लखनऊ : विजिलेंस (उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान) की टीम आज जल निगम के रिटायर इंजीनियरों की लखनऊ-दिल्ली स्थित बैंक लॉकरों को खंगालेगी. इन लॉकरों में मिले सामान की गणना भी आज ही की जाएगी. यूपी विजिलेंस ने मंगलवार को जल निगम के 5 सेवानिवृत्त इंजीनियरों के ठिकानों पर छापेमारी की थी. टीम ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में यह कार्रवाई की. जल निगम की इकाई कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सर्विसेज (सीएनडीएस) के इन पूर्व इंजीनियरों की करोड़ों की संपत्ति का पता चला है.
मंगलवार को यूपी विजलेंस की लखनऊ टीम ने सीएनडीएस के 5 रिटायर्ड इंजीनियर इंदिरानगर निवासी व सहायक अभियंता राघवेंद्र गुप्ता, इंदिरानगर निवासी व अधीक्षण अभियंता सत्यवीर सिंह चौहान, जल निगम के मानव संसाधन विकास प्रकोष्ठ में तैनात रहे गोमती नगर निवासी अधीक्षण अभियंता अजय रस्तोगी, एल्डिको निवासी सहायक अभियंता कमल कुमार खरबन्दा और विकास नगर निवासी सहायक अभियंता कृष्ण कुमार पटेल के ठिकानों पर छापेमारी की थी. इन रिटायर इंजीनियरों के खिलाफ शासन के निर्देश पर 2019-20 में विजिलेंस ने आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच शुरू की थी. इसके बाद ताबड़तोड़ छापेमारी हुई थी.
मंगलवार को करीब 8 घंटे चली छापेमारी में विजलेंस को पांचों रिटायर इंजीनियर के घरों से लखनऊ, देवरिया, नोएडा, दिल्ली में खरीदे गए जमीन के दस्तावेज, गोल्ड बांड, लॉक्सरी गाड़ियां, सोने के आभूषण, महंगे सामान बरामद हुए थे. इन सभी इंजीनियर की अब तक वैध श्रोतों से अर्जित की गई आय उनकी संपत्ति और निवेश की गई राशि से मेल नहीं खा रहे हैं. यूपी विजिलेंस के मुताबिक कार्रवाई के क्रम में पूर्व इंजिनियर के दिल्ली और लखनऊ स्थित कई बैंक लॉकर का भी पता चला है. आज इन्हें खंगाला जाएगा. इसमें मिले सामान की गणना भी की जाएगी.
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