धमतरी: धमतरी का 130 साल पुराना अस्पताल इन दिनों चर्चा में है. यहां शासन की तरफ से मरम्मत का कार्य किया जा रहा है. लेकिन यह कार्य अचानक रोक दिया गया जिससे लोगों की नाराजगी बढ़ गई. यहां काम करने वाले स्वास्थ्यकर्मी और मितानिनों ने मोर्चा खोल दिया. सभी निर्माण कार्य रोके जाने से बेहद नाराज थे और मरम्मत का कार्य दोबारा शुरू करने की मांग कर रहे थे.
धमतरी की लाइफलाइन है ये अस्पताल: धमतरी के इतवारी बाजार में स्थापित इस अस्पताल को शहर का लाइफलाइन कहा जाता है. यह 130 साल से भी ज्यादा पुराना अस्पताल है. जब धमतरी की पहचान एक कस्बाई इलाके के तौर पर होती थी तो यहां 52 गांव का सहारा अकेले यह अस्पताल था. समय के साथ इस अस्पताल का विकास हुआ. अब इस अस्पताल के कायाकल्प को लेकर काम चल रहा है. जिससे लोगों को बेहतरी की उम्मीद जगी. लेकिन जब इस अस्पताल के निर्माण का काम रोक दिया गया तो लोगों में नाराजगी बढ़ गई और लोगों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा.
"आसपास के अनेक वार्ड के लोग इस अस्पताल पर निर्भर हैं. यहां लोगों को समय पर इलाज मिलता है ऐसे में इस अस्पताल के निर्माण कार्य को रोका जाना कहीं से उचित नहीं है. यहां रोजाना ढाई सौ मरीजों का इलाज होता है. इसलिए इस अस्पताल का निर्माण जल्द से जल्द किया जाना चाहिए. अगर ऐसा नहीं होता है तो हम उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे": स्थानीय निवासी, धमतरी
"इस पूरे प्रकरण की जांच की जाएगी. सीएमएचओ से सम्पर्क कर कारणों का पता लगाया जाएगा कि आखिर निर्माण क्यों रुका":डॉ विभोर अग्रवाल, एसडीएम
अब देखना होगा कि लोगों के आंदोलन के बाद कब इस अस्पताल का काम दोबारा शुरू हो पाता है. लोगों का दावा है कि इस अस्पताल का कायाकल्प होने से उन्हें काफी सहूलियत होगी.