वाराणसीः योगी सरकार ने इस जिले की पुलिस को प्रदेश में एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) में नंबर वन चुना है. इस जिले को यह उपलब्धि पहली बार नहीं मिली है. लगातार तीसरी बार इस जिले की पुलिस ने इस श्रेणी में पहला स्थान अर्जित किया है. इस जिले के पुलिस अफसरों ने पुलिस कर्मियों को बधाई दी है.
कैसे होती है रैकिंगः बता दें कि योगी सरकार की ओर से हर माह एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) में पुलिस की कार्यप्रणाली के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है. इसमें देखा जाता है कि किस जिले की पुलिस ने जनता की शिकायतों को त्वरित तरीके से निपटाया है. इसके अलावा शर्त यह होती है कि शिकायत को गुणवत्तापूर्ण तरीके से निपटाया जाए ताकि पीड़ित को न्याय मिल सके. इसे लेकर ही हर वर्ष पुलिस के कार्यों की समीक्षा की जाती है.
सीएम दफ्तर लेता है फीडबैकः एकीकृत शिकायत निवारण प्रणाली (IGRS) का फीडबैक सीधे सीएम दफ्तर से भी लिया जाता है. यह पता लगाया जाता है कि संबंधित जिले की पुलिस ने शिकायतें निपटाने में कैसा काम किया. जनता को कितनी राहत मिली. निस्तारण गुणवत्तापूर्ण रहा कि नहीं आदि बिंदुओं पर पड़ताल की जाती है.
तीसरी बार यह जिला अव्वलः कमिश्नरेट वाराणसी ने कमिश्नरेट व्यवस्था लागू होने के उपरान्त लगातार तीसरी बार प्रदेश में शतप्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है. इस जिले की पुलिस की कार्यप्रणाली को सरकार ने अच्छा माना है. पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने अधिकारियों और पुलिस कर्मियों को इस संबंध में बधाई दी है.
कैसा है रिपोर्ट कार्ड?
श्रेणिया | अंक मिले |
शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण | 30/30 |
गुणवत्तापूर्ण निस्तारण | 50/50 |
मुख्यमंत्री कार्यालय से लिये गए फीडबैक | 45/45 |
इस प्रकार इस जिले की पुलिस को कुल 125/125 अंक मिले हैं.