राजनांदगांव: डोंगरगढ़ ब्लॉक के ग्राम बेलगांव में कथित फेक न्यूज के चलते युवक की मौत से ग्रामीणों में आक्रोश है. गांव वालों और मृतक के परिजनों का आरोप है कि अफवाह के चलते गलत खबर लोगों के बीच दिखाई और फैलाई गई. कथित फेक न्यूज के चलते एक हंसते खेलते परिवार का लड़का चला गया. पूरा परिवार अब भी इस सदमे से उबर नहीं पाया है. ग्रामीणों का आरोप है कि ''झूठी अफवाह फैलाई गई. पुलिस ने भी इस मामले में संजीदगी नहीं दिखाई और झूठा बयान दे दिया''.
फेक न्यूज मामले की जांच के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे गांववाले: फेक न्यूज फैलाने वालों पर कार्रवाई की मांग को लेकर मंगलवार को बड़ी संख्या में बेलगांव के ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे. ग्रामीणों ने कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा. गांव वालों का आरोप था कि ''निर्दोष युवक पर गलत आरोप लगाया गया. सीसीटीवी फुटेज में भी युवक कहीं नजर नहीं आया है. इन सबके बावजूद पुलिस ने युवक के खिलाफ कार्रवाई की. युवक की जब हालत खराब हो गई तब उसे अस्पताल में भर्ती कराया. कुछ दिनों के इलाज के बाद युवकी की मौत हो गई. गांव वालों का आरोप है कि ''पुलिस इस मामले में लगातार अलग अलग बयान दे रही है.''
मेरे भाई के ऊपर कई गलत इल्जाम लगे हैं. बिना FIR के मेरे भाई को थाने में रखा हमने इसपर आपत्ति जताई. बावजूद इसके उसे थाने में रखा. हम लोगों ने कहा कि भाई की तबीयत खराब है उसे छोड़ दें. लेकिन पुलिस ने उसे नहीं छोड़ा. बात में उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. - मृतक के परिजन
हम लोग चाहते हैं कि परिवार को न्याय मिले. फर्जी न्यूज के चक्कर में हमारे गांव के युवक की जान चली गई. पुलिस में एफआईआर करने वाले पर एक्शन होना चाहिए साथ ही पुलिस ने जो लापरवाही बरती उसपर भी कार्रवाई हो. - ग्रामीण, बेलगांव
न्याय दिलाने की मांग कर रहे ग्रामीण: गांव वालों का आरोप है कि गलत न्यूज फैलाए जाने के चलते युवक की जान गई. गांववालों की मांग है कि जिन पुलिसवालों ने जांच में लापरवाही बरती और झूठी कार्रवाई की उनपर एक्शन लिया जाए. ग्रामीणों की ये भी डिमांड है कि जिसने मृतक युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी उसपर पर एक्शन लिया जाए.