लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सक्रिय दक्षिणी पश्चिमी मानसून की वजह से बारिश का सिलसिला जारी है. 30 जिलों में सामान्य से अत्यधिक ज्यादा बारिश हुई है. वहीं पड़ोसी देश नेपाल द्वारा पानी छोड़े जाने से उत्तर प्रदेश के कई इलाके जलमग्न हो गए हैं. बाढ़ की विभीषिका को देखते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज पीलीभीत और लखीमपुर में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई निरीक्षण किया. इसके साथ ही सीएम योगी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों को भी परखा. उत्तर प्रदेश में बाढ़ से गोंडा, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत व कुशीनगर आदि जिले प्रभावित हैं. प्रभावित जिलों में बाढ़ आपदा मोचन बल तथा पीएससी की टीम राहत व बचाव कर में लगी हुई है.
जनपद लखीमपुर खीरी के धौरहरा तहसील में आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) July 10, 2024
जन-जन की सुरक्षा और सेवा हमारी शीर्ष प्राथमिकता भी है, प्रतिबद्धता भी है। pic.twitter.com/jSy1L4NjKq
सीएम ने मोटरबोट और हेलीकॉप्टर से लिया बाढ़ का जायजाः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोटरबोट पर बैठकर बाढ़ की विभीषिका की जमीनी हकीकत को परखा. एनडीआरएफ के मोटरबोट से मुख्यमंत्री ने जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के साथ तहसील धौरहरा, विधानसभा निघासन क्षेत्र अंतर्गत के बाढ़ प्रभावित गांव सौहरिया के मजरा महादेव का जायजा लिया. सीएम ने बाढ़ पीड़ितों को भरोसा दिलाया कि आपदा की इस घड़ी में सरकार आपके साथ खड़ी है. सीएम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि बाढ़ पीड़ितों की मदद में कोई कोर कसर न छोड़ी जाए. जिले के बाढ़ के इलाकों का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हवाई सर्वे भी किया.
जनपद लखीमपुर खीरी में आज बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया।
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बाढ़ प्रभावितों की मदद के लिए राहत और बचाव कार्य युद्धस्तर पर संचालित हो रहे हैं।@UPGovt हर कदम पर प्रभावित परिवारों के साथ है। pic.twitter.com/sIQXQOgkjG
सीएम ने बांटी राहत सामग्रीः शारदा नगर कॉलोनी मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सरकार और प्रशासन पूरी संवेदनशीलता से युद्ध स्तर पर बचाव एवं राहत कार्य में लगा है. बाढ़ के चलते जिनके मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं, उसके लिए भी सरकार 1.20 लाख रुपये तक अनुमन्य धनराशि देगी. यदि किसी का मकान कटान के चलते नदी में विलीन हो गया है तो सरकार उसे आवास और भूमि का पट्टा देगी. जब तक आवास की व्यवस्था नहीं होती तब तक ऐसे लोगों को सरकार की तरफ से संचालित शरणालयों में जगह दी जाएगी. सीएम ने कहा कि किसी भी सूरत में किसी को बेघर नहीं रहने देंगे. इस दौरान पीलीभीत, लखीमपुर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी.
जनपद पीलीभीत के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में राहत एवं बचाव कार्य तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं। सभी प्रभावित परिवारों की सुरक्षा आपकी सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है।
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बाढ़ प्रभावितों के हितों और उनकी सुविधाओं के लिए @UPGovt प्रतिबद्ध है। pic.twitter.com/DoYhttLbaZ
किसानों को मिलेगा मुआवजाः सीएम योगी ने कहा कि जिन किसानों की फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई हैं, उन्हें मुआवजा दिया जाएगा. इसके लिए अभी से सर्वेक्षण भी शुरू करा दिया गया है. आपदा में किसी की मृत्यु होने पर संबंधित के परिवार को चार लाख रुपये तत्काल आर्थिक सहायता देने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है. सांप या अन्य हिंसक जहरीले जानवर के हमले में मृत्य पर भी यह मदद दी जाएगी. बाढ़ के चलते किसी किसान या बटाईदार की मृत्यु पर उसे तत्काल मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना बीमा योजना के तहत पांच लाख रुपये की बीमा से आच्छादित करने का निर्देश प्रशासन को दिया गया है.
आज जनपद पीलीभीत के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण करने के उपरांत वहां संचालित राहत शिविर में प्रभावितों से भेंट कर उनका हालचाल जाना तथा उन्हें हर संभव सहायता के लिए आश्वस्त किया।
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हर परिस्थिति में @UPGovt सदैव आपके साथ है। pic.twitter.com/G1gzBXsTAR
9 दिन में 211 एमएम बारिशः पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 8.7 मिली मीटर के सापेक्ष 2 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो की 77% कम है. वहीं, 1 जून से 9 जुलाई तक अनुमान बारिश 160.8 मिली मीटर के सापेक्ष 211 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो 31% अधिक है. मंगलवार को पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 9.9 के सापेक्ष 1.3 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो 87% कम है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 6.9 के सापेक्ष 2.9 मिली मीटर हुई जो 58% कम है.
21 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी: देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच एवं आसपास इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने की संभावना है. प्रयागराज, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रवि दास नगर, बलिया, संत कबीर नगर, बस्ती, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, बाराबंकी एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है.
यूपी के 36 जिलों में अब तक भारी बारिश: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अब तक 120% से अधिक बारिश वाले जिलों की संख्या 36 है. सामान्य बारिश वाले जिलों की संख्या 16, कम बारिश वाले जिलों की संख्या 9, अत्यधिक कम वर्षा वाले जिलों की संख्या 8 तथा 40% से कम वर्षा वाले जनपद की संख्या 6 है.
खतरे के निशान से ऊपर बहने वाली नदियां: वर्तमान समय में खतरे के जलस्तर से ऊपर बहने वाली नदियां गंगा नदी कछला ब्रिज बदायूं, राप्ती नदी बलरामपुर, शारदा नदी पलिया कला शारदा नगर लखीमपुर खीरी, राप्ती नदी जनपद सिद्धार्थनगर तथा घाघरा बाराबंकी में खतरे से ऊपर बह रही है.
गोंडा में बाढ़ के पानी में बहे चाचा-भतीजेः खोड़ारे थाना के अंतर्गत लक्ष्मीनगर ग्रंट गांव निवासी मंगल प्रसाद के बेटी की मंगलवार 9 जुलाई शाम को शादी थी. शादी में शामिल होने के लिए बस्ती जिले के थाना सोनहा के पानन कुइयां गांव के रहने वाले 35 वर्षीय दिनेश कुमार गौतम अपने 13 वर्षीय भतीजे सूरज भान के साथ विसुही नदी पर बने अमवा घाट पुल से अमवा घाट गांव जा रहे थे. सड़क पर अधिक पानी तेज बहाव होने के कारण मंगलवार रात करीब 8 बजे मोटरसाइकिल के साथ लापता हो गये. जब शादी समारोह में शामिल नहीं हो पाए. दूसरे दिन सुबह परिजनों ने खोजबीन शुरू की, लेकिन उनका पता नहीं चला. बुधवार सुबह आसपास के ग्रामीण ने पानी में डूबा बाइक देखा तो पुलिस को सूचना दी. जिसके बाद बाइक के नंबरों से जानकारी मिलने के बाद परिजनों को सूचना दी. सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ की टीम दोनों की तलाश में जुटी है लेकिन सफलता नहीं मिली.
वाराणसी में दो मछुवारों की मौतः चौबेपुर थाना क्षेत्र के बभनपुरा गांव के सामने निर्माणाधीन पुल के पास गंगा नदी में मछली पकड़ रहे दो मछुवारों की आकाशीय बिजली की चपेट में आने से मौत हो गयी. मरने वालों मछुआरों की पहचान चंदौली के कुंण्डा गांव निवासी रूपलाल साहनी (52) एवं पुन्नू साहनी (32) के रूप में हुई है.
यूपी में अब तक 7 लोगों की वर्षाजनित हादसे में मौत: राहत आयुक्त कार्यालय लखनऊ की जानकारी के अनुसार प्रदेश में पिछले 24 घंटे में कुल 7 जनहानि हुई, जिसमें से एक बिजली गिरने से, एक सांप के काटने से, तथा पांच लोगों की डूबने से मौत हुई है.
लखनऊ में उससभरी गर्मी ने लोगों को किया परेशान: यूपी की राजधानी लखनऊ में मंगलवार को सुबह से ही आसमान साफ रहा. दिन में धूप खिली रही, जिससे उमस वाली गर्मी में वृद्धि हुई दोपहर बाद कुछ स्थानों पर बादलों की आवाजाही भी रही लेकिन उम्र वाली गर्मी में कमी नहीं हुई जिससे लोग उमस भारी भीषण गर्मी का झेलने को मजबूर रहे.
लखनऊ में कितना रहा तापमान: मंगलवार को अधिकतम तापमान 36.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से दो डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. वहीं न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 3 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
लखनऊ में आज होगी झमाझम बारिश: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार बुधवार को लखनऊ में बादलों की आवाजाही रहेगी. कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 36 व न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि आगामी तीन दिन तक उत्तर प्रदेश में कुछ जगहों पर भारी तो कुछ जगहों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. बारिश का सिलसिला आगामी 7 दिन तक जारी रहेगा. इस दौरान अगले दो दिन में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि दर्ज की जाएगी. उसके बाद तीन से लेकर 6 डिग्री सेल्सियस की कमी होगी. न्यूनतम तापमान में विशेष बदलाव नहीं होगा.
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