रदेश उपप्रधान पुरुषोत्तम बुद्धिराजा ने भिवानी सब्जी मंडी में मीडिया से बातचीत के दौरान बताया कि बीजेपी सरकार द्वारा कोरोना काल में फल एवं सब्जी व्यापारियों पर 2 फीसदी ड्यूटी लगाई थी. उन्होंने कहा कि अब एक मुश्त फीस व्यापारियों से मांगी जा रही है. यह पिछले साल के मुकाबले करीब 50 फीसदी अधिक है. अग्रिम तौर पर मांगी जा रही फीस के तहत आढ़तियों को 5 से 7 लाख रुपए सालाना देने पड़ेंगे जो बहुत अधिक है.

10 फरवरी से मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल: हरियाणा आढ़ती संगठन सब्जी मंडी के प्रदेश उपप्रधान ने कहा कि इतनी मोटी रकम देना आढ़तियों के लिए आसान नहीं है. उन्होंने कहा कि इस फैसले के विरोध में 20 दिसंबर 2023 को फल एवं सब्जी विक्रेताओं ने रोष जताते हुए सांकेतिक हड़ताल की थी. उस समय प्रदेश के कृषि मंत्री ने आश्वासन दिया था कि मार्केट फीस हटा ली जाएगी, लेकिन आज तक वे वादा नहीं निभा पाए हैं. सरकार के इसी वादाखिलाफी के विरोध में 1 फरवरी को रोहतक में आयोजित प्रदेश स्तरीय मीटिंग में फैसला लिया गया कि यदि सरकार 8 फरवरी तक फल एवं सब्जी व्यापारियों पर थोपी गई मार्केट फीस नहीं हटाती है तो 10 फरवरी से प्रदेश भर की सब्जी मंडियों में अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जाएगी.

सरकार से हरियाणा आढ़ती संगठन की मांग: पुरुषोत्तम बुद्धिराजा ने आरोप लगाया कि प्रशासन की ओर से सरकार का गलत मार्गदर्शन किया जा रहा है. इससे व्यापारियों और सरकार के बीच मतभेद बढ़ाने का काम करेगा. इस फैसले के चलते व्यापारियों को परेशानी उठानी पड़ रही है. उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा फल एवं सब्जी व्यापारियों पर थोपे गए टैक्स से सब्जी के भाव बढ़ेंगे. इसका असर पहले से ही महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी की जेब पर पड़ेगा. ऐसे में सरकार इस टैक्स को जल्द से जल्द वापस ले. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार फल एवं सब्जी व्यापारियों पर थोपे गए टैक्स को वापस नहीं लेती है तो मजबूरन उन्हें प्रदेश से पलायन करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी सरकार उनकी मांग सुनती है तो आने वाले चुनाव के समय वे भी बीजेपी की सुनेंगे.

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