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आपके मसूड़ों से भी आता है खून तो हो जाएं सतर्क, न करें ये गलती - Utility News

Tips to Stop Bleeding gums, ब्रश करते समय आपके मसूड़ों से भी खून आता है तो सतर्क हो जाएं. इससे कई परेशानियां हो सकती हैं. आइए जानते हैं किन बातों का ख्याल रखकर इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.

मसूड़ों से खून आने से कैसे रोकें
मसूड़ों से खून आने से कैसे रोकें (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jul 22, 2024, 6:15 AM IST

हैदराबाद (डेस्क): कई लोगों को ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आने की समस्या होती है. बहुत से लोग नहीं जानते कि मसूड़ों से इस तरह खून क्यों आता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जाने-अनजाने में की गई कुछ गलतियां मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इससे मसूड़ों से खून आने लगता है. यही स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में जानें कैसे इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.

दिन में दो बार ब्रश करें : विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आपके दांतों को ब्रश करते समय खून आता है तो यह प्रारंभिक चरण के मसूड़ों की बीमारी का संकेत हो सकता है. मुंह में रहने वाले बैक्टीरिया दांतों पर जमा हो जाते हैं और प्लाक में बदल जाते हैं. अगर हम ठीक से ब्रश नहीं करेंगे तो मसूड़े सूज कर लाल हो जाएंगे. इससे खून निकलने लगता है. ऐसे में सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले अपने दांतों को ब्रश से साफ करने की सलाह दी जाती है. दांतों के बीच के हिस्सों को पतले धागे से साफ (फ्लॉसिंग) करना चाहिए.

पढ़ें. शैंपू-कंडीशनर के साथ ही ऑयलिंग भी जरूरी, जानिए बालों में कब लगाएं तेल और क्या हैं इसके फायदे - Utility News

धूम्रपान से बचें: धूम्रपान करने वालों में मसूड़ों की बीमारी विकसित होने की संभावना दोगुनी होती है. तम्बाकू में मौजूद रसायन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं. इससे मसूड़ों की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. इसके अलावा, धूम्रपान से क्षतिग्रस्त हुए मसूड़े जल्दी ठीक नहीं होते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह लंबे समय में मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकता है.

गर्भावस्था के दौरान: गर्भवती महिलाओं में हार्मोन के प्रभाव के कारण मसूड़ों में अधिक रक्त की आपूर्ति होती है. इस प्रक्रिया के दौरान मसूड़े सूज जाते हैं और लाल हो जाते हैं. साथ ही, विशेषज्ञों का कहना है कि प्लाक का कारण बनने वाले बैक्टीरिया मसूड़ों पर अधिक हमला कर सकते हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को ठीक से ब्रश करने और मीठे से परहेज करने की सलाह दी जाती है.

पढ़ें. अब काले-रूखे होंठों को कहें 'बाय-बाय', घर पर इन नेचुरल स्क्रब से पाएं पिंक लिप्स - Utility News

मधुमेह: मधुमेह से पीड़ित लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. इससे मुंह में बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में उनके मसूड़े सूज जाते हैं. नतीजा यह होता है कि कई बार ब्रश करते समय खून भी निकल आता है. ऐसे में मधुमेह वाले लोगों को ग्लूकोज को नियंत्रण में रखना चाहिए.

इसके अलावा बहुत जोर से ब्रश करने से संवेदनशील मसूड़ों को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए विशेषज्ञ मुलायम ब्रिसल्स वाले ब्रश का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.

नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. इनका पालन करने से पहले अपने निजी डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा है.

हैदराबाद (डेस्क): कई लोगों को ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आने की समस्या होती है. बहुत से लोग नहीं जानते कि मसूड़ों से इस तरह खून क्यों आता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जाने-अनजाने में की गई कुछ गलतियां मसूड़ों को नुकसान पहुंचा सकती हैं. इससे मसूड़ों से खून आने लगता है. यही स्थिति लंबे समय तक बनी रही तो दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है. ऐसे में जानें कैसे इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है.

दिन में दो बार ब्रश करें : विशेषज्ञों का कहना है कि यदि आपके दांतों को ब्रश करते समय खून आता है तो यह प्रारंभिक चरण के मसूड़ों की बीमारी का संकेत हो सकता है. मुंह में रहने वाले बैक्टीरिया दांतों पर जमा हो जाते हैं और प्लाक में बदल जाते हैं. अगर हम ठीक से ब्रश नहीं करेंगे तो मसूड़े सूज कर लाल हो जाएंगे. इससे खून निकलने लगता है. ऐसे में सुबह उठने के बाद और रात को सोने से पहले अपने दांतों को ब्रश से साफ करने की सलाह दी जाती है. दांतों के बीच के हिस्सों को पतले धागे से साफ (फ्लॉसिंग) करना चाहिए.

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धूम्रपान से बचें: धूम्रपान करने वालों में मसूड़ों की बीमारी विकसित होने की संभावना दोगुनी होती है. तम्बाकू में मौजूद रसायन हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर करते हैं. इससे मसूड़ों की संक्रमण से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. इसके अलावा, धूम्रपान से क्षतिग्रस्त हुए मसूड़े जल्दी ठीक नहीं होते हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह लंबे समय में मसूड़ों की बीमारी का कारण बन सकता है.

गर्भावस्था के दौरान: गर्भवती महिलाओं में हार्मोन के प्रभाव के कारण मसूड़ों में अधिक रक्त की आपूर्ति होती है. इस प्रक्रिया के दौरान मसूड़े सूज जाते हैं और लाल हो जाते हैं. साथ ही, विशेषज्ञों का कहना है कि प्लाक का कारण बनने वाले बैक्टीरिया मसूड़ों पर अधिक हमला कर सकते हैं, इसलिए गर्भवती महिलाओं को ठीक से ब्रश करने और मीठे से परहेज करने की सलाह दी जाती है.

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मधुमेह: मधुमेह से पीड़ित लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाती है. इससे मुंह में बैक्टीरिया से लड़ने की क्षमता कम हो जाती है. ऐसे में उनके मसूड़े सूज जाते हैं. नतीजा यह होता है कि कई बार ब्रश करते समय खून भी निकल आता है. ऐसे में मधुमेह वाले लोगों को ग्लूकोज को नियंत्रण में रखना चाहिए.

इसके अलावा बहुत जोर से ब्रश करने से संवेदनशील मसूड़ों को नुकसान पहुंच सकता है. इसलिए विशेषज्ञ मुलायम ब्रिसल्स वाले ब्रश का इस्तेमाल करने की सलाह देते हैं.

नोट: यहां आपको दी गई सभी स्वास्थ्य संबंधी जानकारी और सुझाव केवल आपके समझने के लिए हैं. हम यह जानकारी वैज्ञानिक अनुसंधान, अध्ययन, चिकित्सा और स्वास्थ्य पेशेवर सलाह के आधार पर प्रदान कर रहे हैं. इनका पालन करने से पहले अपने निजी डॉक्टर की सलाह लेना सबसे अच्छा है.

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