लखनऊ: यूपी की विजिलेंस टीम ने जीएसटी के डिप्टी कमिश्नर धनेंद्र कुमार पांडे को गिरफ्तार कर लिया है. लखनऊ में जीएसटी जोन 20 के डिप्टी कमिश्नर धनेंद्र पांडे 2 लाख रुपए की रिश्वत ले रहे थे. उसी समय विजिलेंस की टीम ने उनको रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया. अफसरों के मुताबिक धनेंद्र पांडे एडम डाटा सर्विसेज से रिश्वत ले रहे थे. डिप्टी कमिश्नर धनेंद्र पांडे ने कंपनी से किसी काम के एवज में 2 लाख रुपए की घूस मांगी थी. धनेंद्र पांडे को विजिलेंस टीम ने सेल्स टैक्स मुख्यालय से गिरफ्तार किया गया है.
जानकारी के मुताबिक, एडम डाटा सर्विसेज के कर्मचारी ने विजलेंस की हेल्प लाइन नम्बर पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई थी कि वाणिज्य कर के डिप्टी कमिश्नर धनेंद्र कुमार पांडेय उनकी कम्पनी के जीएसटी रिफण्ड पास करने के एवज में दो लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे हैं. शिकायत मिलने पर एसपी विजलेंस डॉ. अरविन्द चतुर्वेदी ने रिश्वत मांगे जाने के सबूत मांगे थे. विजलेंस को कर्मचारी ने बताया कि एडम डेटा सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड अमेरिका बेस्ड कंपनी की ओर से उपलब्ध कराये गए स्कैन्ड डाटा शीट्स को एक डैशबोर्ड में डिजिटल फार्म में तैयार कर वापस भेजती है.
कर्मचारी के मुताबिक, ए[म कंपनी ने जीएसटी के आधार पर लगभग 20 लाख का रिफण्ड क्लेम किया था. जो जीएसटी जोन 20 डिप्टी कमिश्नर धनेंद्र कुमार के द्वारा स्वीकृत होना था. इसी को लेकर डिप्टी कमिश्नर कंपनी के कर्मचारी से दो लाख रुपए की रिश्वत मांग रहे थे. एसपी ने कम्पनी कर्मचारी से जानकारी मिलने के बाद एक टीम का गठन कर मंगलवार को जाल बिछाकर जीएसटी मुख्यालय से धनेंद्र कुमार को 2 लाख रूपया घूस लेते हुए पकड़ा.