लखनऊ: यूपी में 26 जून से मानसून ने एंट्री कर ली है. इससे पहले प्रदेश भीषण गर्मी से जूझ रहा था. मानसूनी बारिश शुरू होने के बाद प्रदेशवासियों को गर्मी से राहत जरूर मिली है. लेकिन बारिश ने मुसीबतें भी बढ़ाना शुरू कर दी हैं. जिसके लिए प्रशासन लगातार सभी इंतजाम पूर्ण कर लेने के दावे कर रहा है.
सोमवार को इसको लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक मीटिंग भी की थी, जिसमें बाढ़ वाले इलाकों में राहत व बचाव के सभी इंतजामों को दुरुस्त करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया है.
वहीं, मौसम विज्ञान विभाग की मानें तो जुलाई में सामान्य से अधिक बारिश होने का अनुमान है. जुलाई में औसत बारिश लगभग 280.4 मिली मीटर रहने की संभावना है. माना जा रहा है कि इस बार अनुमान से अधिक बारिश होने होगी.
जुलाई के पहले दिन उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 5.4 मिलीमीटर के सापेक्ष 8.8 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो 64% अधिक है. वहीं अब तक के रिकॉर्ड की बात की जाए तो 1 जून से 1 जुलाई तक अनुमान बारिश 101.3 मिमी के सापेक्ष 72.3 मिमी रिकॉर्ड की गई जो 29% कम है.
![जून का मानसून मीटर, कितनी होनी थी बारिश, कितनी हुई.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-07-2024/21846469_up-weather.jpg)
जून में 34% कम हुई बारिश: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार 1 जून से 30 जून तक उत्तर प्रदेश में अनुमान बारिश 95.9 मिली मीटर के सापेक्ष 63.6 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 34% कम है.
यूपी 42 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी: गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, गाजियाबाद, हापुर, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, संभल, बदायूं, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, संत कबीर नगर, बस्ती, हरदोई, फर्रुखाबाद, बाराबंकी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, कासगंज एवं आसपास इलाकों में भारी वर्षा होने की संभावना है.
![उत्तरप्रदेश में तीन से चार दिन भारी बारिश का अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है. इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, राजस्थान और बिहार सहित उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में बहुत तेज वर्षा होने की संभावना है.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/02-07-2024/21846469_up-weather11.jpg)
इन जिलों में गरज चमक के साथ बिजली गिरने वह हल्की बारिश की चेतावनी: सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, बागपत, मेरठ, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर प्रतापगढ़, चंदौली, वाराणसी, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अंबेडकर नगर, गाजियाबाद, हापुर, गौतम बुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, संभल, बदायूं एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन एवं वज्रपात होने की संभावना है.
भारी बारिश वाले टॉप 10 जिले: बहराइच 27, चित्रकूट 29, कानपुर नगर 28, लखीमपुर खीरी 21, श्रावस्ती 58, सोनभद्र 21, सुल्तानपुर 27, औरैया 20, एटा 37, कासगंज 33, सहारनपुर 20 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई.
लखनऊ वालों को झमाझम बारिश का इंतजार: राजधानी लखनऊ में सोमवार को भी दिन भर बादल छाए रहे. बीच-बीच में धूप भी खिली, कुछ जगहों पर बारिश भी हुई. ज्यादातर इलाकों में बादल छाए रहे. लेकिन, अभी लखनऊ वासियों को जोरदार मानसूनी बारिश का इंतजार है. बादल छाए रहने के बावजूद अभी तक राजधानी लखनऊ के कुछ इलाकों में झमाझम बारिश नहीं हुई. दिनभर बादल छाए रहने के कारण अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस कम है. वहीं न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है.
उरई रहा सबसे गर्म जिला: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मंगलवार को राजधानी लखनऊ में बादल छाए रहेंगे. कुछ स्थानों पर गरज चमक के साथ हल्की बारिश हो सकती है. अधिकतम तापमान 32 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है. सोमवार को उत्तर प्रदेश का उरई सबसे अधिक गर्म जिला रहा. जहां पर अधिकतम तापमान 37 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया. वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान बुलंदशहर जिले में 21 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया.
पूर्वी उत्तर प्रदेश में सामान्य से कम बारिश: मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि भौगोलिक स्तर पर भूमध्यरेखीय प्रशांत महासागर में एल-निनो के तटस्थ निनो परिस्थितयों में बदलने तथा हिन्द महासागर में जारी तटस्थ हिन्द महासागरीय द्विध्रुव के परिप्रेक्ष्य में मानसून ऋतु के जुलाई में प्रदेश के पूर्वोत्तर भाग को छोड़कर प्रदेश में ज्यादातर स्थानों पर सामान्य अथवा सामान्य से अधिक बारिश होने की सम्भावना है. जबकि उत्तर-पूर्वी भाग में गोरखपुर के आसपास के कुछ स्थानों पर सामान्य से कम बारिश होने की सम्भावना है.
अगस्त सितंबर में भी होगी झमाझम बारिश: इसके अतिरिक्त मानसून ऋतु के उत्तरार्द्ध में अगस्त-सितम्बर के दौरान तटस्थ एल-निनो परिस्थितियों के ला-नीना में बदलने की सम्भावना आगे भी अच्छी मानसूनी वर्षा के लिए सुखद संकेत हैं, यद्यपि मानसून ऋतु के उत्तरार्द्ध एवं अगस्त के लिए दीर्घावधि पूर्वानुमान जुलाई के अंत में अद्यतन किए जाएंगे.