लखनऊ: उत्तर प्रदेश में इस समय मानसून सुपर एक्टिव है. दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय होने तथा पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के क्षेत्रफल के चलते मौसम विभाग ने प्रदेश के लगभग सभी जिलों में गरज-चमक के साथ तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है. उधर, सोमवार को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में झमाझम बारिश हुई. पिछले कुछ दिनों से मौसम में नमी होने तथा धूप निकलने के कारण उमस भरी भीषण गर्मी पड़ रही थी, जिससे लोगों को बारिश से राहत मिली है.
मौसम विभाग के अनुसार इस बार मानसूनी सीजन में औसत बारिश 14% कम रिकॉर्ड की गई थी. इस वर्ष औसत बारिश से कम बारिश होने का अंदाजा लग रहा था. फिलहाल मौसम विज्ञान विभाग ने उत्तर प्रदेश में इस वर्ष सामान्य से 5 या 10% अधिक बारिश होने की भविष्यवाणी की है.
यूपी के 20 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट: बांदा, चित्रकूट, कौशाम्बी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, कानपुर नगर, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास इलाकों में मौसम विभाग ने भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है.
यूपी के 60 जिलों में बिजली गिरने की चेतावनी: बांदा, चित्रकूट, कौशांबी, प्रयागराज, फतेहपुर, प्रतापगढ़, सोनभद्र, मिर्जापुर, चंदौली, वाराणसी, संत रविदास नगर, जौनपुर, गाजीपुर, आजमगढ़, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, कुशीनगर, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, फर्रुखाबाद, कन्नौज, कानपुर देहात, कानपुर नगर, उन्नाव, लखनऊ, बाराबंकी, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकर नगर, अलीगढ़, मथुरा, हाथरस, कासगंज, एटा, आगरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, इटावा, औरैया, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बदायूं, जालौन, हमीरपुर, महोबा, झांसी, ललितपुर एवं आसपास इलाकों में मेघ गर्जन और वज्रपात के साथ बारिश होने का अनुमान है.
यूपी में पिछले 24 घंटे में हुई बारिश: उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 6 के सापेक्ष 2.7 मिलीमीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 55% कम है. पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 6.6 के सापेक्ष 2.5 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 63% कम है. वहीं पश्चिम उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश पांच के सापेक्ष तीन मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 41% कम है.
यूपी में एक जून से 9 सितंबर तक हुई बारिश: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार अनुमानित बारिश 653 की सापेक्ष 557 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 15% कम है. वहीं पूर्वी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 689 के सापेक्ष 578 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 16% कम है. वहीं पश्चिमी उत्तर प्रदेश में अनुमानित बारिश 602 के सापेक्ष 526 मिली मीटर रिकॉर्ड की गई जो सामान्य से 13% कम है.
लखनऊ में बिजली गिरने के साथ हुई जोरदार बारिश: लखनऊ में सोमवार को सुबह से ही बादलों की आवाजाही रही. इसके बाद धीरे-धीरे मौसम साफ हुआ और तेज धूप खिली. दोपहर में अचानक फिर से मौसम ने करवट ली और दिन में ही काले बादल छा गए, रात जैसा माहौल नजर आने लगा. कुछ इलाकों में गरज चमक के साथ जोरदार बारिश रिकॉर्ड की गई.
देर शाम तक मौसम सुहावना बना रहा. अधिकतम तापमान 34.9 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस अधिक है. वहीं न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से 2 डिग्री सेल्सियस अधिक है.
लखनऊ में आज कैसा रहेगा मौसम: मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार मंगलवार को लखनऊ में बादल छाए रहेंगे. कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश तथा बिजली गिर सकती है. अधिकतम तापमान 33 वन न्यूनतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.
यूपी का प्रयागराज जिला रहा सबसे गर्म: सोमवार को उत्तर प्रदेश का प्रयागराज जिला सबसे गर्म रहा, जहां पर अधिकतम तापमान लगभग 38 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 5 डिग्री सेल्सियस अधिक है. सबसे कम न्यूनतम तापमान गाजीपुर जिले में 22.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से एक डिग्री सेल्सियस कम है.
यूपी में आज कैसा रहेगा मौसम: लखनऊ में मंगलवार सुबह से ही बादल छाए हुए हैं कुछ स्थानों पर रिमझिम बारिश हो रही है. मौसम वैज्ञानिक डॉ. अतुल सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश में दक्षिणी पश्चिमी मानसून सक्रिय होने के चलते आने वाले 5 दिन तक भारी व कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.
मंगलवार को उत्तर प्रदेश के पूर्वी तथा पश्चिमी इलाकों में गरज चमक के साथ पूरे उत्तर प्रदेश में बारिश हो सकती है. वहीं पूर्वी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के आइसोलेटेड स्थान पर भारी तथा कुछ स्थानों पर भारी से ज्यादा भारी बारिश होने की संभावना है. इस दौरान गरज-चमक के साथ बिजली भी गिर सकती है.
मौसम विभाग ने आगरा के साथ ही अन्य जिलों में मेघ गर्जन और वज्रपात होने की संभावना जताई है. इसके साथ ही 11 से 13 सितम्बर तक भारी बारिश की सम्भावना है. इसको लेकर सभी जिला प्रशासन ने अलर्ट जारी किया है. जिससे आम लोग सतर्क हो जाएं.
जिला प्रशासन ने सभी को किया सतर्क: आगरा में अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) शुभांगी शुक्ला ने बताया कि आमजन को जान-माल की सुरक्षा के दृष्टिगत सचेत रहने के साथ ही बचाव के आवश्यक उपाय और इंतजाम करने की सलाह दी गई है. जिससे किसी तरह की कोई अप्रिय घटना से बचा जा सके. किसानों से अपील की गई है कि भारी बारिश, मेघ गर्जन और वज्रपात से अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए अपनी फसल की उपज सुरक्षित स्थान पर रख लें. जिससे नुकसान से बचा जा सके.
दामिनी एप डाउनलोड करने की अपील: अपर जिलाधिकारी (वित्त/राजस्व) शुभांगी शुक्ला ने बताया कि पहले भी यूपी में वज्रपात की तमाम घटनाएं हुई हैं. जिनमें जनहानि भी हुई है. ऐसे में पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और इंडियन इंस्टीट्यूट आफ ट्रापिकल मेट्रोलाजी पुणे के सहयोग से वज्रपात की पूर्व चेतावनी/अलर्ट प्रेषित करने वाली एप्लीकेशन दामिनी एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर लें. दामिनी एप लगभग 20 किमी के क्षेत्र में संभावित वज्रपात का अलर्ट चार घंटे पहले देता है. जिससे व्यक्तियों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचने और बचाव का मौका मिल जाता है.
वज्रपात की स्थिति में कैसे करें बचाव
- तेज हवा व बिजली चमकने पर बड़े पेड़ के नीचे व कच्चे मकानों में शरण ना लें.
- बिजली के खंभों के पास दुपहिया व चार पहिया वाहन खड़ा ना करें.
- होर्डिंग्स, बिजली के पोल्स, तारों व ट्रांसफार्मर से पर्याप्त दूरी बनाकर रहें.
- बैटरी से संचालित मोबाइल, इन्वर्टर इत्यादि उपकरणों को फुल चार्ज रखें.
- पशुओं को बारिश से बचाव के लिए सुरक्षित स्थान पर बांध कर रखें.
- किसी भी आपात स्थिति में टॉर्च, रेन कोट समेत अन्य का प्रयोग करें.
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