बांका: यूपीएससी ने मंगलवार को सिविल सर्विसेज परीक्षा का रिजल्ट जारी कर दिया. जिसमें बांका के अमरपुर निवासी अपूर्व आनंद ने 163 वां रैंक हासिल किया. उसकी इस उपलब्धी से पूरे परिवार में खुशी का माहौल है. अपूर्व ने ना सिर्फ जिले का मान बढ़ाया है, बल्कि परिवार को भी एक बड़ा सहारा दिया है. अपूर्व आनंद के सफलता पर गांव में उत्सवी माहौल बना हुआ है. इस सफलता पर प्रशासनिक पदाधिकारी, समाजसेवी सहित अन्य लोगों ने बधाई दिया है.
सड़क हादसे में पिता की मौत: मिली जानकारी के अनुसार, अमरपुर के भीखनपुर गांव निवासी अपूर्व आनंद का परिवार एक समपन्न परिवार की गिनती में रहा है. इनके पिता स्व. ओम नारायण शर्मा अमरपुर प्रखंड में एक बड़े किसानों में शुमार थे. लेकिन चार वर्ष पूर्व एक हादसे में उनकी मौत हो गई. जबकि अपूर्व के बड़े चाचा श्रीनारायण शर्मा की गिनती जिला भर में एक मंझे हुए राजनितज्ञ में होती है. वर्तमान में भीखनपुर पैक्स के पैक्स अध्यक्ष पद पर है. जबकि मां शबनम शर्मा एक पढ़ी-लिखी महिला के साथ कुशल गृहणी हैं. मां शबनम शर्मा हमेशा से अपने बच्चों की पढाई के लिए हमेशा सजग रही.
अमेरिकन कंपनी की नौकरी छोड़ी: अपूर्व आनंद तीन भाई बहन है. बड़ी बहन मधुर शर्मा मुम्बई में बैंक आफ अमेरिका शाखा में प्रबंधक पद पर कार्यरत है. जबकि दूसरी बहन नूपूर शर्मा बंगलुरू में अमेरिका की मल्टीनेशनल कंपनी ईवाई में कार्यरत है. इनके ही परिवार से भागलपुर के वर्तमान विधायक एवं लोकसभा चुनाव में महागठबंधन के प्रत्याशी अजीत शर्मा भी हैं.
गांव में रहकर की आनलाइन पढ़ाई: परीक्षा पास करने पर अपूर्व आनंद ने बताया कि उनकी प्रारंभिक शिक्षा झारखंड देवघर के गीता देवी डीएभी पब्लिक स्कूल से हुई. इसके बाद वह आईआईटी कानपुर चले गए. पढ़ाई पूरी करने के बाद अमेरिकन मल्टी नेशनल कंपनी गोल्डमैन में ऐनेलिस्ट पद पर काम किया. लेकिन दो वर्ष पूरी नौकरी छोड़कर घर चले आए, जहां उन्होंने यूपीएससी की तैयारी के लिए आनलाइन पढ़ाई शुरू की और तीसरे प्रयास में यूपीएससी में सफलता प्राप्त किया.
मैंने अमेरिकन कंपनी की नौकरी छोड़कर गांव में रहकर आन लाइन तैयारी की. तक जाकर यह सफलता प्राप्त किया है. गांव के छात्र काफी प्रतिभावान होते है. बस उन्हें सही मार्गदर्शन नहीं मिलता. सही मार्गदर्शन से वे गांव की मिट्टी को सोना बनते देते है." - अपूर्व आनंद