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कानपुर नजूल भूमि कब्जाकांड; फरार 8 आरोपियों की गिरफ्तारी पर अब 50-50 हजार का इनाम, पुलिस ने बढ़ाई सख्ती - Kanpur Nazul land encroachment case

नजूल भूमिक कब्जाकांड में 2 आरोपी सलाखों के पीछे हैं. जबकि 8 आरोपियों के बारे में पुलिस को कोई सुराग नहीं मिल रहा है. पुलिस ने इनकी गिरफ्तारी पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया था. अब इनाम की राशि बढ़ा दी गई है.

पुलिस ने फरार आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ा दी है.
पुलिस ने फरार आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ा दी है. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 27, 2024, 12:51 PM IST

कानपुर : कुछ दिनों पहले शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में नजूल की 1000 करोड़ की भूमि पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया था. मामले में कोतवाली पुलिस की ओर से कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित समेत कई अन्य पर एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में अभी तक पुलिस की ओर से जहां दो आरोपियों-अवनीश दीक्षित व राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. वहीं अन्य पर पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित किया था. अब डीसीपी पूर्वी की ओर से सभी फरार 8 आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये कर दी गई.

डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि अली अब्बास, विंसेंट विक्रम उर्फ विक्की चार्ल्स, संदीप शुक्ला, अर्पण एरियल, नौरिस एरियल अभिषेक एरियल, हरेंद्र मसीह व जीते झा की गिरफ्तारी पर पहले 25-25 हजार का इनाम घोषित था. अब इसे बढ़ाकर 50-50 हजार कर दिया गया है.

ऐपीफैनी कंपाउंड बेचने वालों पर भी दर्ज होगा मुकदमा : सिविल लाइंस के अलावा जिला प्रशासन के अफसरों को कुछ दिनों पहले यह जानकारी मिल गई थी कि शहर के चुन्नीगंज थाना क्षेत्र स्थित ऐपीफैनी स्कूल कंपाउंड की नजूल की जमीन पर भी अवैध कब्जे कर प्लाटिंग की गई और उन्हें बेचा गया. अब जिला प्रशासन के अफसरों ने प्लाटिंग कर खरीद व बिक्री करने वालों पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली है.

प्रशासनिक अफसरों का मानना है कि 1 से 2 दिन में ही मुकदमे की कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी. हालांकि राहत की बात यह है कि पुलिस आयुक्त का कहना है कंपाउंड में तमाम लोगों ने जमीनें खरीदी हैं. इन खरीदारों को एक मौका दिया जाएगा, क्योंकि खरीदारों को धोखा देकर सरकारी जमीन बेची गई.

ऐसे में खरीदार अगर तहरीर देंगे तो उनकी तहरीर पर भी मुकदमे दर्ज होंगे. इस पूरे मामले पर भी जिलाधिकारी राकेश सिंह व पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने कार्रवाई को लेकर सारी योजना तैयार कर ली है. कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों का कहना है कि पहले चरण में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. जिन्होंने सरकारी जमीन को बेचा है.

दरअसल कुछ दिनों पहले ही जिला प्रशासन की ओर से चुन्नी गंजी स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड की जमीन को भी सरकारी जमीन में दर्ज कर लिया गया था. यहां पर कुल 30000 वर्ग मीटर जमीन पर प्रशासनिक अफसरों को कब्जे मिले थे. इसमें कानपुर के एक पूर्व मंत्री द्वारा भी दो प्लॉट खरीदे जाने का मामला काफी चर्चा में था.

यह भी पढ़ें : मां के आंचल से 5 साल के बच्चे को छीन ले गया भेड़िया, मिटाई अपनी भूख, अब तक 8 लोगों की ले चुका जान, बहराइच में घूम रहा खूनी भेड़िया

कानपुर : कुछ दिनों पहले शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र में नजूल की 1000 करोड़ की भूमि पर अवैध कब्जे का मामला सामने आया था. मामले में कोतवाली पुलिस की ओर से कानपुर प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित समेत कई अन्य पर एफआईआर दर्ज की गई थी. इस मामले में अभी तक पुलिस की ओर से जहां दो आरोपियों-अवनीश दीक्षित व राहुल वर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है. वहीं अन्य पर पुलिस ने 25-25 हजार का इनाम घोषित किया था. अब डीसीपी पूर्वी की ओर से सभी फरार 8 आरोपियों पर इनाम की राशि बढ़ाकर 50-50 हजार रुपये कर दी गई.

डीसीपी पूर्वी एसके सिंह ने बताया कि अली अब्बास, विंसेंट विक्रम उर्फ विक्की चार्ल्स, संदीप शुक्ला, अर्पण एरियल, नौरिस एरियल अभिषेक एरियल, हरेंद्र मसीह व जीते झा की गिरफ्तारी पर पहले 25-25 हजार का इनाम घोषित था. अब इसे बढ़ाकर 50-50 हजार कर दिया गया है.

ऐपीफैनी कंपाउंड बेचने वालों पर भी दर्ज होगा मुकदमा : सिविल लाइंस के अलावा जिला प्रशासन के अफसरों को कुछ दिनों पहले यह जानकारी मिल गई थी कि शहर के चुन्नीगंज थाना क्षेत्र स्थित ऐपीफैनी स्कूल कंपाउंड की नजूल की जमीन पर भी अवैध कब्जे कर प्लाटिंग की गई और उन्हें बेचा गया. अब जिला प्रशासन के अफसरों ने प्लाटिंग कर खरीद व बिक्री करने वालों पर मुकदमा दर्ज करने की तैयारी कर ली है.

प्रशासनिक अफसरों का मानना है कि 1 से 2 दिन में ही मुकदमे की कार्रवाई पूरी कर ली जाएगी. हालांकि राहत की बात यह है कि पुलिस आयुक्त का कहना है कंपाउंड में तमाम लोगों ने जमीनें खरीदी हैं. इन खरीदारों को एक मौका दिया जाएगा, क्योंकि खरीदारों को धोखा देकर सरकारी जमीन बेची गई.

ऐसे में खरीदार अगर तहरीर देंगे तो उनकी तहरीर पर भी मुकदमे दर्ज होंगे. इस पूरे मामले पर भी जिलाधिकारी राकेश सिंह व पुलिस आयुक्त अखिल कुमार ने कार्रवाई को लेकर सारी योजना तैयार कर ली है. कमिश्नरेट पुलिस के आला अफसरों का कहना है कि पहले चरण में उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. जिन्होंने सरकारी जमीन को बेचा है.

दरअसल कुछ दिनों पहले ही जिला प्रशासन की ओर से चुन्नी गंजी स्थित ऐपीफैनी कंपाउंड की जमीन को भी सरकारी जमीन में दर्ज कर लिया गया था. यहां पर कुल 30000 वर्ग मीटर जमीन पर प्रशासनिक अफसरों को कब्जे मिले थे. इसमें कानपुर के एक पूर्व मंत्री द्वारा भी दो प्लॉट खरीदे जाने का मामला काफी चर्चा में था.

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