फर्रुखाबाद : ईटीवी भारत की टीम ने फर्रुखाबाद रोडवेज बस अड्डे की बसों का रियलिटी चेक किया तो परिवहन विभाग के तमाम दावों की कलई खुल गई. बस अड्डे पर खड़ी नई बसों की हालत ठीक थी, लेकिन पुरानी बसों की हालत काफी जर्जर और बदहाल मिले. बस अड्डे से सफर पर निकली कई बसों में पानी टपक रहा था और लोग छाता खोलकर सीटों पर बैठ थे.
फर्रुखाबाद से इटावा के लिए सवारी लेकर निकली यूपी 15 एटी 8656 नंबर की पूरी बस में बारिश का पानी टपक रहा था. इसके चलते यात्री छाता खोल कर अपनी सीटों पर बैठे थे. बस में यात्रा कर रहे रामवीर, राजेश कुमार और मोहन ने बताया कि अधिकतर बसों की दशा ऐसी ही है. ऐसे में छाता लेकर सफर करना मजबूरी है.
बता दें, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम ने बरसात से पहले बसों के कायाकल्प करने के लिए मिशन कायाकल्प अभियान शुरू किया था. इस अभियान के तहत बसों की सीलिंग को तारकोल लगाकर और बसों की बॉडी की पूरी तरह से रिपेयर करने के निर्देश दिए गएथे. बसों का रंग रोगन भी कराया गया. जिम्मेदारी भी तय की गई कि अगर बारिश में बस टपकी तो जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की जाएगी. बहरहाल ईटीवी भारत की पड़ताल में परिवहन विभाग के दावे हवाई साबित हुए हैं. यहां के एआरएम का ट्रांसफर हो चुका है. नए एआरएम ने अभी चार्ज नहीं लिया है. ऐसे में समस्या के प्रति कोई जवाबदेह नहीं मिल रहा है.