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अगले साल तक हाईटेक हो जाएंगे यूपी के 40 रेलवे स्टेशन, अमृत भारत योजना के तहत हो रहा कायाकल्प - UP railway stations became hi tech

अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत उत्तर प्रदेश के 40 रेलवे स्टेशन हाईटेक हो जाएंगे. इसे अगले साल के जून तक बनाने की तैयारी है.

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यूपी के 40 रेलवे स्टेशन होगें हाइटेक (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 16, 2024, 11:31 AM IST

लखनऊ: उत्तर रेलवे के दायरे में देश के किसी भी मंडल के सबसे ज्यादा रेलवे स्टेशन आते हैं. उत्तर रेलवे के अंतर्गत यूपी में कुल 44 रेलवे स्टेशन हैं. इनमें से 40 रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत तेजी से कायाकल्प कराया जा रहा है. अगले साल जून माह तक यह सभी 40 स्टेशन हाइटेक हो जाएंगे. यहां पर यात्रियों को तमाम ऐसी सुविधाएं मिलेंगी, जो अब तक स्टेशनों पर नहीं मिलती थीं. इन 40 स्टेशनों में लखनऊ के भी स्टेशन शामिल हैं. इन स्टेशनों पर तेजी से काम हो रहा है. इन वर्ल्ड क्लास स्टेशनों पर पेसेजंर्स की सुविधाओं का खास ख्याल रखा जाएगा.

डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने दी जानकारी (etv bharat)
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का रेलवे स्टेशनों के विकास पर पूरा फोकस है. रेलवे के अभी तक के इतिहास में उतना काम पहले कभी नहीं हुआ, जितना वर्तमान में हो रहा है. जहां तक बात रेलवे स्टेशनों के सौंदर्यीकरण की करें, तो छोटे स्टेशनों से लेकर बड़े स्टेशनों को संवारा जा रहा है. यात्री सुविधा की दृष्टि से वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन तैयार कराए जा रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर आने वाले अगले 50 सालों को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. देश भर में कुल 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास पर सरकार खास ध्यान दे रही है. इनमें आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को भी काफी कुछ मिल रहा है.

उत्तर प्रदेश में अगर रेलवे स्टेशनों के रि डेवलपमेंट की बात की जाए, तो 56 ऐसे स्टेशनों को चिन्हित किया गया है, जहां पर अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत काम किया जा रहा है. इन स्टेशनों में 44 रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अंतर्गत, तो 12 रेलवे स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत आते हैं. इन स्टेशनों के विकास पर कई हजार करोड रुपये का बजट सरकार की तरफ से रेलवे प्रशासन को मुहैया कराया गया है. रेलवे के अधिकारियों का दावा है, कि अगले साल जून माह से लेकर अगस्त माह तक इन स्टेशनों पर वर्ल्ड क्लास यात्री सुविधाएं नजर आने लगेंगी.

इसे भी पढ़े-अब चारबाग आउटर पर खड़ी नहीं रहेंगी ट्रेनें, लखनऊ से अयोध्या तक सिग्नलिंग प्रणाली हुई दुरुस्त, समय से चलेगी ट्रेन - Charbagh Railway Station

इन सुविधाओं का विस्तार, होगा दशा में सुधार: रेलवे स्टेशनों के रि डेवलपमेंट के लिए बनी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारतीय रेल के 508 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है. स्टेशन की बिल्डिंग में सुधार, शहर के दोनों हिस्सों के साथ स्टेशन एकीकृत बनेंगे. स्टेशनों की सुन्दरता के लिए आकर्षक लाइटिंग लगेगी.

चारबाग स्टेशन के रि डेवलपमेंट पर खर्च होंगे 494 करोड़: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर रेलवे के वैसे तो 44 स्टेशनों को शामिल किया गया है. इनमें लखनऊ के भी स्टेशन शामिल हैं. 44 रेलवे स्टेशनों की सूची में लखनऊ के कायाकल्प पर 494 करोड रुपए खर्च किए जाने हैं. अन्य स्टेशनों में अमेठी, दर्शन नगर, बाराबंकी जंक्शन, भदोही, जौनपुर जंक्शन, शाहगंज जंक्शन, जंघई जंक्शन, उतरेटिया जंक्शन, प्रतापगढ़ जंक्शन, प्रयाग, फूलपुर , रायबरेली जंक्शन, सुल्तानपुर जंक्शन, उन्नाव जंक्शन और काशी स्टेशन शामिल हैं.

पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशन: पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशन इस योजना में शामिल हैं. पूर्वोत्तर रेलवे पर वाराणसी मण्डल के वाराणसी सिटी, बनारस, बलिया, आजमगढ़ और देवरिया सदर, लखनऊ मण्डल के बस्ती, बादशाह नगर, ऐशबाग और सीतापुर और इज्जतनगर मण्डल के लालकुआं, कासगंज और फर्रुखाबाद स्टेशन शामिल हैं. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है.

किस स्टेशन पर खर्च होंगे कितने करोड़: लखनऊ 494 करोड़. अमेठी 22.7, करोड़ दर्शन नगर 21.9 करोड़, बाराबंकी जंक्शन 33.4 करोड़, भदोही 22.5 करोड़, जौनपुर जंक्शन 38.7 करोड़, शाहगंज जंक्शन 20.3 करोड़, जंघई जंक्शन 28.4 करोड़, उतरेटिया जंक्शन 36 करोड़, प्रतापगढ़ जंक्शन 32.6 करोड़, प्रयाग जंक्शन 38.6 करोड़, फूलपुर 21.4 करोड़, रायबरेली जंक्शन 40.7 करोड़, सुल्तानपुर जंक्शन 36.9 करोड़, उन्नाव जंक्शन 29.8 करोड़, काशी 350 करोड़. गौरीगंज 11.42 करोड़, मोहनलालगंज 7.24 करोड़, बछरावां 6.74 करोड़, मडियाहूं 11.74 करोड़, चिलबिला 12.39 करोड़, बादशाहपुर 8.94 करोड़, लोहता 14.20 करोड़, व्यासनगर 9.99 करोड़, शिवपुर 11.50 करोड़, अकबरपुर जंक्शन 16.02 करोड़, बाबतपुर 10.22 करोड़, जाफराबाद 9.39 करोड़, निहालगढ़ 12.64 करोड़, हैदरगढ़ 22.5 करोड़, जौनपुर सिटी 24.34 करोड़, श्री कृष्णा नगर 26.43 करोड़, भरत कुंड 174 करोड़, लंभुआ 11.89 करोड़, कानपुर पुल वाया किनारा 30.71 करोड़, मानक नगर जंक्शन 16.52 करोड़, मल्हौर जंक्शन 43.73 करोड़, फाफामऊ जंक्शन 28.37 करोड़, ऊंचाहार 19.16 करोड़, कुंडा हरनामगंज 10.59 करोड़, लालगंज 10.65 करोड़, तकिया 10.59 करोड़, अयोध्या 240.89 करोड़

क्या कहते हैं डीआरएम: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा का कहना है, कि उत्तर रेलवे के जो 40 रेलवे स्टेशन, अमृत भारत स्टेशन स्कीम में शामिल हैं. इन सभी स्टेशनों पर तेजी से काम चल रहा है. अगले साल जून से अगस्त माह तक सभी स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे. यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

यह भी पढ़े-रेल यात्रियों के लिए खुशखबरी : ट्रेनों में बढ़ेंगे स्लीपर और जनरल कोच, पूर्वोत्तर रेलवे ने शुरू की तैयारी - Good news for railway passengers

लखनऊ: उत्तर रेलवे के दायरे में देश के किसी भी मंडल के सबसे ज्यादा रेलवे स्टेशन आते हैं. उत्तर रेलवे के अंतर्गत यूपी में कुल 44 रेलवे स्टेशन हैं. इनमें से 40 रेलवे स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत तेजी से कायाकल्प कराया जा रहा है. अगले साल जून माह तक यह सभी 40 स्टेशन हाइटेक हो जाएंगे. यहां पर यात्रियों को तमाम ऐसी सुविधाएं मिलेंगी, जो अब तक स्टेशनों पर नहीं मिलती थीं. इन 40 स्टेशनों में लखनऊ के भी स्टेशन शामिल हैं. इन स्टेशनों पर तेजी से काम हो रहा है. इन वर्ल्ड क्लास स्टेशनों पर पेसेजंर्स की सुविधाओं का खास ख्याल रखा जाएगा.

डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा ने दी जानकारी (etv bharat)
केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार का रेलवे स्टेशनों के विकास पर पूरा फोकस है. रेलवे के अभी तक के इतिहास में उतना काम पहले कभी नहीं हुआ, जितना वर्तमान में हो रहा है. जहां तक बात रेलवे स्टेशनों के सौंदर्यीकरण की करें, तो छोटे स्टेशनों से लेकर बड़े स्टेशनों को संवारा जा रहा है. यात्री सुविधा की दृष्टि से वर्ल्ड क्लास रेलवे स्टेशन तैयार कराए जा रहे हैं. रेलवे स्टेशन पर आने वाले अगले 50 सालों को ध्यान में रखते हुए अत्याधुनिक सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है. देश भर में कुल 508 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास पर सरकार खास ध्यान दे रही है. इनमें आबादी के लिहाज से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश को भी काफी कुछ मिल रहा है.

उत्तर प्रदेश में अगर रेलवे स्टेशनों के रि डेवलपमेंट की बात की जाए, तो 56 ऐसे स्टेशनों को चिन्हित किया गया है, जहां पर अमृत भारत स्टेशन स्कीम के तहत काम किया जा रहा है. इन स्टेशनों में 44 रेलवे स्टेशन उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के अंतर्गत, तो 12 रेलवे स्टेशन पूर्वोत्तर रेलवे के अंतर्गत आते हैं. इन स्टेशनों के विकास पर कई हजार करोड रुपये का बजट सरकार की तरफ से रेलवे प्रशासन को मुहैया कराया गया है. रेलवे के अधिकारियों का दावा है, कि अगले साल जून माह से लेकर अगस्त माह तक इन स्टेशनों पर वर्ल्ड क्लास यात्री सुविधाएं नजर आने लगेंगी.

इसे भी पढ़े-अब चारबाग आउटर पर खड़ी नहीं रहेंगी ट्रेनें, लखनऊ से अयोध्या तक सिग्नलिंग प्रणाली हुई दुरुस्त, समय से चलेगी ट्रेन - Charbagh Railway Station

इन सुविधाओं का विस्तार, होगा दशा में सुधार: रेलवे स्टेशनों के रि डेवलपमेंट के लिए बनी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत भारतीय रेल के 508 स्टेशनों का पुनर्विकास किया जा रहा है. स्टेशन की बिल्डिंग में सुधार, शहर के दोनों हिस्सों के साथ स्टेशन एकीकृत बनेंगे. स्टेशनों की सुन्दरता के लिए आकर्षक लाइटिंग लगेगी.

चारबाग स्टेशन के रि डेवलपमेंट पर खर्च होंगे 494 करोड़: अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत उत्तर रेलवे के वैसे तो 44 स्टेशनों को शामिल किया गया है. इनमें लखनऊ के भी स्टेशन शामिल हैं. 44 रेलवे स्टेशनों की सूची में लखनऊ के कायाकल्प पर 494 करोड रुपए खर्च किए जाने हैं. अन्य स्टेशनों में अमेठी, दर्शन नगर, बाराबंकी जंक्शन, भदोही, जौनपुर जंक्शन, शाहगंज जंक्शन, जंघई जंक्शन, उतरेटिया जंक्शन, प्रतापगढ़ जंक्शन, प्रयाग, फूलपुर , रायबरेली जंक्शन, सुल्तानपुर जंक्शन, उन्नाव जंक्शन और काशी स्टेशन शामिल हैं.

पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशन: पूर्वोत्तर रेलवे के 12 स्टेशन इस योजना में शामिल हैं. पूर्वोत्तर रेलवे पर वाराणसी मण्डल के वाराणसी सिटी, बनारस, बलिया, आजमगढ़ और देवरिया सदर, लखनऊ मण्डल के बस्ती, बादशाह नगर, ऐशबाग और सीतापुर और इज्जतनगर मण्डल के लालकुआं, कासगंज और फर्रुखाबाद स्टेशन शामिल हैं. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत इन स्टेशनों पर यात्री सुविधाओं में सुधार किया जा रहा है.

किस स्टेशन पर खर्च होंगे कितने करोड़: लखनऊ 494 करोड़. अमेठी 22.7, करोड़ दर्शन नगर 21.9 करोड़, बाराबंकी जंक्शन 33.4 करोड़, भदोही 22.5 करोड़, जौनपुर जंक्शन 38.7 करोड़, शाहगंज जंक्शन 20.3 करोड़, जंघई जंक्शन 28.4 करोड़, उतरेटिया जंक्शन 36 करोड़, प्रतापगढ़ जंक्शन 32.6 करोड़, प्रयाग जंक्शन 38.6 करोड़, फूलपुर 21.4 करोड़, रायबरेली जंक्शन 40.7 करोड़, सुल्तानपुर जंक्शन 36.9 करोड़, उन्नाव जंक्शन 29.8 करोड़, काशी 350 करोड़. गौरीगंज 11.42 करोड़, मोहनलालगंज 7.24 करोड़, बछरावां 6.74 करोड़, मडियाहूं 11.74 करोड़, चिलबिला 12.39 करोड़, बादशाहपुर 8.94 करोड़, लोहता 14.20 करोड़, व्यासनगर 9.99 करोड़, शिवपुर 11.50 करोड़, अकबरपुर जंक्शन 16.02 करोड़, बाबतपुर 10.22 करोड़, जाफराबाद 9.39 करोड़, निहालगढ़ 12.64 करोड़, हैदरगढ़ 22.5 करोड़, जौनपुर सिटी 24.34 करोड़, श्री कृष्णा नगर 26.43 करोड़, भरत कुंड 174 करोड़, लंभुआ 11.89 करोड़, कानपुर पुल वाया किनारा 30.71 करोड़, मानक नगर जंक्शन 16.52 करोड़, मल्हौर जंक्शन 43.73 करोड़, फाफामऊ जंक्शन 28.37 करोड़, ऊंचाहार 19.16 करोड़, कुंडा हरनामगंज 10.59 करोड़, लालगंज 10.65 करोड़, तकिया 10.59 करोड़, अयोध्या 240.89 करोड़

क्या कहते हैं डीआरएम: उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के डीआरएम सचिंद्र मोहन शर्मा का कहना है, कि उत्तर रेलवे के जो 40 रेलवे स्टेशन, अमृत भारत स्टेशन स्कीम में शामिल हैं. इन सभी स्टेशनों पर तेजी से काम चल रहा है. अगले साल जून से अगस्त माह तक सभी स्टेशन बनकर तैयार हो जाएंगे. यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी.

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