फतेहपुर: यूपी के जनपद फतेहपुर की डीएम सी. इंदुमती ने एक फरियादी को थप्पड़ जड़ दिया. साथ ही फटकार लगाते हुए कहा कि 'दिखाई नहीं दे रहा है, मैं खड़ी हूं और तू धक्का देकर आगे निकल रहा है'. इस दौरान डीएम इंदुमती काफी गुस्से में नजर आईं.
घटना सोमवार की है. जब डीएम डूडा कार्यालय का निरीक्षण कर रही थीं. इस दौरान एक फरियादी भी वहां पहुंचा. वह आगे निकलने लगा तो डीएम को हल्का सा धक्का लग गया. धक्का लगते ही डीएम बिफर गईं और उन्होंने फरियादी को थप्पड़ जड़ दिया.
इसके बाद बोलीं- 'दिमाग खराब है क्या? कौन हो तुम, किस काम से आए थे, ऐसे धक्का देकर जाओगे. काम अगर वहां हैं तो यहां क्या कर रहे हो.' इसके बाद पास खड़े पुलिस कर्मी से कहती हैं कि बैठाओ इनको. यह वीडियो डूडा ऑफिस में निरीक्षण के दौरान का बताया जा रहा है. हालांकि Etv भारत इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है.
डीएम डूडा कार्यालय का निरीक्षण करने गई थीं: दरअसल, सोमवार को डीएम सी. इंदुमती अचानक डूडा कार्यालय का निरीक्षण करने के लिए पहुंची थीं. उनके साथ एडीएम (प्रशासन) अवनीश त्रिपाठी, एडीएम (वित्त) विनय पाठक और एसडीएम सदर भी थे. अफसरों ने पहले सब-रजिस्ट्रार और डूडा कार्यालय का दौरा किया.
डीएम के अचानक निरीक्षण करने से मची अफरातफरी: डीएम के अचानक आने से कार्यालयों में अफरा-तफरी मच गई. कुछ संदिग्ध लोगों को पुलिस के हवाले किया गया और कई लोग भागते नजर आए. डीएम ने सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में पुराने दस्तावेजों की जांच की. बैनामा कराने आए लोगों से पूछताछ की. परिसर में गंदगी मिलने पर सब-रजिस्ट्रार को फटकार लगाई.
डीएम ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की दी हिदायत: एडीएम अवनीश त्रिपाठी ने बताया कि सब-रजिस्ट्रार कार्यालय में मिली शिकायतों के चलते यह निरीक्षण किया गया. कुछ संदिग्ध लोग पाए गए थे, जिन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया. डीएम ने सभी कार्यालयों की व्यवस्था दुरुस्त करने और भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने की सख्त हिदायत दी है.
तमिलनाडु की रहने वाली हैं डीएम सी इंदुमती: बता दें कि 2012 बैच की IAS अधिकारी सी इंदुमती तमिलनाडु के पूलमपट्टी गांव की रहने वाली हैं. 1 अक्टूबर 1984 को जन्मी सी. इंदुमती ने इंजीनियरिंग की हुई है. इसके बाद यूपीएससी की परीक्षा में 151वीं रैंक हासिल की थी. 2016 से 2017 के बीच सी. इंदुमति जनपद फतेहपुर की मुख्य विकास अधिकारी भी रह चुकी हैं.
आरोपी युवक सर्वेयर के रूप में काम करता था, जिसे हटा दिया गया था: वहीं मामला तूल पकड़ने पर जिला अधिकारी कार्यालय की ओर से प्रेस नोट जारी कर बताया गया कि, डूडा कार्यालय के निरीक्षण के दौरान एक व्यक्ति गैलरी में जिलाधिकारी को धक्का देते हुए बाहर निकलने का प्रयास कर रहा था. जिसे रोक कर पूछताछ की गई, लेकिन उसकी ओर से कार्यालय आने के संबंध में कोई संतोषजनक जबाव नहीं दिया गया. डूडा के अधिकारियों से पूछताछ पर पता चला की यह शख्स पूर्व में सर्वेयर के रूप में कार्यरत था, जिसे कदाचार की शिकायतें मिलने पर हटा दिया गया था.
थप्पड़ खाने वाले युवक के खिलाफ मुकदमा: वहीं इस थप्पड़कांड में अब थप्पड़ खाने वाले शख्स पर ही मामला दर्ज कर लिया गया है. सिद्धांत प्रताप सिंह की तहरीर पर उसके खिलाफ सदर कोतवाली में एफआईआर दर्ज की गई है. जिसमें अपमानित करने या परेशान करने के लिए गंदे शब्दों या अपमानजनक भाषा का प्रयोग करना. किसी अन्य व्यक्ति को शारीरिक नुकसान या संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की धमकी देने का आरोप लगाया गया है.
सर्वेयर अतुल कुमार ने डीएम से मांगी माफी: सर्वेयर अतुल कुमार ने यह स्वीकारा कि डीएम के छापा मारने की जानकारी के साथ वह जल्दबाजी में हड़बड़ाकर बाहर निकल रहा था, तभी गैलरी में खड़ीं डीएम के धक्का लग गया. वह डर के कारण भागने लगा. इसके लिए उसने डीएम से माफी मांग ली है.
डीएम बोलीं, थप्पड़ मारने जैसी कोई घटना नहीं हुई: डीएम सी इंदुमती का कहना है कि कुछ विभागों की लगातार शिकायतें मिल रही थीं. इसलिए बिना बताए अचानक निरीक्षण किया जा रहा है. सोमवार को जब डूडा कार्यालय पहुंचे तो एक व्यक्ति भागने लगा. उसकी तरफ इशारा कर पुलिस कर्मियों से पकड़ने को कहा था. थप्पड़ मारने जैसी कोई बात नहीं है. छापेमारी के दौरान पूछने पर पता चला कि ये सर्वेयर था जिसे हटाया जा चुका है. सर्वेयर ने धक्का मार दिया जिस पर उन्होंने सर्वेयर को डांटते हुए कहा था कि महिला को धक्का मारता है.
ये भी पढ़ेंः जनता दरबार से निकलते ही CM योगी के आवास के बाहर महिला ने लगा ली आग, 90% जली; गोद में था बच्चा