ETV Bharat / state

Watch: पंक्चर हुई रोडवेज बस, ड्राइवर-परिचालक के पास पैसे नहीं, यात्रियों ने चंदा कर बनवाया; फिर सरकार को ऐसे कोसा... - up roadways

यूपी रोडवेज बस का एक और बुरा हाल सामने आया है. इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. चलिए जानते हैं इसके बारे में.

author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jul 6, 2024, 10:23 AM IST

Updated : Jul 6, 2024, 11:09 AM IST

etv bharat
ड्राइवर कंडक्टर सस्पेंड (photo credit- etv bharat)
यात्रियों ने चंदा कर बनवायी पंचर हुई रोडवेज बस (video credit- etv bharat)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें बीच सफर में धोखा दे रही हैं. चालक परिचालक जब अधिकारियों से बस खराब होने पर मदद मांगते हैं, तो तत्काल मदद भी नहीं मिलती है.ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें रोडवेज की एक बस का बीच सफर में टायर पंक्चर हो गया. इसके बाद चालक परिचालक के पास पैसे न होने पर यात्रियों ने चंदा इकट्ठा कर टायर बनवाया. इसके बाद बस आगे के लिए रवाना हुई. परिवहन निगम की जांच में सामने आया, कि चालक परिचालकों की लापरवाही से टायर में कट लगा. इसके बाद ड्राइवर कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया गया.


मामला अवध बस स्टेशन से रूपैडिहा जा रही बस का है. यात्री नीरज गौड़ ने बताया, कि बस संख्या यूपी 53 डीटी 4610 अवध स्टेशन से रूपैडिहा के लिए रवाना हुई. इसमें नानपारा, बहराइच और रूपैडिहा के साथ ही रास्ते के अन्य यात्री थे. बीच राह में यह बस जब पंक्चर हो गई, तो इसे मैकेनिक के पास ले जाकर दिखया गया. पंक्चर के साथ ही बस का ट्यूब भी खराब निकला. चालक ने टायर बदलने के लिए स्टेपनी निकाली तो उसका नट फ्री हो गया, जिससे टायर नहीं खुल सका. इसके बाद चालक ने रोडवेज अधिकारियों से बात की तो उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया. मैकेनिक ने टायर, ट्यूब की मरम्मत पर 1100 रुपये का खर्च बताया. इस पर यात्रियों ने चंदा जुटाया, जिसके बाद टायर-ट्यूब ठीक हुआ और बस आगे के लिए रवाना हुई.

इसे भी पढ़े-यूपी रोडवेज के ड्राइवर-कंडक्टर की नहीं लग रही ड्यूटी; कई रूटों पर घटी सर्विस, वर्कशॉप में खड़ी हैं 50 से ज्यादा बसें - UP Roadways

वायरल वीडियो में यात्रियों ने जताई नाराजगी: बस से सफर करने वाले मुसाफिरों ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और रोडवेज अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई. यात्री नीरज गौड़ ने कहा, कि मंत्री कभी रोडवेज बस में सफर करें तो हालात की हकीकत खुलकर सामने आ जाएगी. अधिकारी एसी दफ्तरों से निकलते नहीं है, जिससे उन्हें जनता की दिक्कतों का अंदाजा नहीं है.


सस्पेंड किए गए चालक परिचालक: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (टेक्निकल) राजीव आनंद का कहना है, कि रूपैडिहा डिपो की बस थी, जिसका टायर खराब हुआ था. यात्रियों ने इसे ठीक कराया. इस मामले में एआरएम और फोरमैन से जानकारी ली गई. परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया, कि चालक ने जो धनराशि अधिकारियों से मांगी थी, उतनी राशि पंक्चर के लिए नहीं मिलती है. इसी वजह से उसे मना किया गया. यह भी निर्देश दिए गए थे, कि यात्रियों को पीछे से आ रही दूसरी बस में बिठाकर रवाना कर दिया जाये. इस मामले में चालक-परिचालक ने यात्रियों को भड़काकर वीडियो बनवाया. जांच में टायर में आठ इंच का कट सामने आया है. यह बस के चालक की लापरवाही से हुआ. इस मामले में संविदा चालक सूर्यभान मिश्रा और संविदा परिचालक बाबू लाल सरोज की सिक्योरिटी राशि जब्त कर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया.

यह भी पढ़े-ड्राइवर न होने के कारण वर्कशॉप और डिपो में खड़ी हैं 76 रोडवेज बसें, रोज हो रहा 10 लाख रुपये का नुकसान - Negligence in Transport Corporation

यात्रियों ने चंदा कर बनवायी पंचर हुई रोडवेज बस (video credit- etv bharat)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम की बसें बीच सफर में धोखा दे रही हैं. चालक परिचालक जब अधिकारियों से बस खराब होने पर मदद मांगते हैं, तो तत्काल मदद भी नहीं मिलती है.ऐसा ही एक मामला सामने आया है, जिसमें रोडवेज की एक बस का बीच सफर में टायर पंक्चर हो गया. इसके बाद चालक परिचालक के पास पैसे न होने पर यात्रियों ने चंदा इकट्ठा कर टायर बनवाया. इसके बाद बस आगे के लिए रवाना हुई. परिवहन निगम की जांच में सामने आया, कि चालक परिचालकों की लापरवाही से टायर में कट लगा. इसके बाद ड्राइवर कंडक्टर को सस्पेंड कर दिया गया.


मामला अवध बस स्टेशन से रूपैडिहा जा रही बस का है. यात्री नीरज गौड़ ने बताया, कि बस संख्या यूपी 53 डीटी 4610 अवध स्टेशन से रूपैडिहा के लिए रवाना हुई. इसमें नानपारा, बहराइच और रूपैडिहा के साथ ही रास्ते के अन्य यात्री थे. बीच राह में यह बस जब पंक्चर हो गई, तो इसे मैकेनिक के पास ले जाकर दिखया गया. पंक्चर के साथ ही बस का ट्यूब भी खराब निकला. चालक ने टायर बदलने के लिए स्टेपनी निकाली तो उसका नट फ्री हो गया, जिससे टायर नहीं खुल सका. इसके बाद चालक ने रोडवेज अधिकारियों से बात की तो उसकी बात पर ध्यान नहीं दिया गया. मैकेनिक ने टायर, ट्यूब की मरम्मत पर 1100 रुपये का खर्च बताया. इस पर यात्रियों ने चंदा जुटाया, जिसके बाद टायर-ट्यूब ठीक हुआ और बस आगे के लिए रवाना हुई.

इसे भी पढ़े-यूपी रोडवेज के ड्राइवर-कंडक्टर की नहीं लग रही ड्यूटी; कई रूटों पर घटी सर्विस, वर्कशॉप में खड़ी हैं 50 से ज्यादा बसें - UP Roadways

वायरल वीडियो में यात्रियों ने जताई नाराजगी: बस से सफर करने वाले मुसाफिरों ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह और रोडवेज अधिकारियों के प्रति नाराजगी जताई. यात्री नीरज गौड़ ने कहा, कि मंत्री कभी रोडवेज बस में सफर करें तो हालात की हकीकत खुलकर सामने आ जाएगी. अधिकारी एसी दफ्तरों से निकलते नहीं है, जिससे उन्हें जनता की दिक्कतों का अंदाजा नहीं है.


सस्पेंड किए गए चालक परिचालक: उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के मुख्य प्रधान प्रबंधक (टेक्निकल) राजीव आनंद का कहना है, कि रूपैडिहा डिपो की बस थी, जिसका टायर खराब हुआ था. यात्रियों ने इसे ठीक कराया. इस मामले में एआरएम और फोरमैन से जानकारी ली गई. परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया, कि चालक ने जो धनराशि अधिकारियों से मांगी थी, उतनी राशि पंक्चर के लिए नहीं मिलती है. इसी वजह से उसे मना किया गया. यह भी निर्देश दिए गए थे, कि यात्रियों को पीछे से आ रही दूसरी बस में बिठाकर रवाना कर दिया जाये. इस मामले में चालक-परिचालक ने यात्रियों को भड़काकर वीडियो बनवाया. जांच में टायर में आठ इंच का कट सामने आया है. यह बस के चालक की लापरवाही से हुआ. इस मामले में संविदा चालक सूर्यभान मिश्रा और संविदा परिचालक बाबू लाल सरोज की सिक्योरिटी राशि जब्त कर उन्हें सस्पेंड कर दिया गया.

यह भी पढ़े-ड्राइवर न होने के कारण वर्कशॉप और डिपो में खड़ी हैं 76 रोडवेज बसें, रोज हो रहा 10 लाख रुपये का नुकसान - Negligence in Transport Corporation

Last Updated : Jul 6, 2024, 11:09 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.