लखनऊ : यूपी पुलिस में 69 हजार पदों पर कांस्टेबलों की भर्ती के लिए परीक्षा कराई जा रही है. पहले चरण में परीक्षा 3 दिनों तक चली. 23, 24 और 25 अगस्त की परीक्षा खत्म हो चुकी है. अब दूसरे चरण की परीक्षा 30 और 31 अगस्त को होनी है. परीक्षा को शांतिपूर्ण तरीके से कराने के लिए यूपी सरकार ने पूरा जोर लगा रखा है. सुरक्षा एजेंसियों ने परीक्षा में पास कराने का झांसा देकर अभ्यर्थियों से रुपये वसूलने वाले कई लोगों को पकड़ा. एसटीएफ ने रविवार की देर शाम प्रयागराज में ऐसे ही ठगी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को पकड़ा. गिरोह ने आरक्षी भर्ती परीक्षा 2023 में अभ्यर्थियों को पास कराने के नाम पर ठगी की थी. वहीं कानपुर में भी सॉल्वर पकड़ा गया.
पकड़ा गया आरोपी दयाशंकर यादव प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने, नौकरी लगवाने के नाम पर ठगी करता था. उसके खिलाफ पहले से ही प्रयागराज में मुकदमा पंजीकृत है. प्रयागराज के गढ़चंपा मऊआइमा निवासी दयाशंकर ने उत्तर प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा 2023 में परीक्षा पास करने के नाम पर कई लोगों से दो-दो लाख रुपए लिए थे. दयाशंकर ने बताया कि मैं और अमिताभ मिश्रा मिलकर यह गिरोह चलाते थे. अभ्यर्थियों से कहते थे कि प्रश्न पत्र में जिसका उत्तर पूरी तरह आता हो उसी का उत्तर लिखना है. जिन प्रश्नों के उत्तर नहीं आते, उन्हें खाली छोड़ देनी है. परीक्षा कराने वाली एजेंसी से सेटिंग है. बाद में सही उत्तर लिखकर पास करवा दिया जाएगा.
रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर की थी ठगी : पूर्व में भी रेलवे में नौकरी दिलवाने के नाम पर प्रयागराज के ही पुरे मखदूम निवासी राम कैलाश से ₹350000 लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र दिया था. इसके संबंध में मुकदमा पंजीकृत है. एसटीएफ को पुलिस से जानकारी मिली कि उप्र पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा-2023 के अभ्यर्थियों को परीक्षा में नकल कराकर उनसे मोटी रकम वसूलने वाले गिरोह का सक्रिय सदस्य दयाशंकर यादव रामफल इनारी चौराहे से मलखानपुर जाने वाली रोड पर मौजूद है. टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया. दयाशंकर यादव के पास से एक मोबाइल, एक एडमिट कार्ड और ₹5000 नकद मिले हैं.
कानपुर में पुलिस के हत्थे चढ़े दो सॉल्वर : कानपुर में बीते 24 घंटे के अंदर पुलिस ने अलग-अलग परीक्षा केंद्र से दो सॉल्वर को गिरफ्तार किया.चकेरी थाना क्षेत्र के कृष्णा नगर स्थित यमुना देवी बालिका इंटर कॉलेज में आगरा के शमशाबाद रोड निवासी संतवीर पहली पाली में अभ्यर्थी की जगह पर एटा का सॉल्वर हरेंद्र कुमार परीक्षा देने के लिए आया था. एंट्री के दौरान बायोमेट्रिक मिलान के दौरान उसे पकड़ लिया गया. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया.
जन्मतिथि में गड़बड़ी पर पकड़ा गया अभ्यर्थी : जिले के कैंट थाना क्षेत्र के अंतर्गत स्थित प्रथम पाली में एल पी इंटर कॉलेज में मुजफ्फरपुर हरी गोपमऊ थाना टड़ियावां जनपद हरदोई निवासी फहीम अली पेपर देने आया था. प्रवेश पत्र चेकिंग के दौरान जब सुरक्षा कर्मियों को उस पर संदेह हुआ तो उन्होंने आधार कार्ड और हाईस्कूल की मार्कशीट की मांग की. उन्होंने जब दस्तावेजों को चेक किया तो दोनों की जन्मतिथि में अंतर पाया गया. पूछताछ में फहीम ने बताया कि, उम्र कम करने के लिए उसने वर्ष 2016 में दसवीं और 2018 में 12वीं परीक्षा अलग से दी थी. वही, पुलिस ने इस मामले में फहीम के खिलाफ कैंट थाने में मुकदमा दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है.
तीसरे दिन 12,875 परिसर्थियों ने छोड़ा एग्जाम : पुलिस भर्ती परीक्षा के तीसरे दिन परीक्षा की प्रथम पाली में कानपुर में कुल 25800 परीक्षार्थियों को उपस्थित होना था. जिसमें 19333 परीक्षार्थी उपस्थित हुए इसी तरह द्वितीय पाली में 25799 परीक्षार्थियों को उपस्थित होना था. इसमें 19391 परीक्षण थी उपस्थित हुए दोनों पालियों में कुल 38724 परीक्षार्थी उपस्थित रहे. 12875 परीक्षार्थियों ने परीक्षा छोड़ दी.
झांसी में पुलिस भर्ती परीक्षा के तीसरे दिन तीन गिरफ्तार : झांसी में रविवार को यूपी पुलिस की सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में पेपर देने आए बिहार के रहने वाले अखलाक अंसारी और रोहित कुमार पाल को नकल करते हुए पकड़ा गया. यह दोनों एक दूसरे की आंसर शीट बदलकर नकल कर रहे थे. इसके अलावा झांसी के वीरांगना झलकारी बाई महिला पॉलिटेक्निक कॉलेज में भी एक अभ्यर्थी विवेक कुमार के पास ब्लूटूथ डिवाइस मिला. इनमें दो बिहार के निवासी हैं. जबकि तीसरा उत्तर प्रदेश के हमीरपुर का रहने वाला है.
जिले में 43.4.6 प्रतिशत छात्र ही परीक्षा में शामिल हुए. बुंदेलखंड विश्वविद्यालय में पहली पाली की परीक्षा के दौरान बिहार के भोजपुर के बिहिया गांव निवासी रोहित कुमार एवं रोहतास के बिसेनी कला निवासी अखलाक अंसारी अपनी उत्तर पुस्तिका बदलते हुए पकड़े गए. पूछताछ में बताया कि आपस में प्रश्नपत्र हल करने में एक-दूसरे की मदद कर रहे थे. दोनों छात्रों को नवाबाद थाने लाया गया. यहां उनके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करके उनको हिरासत में ले लिया गया.
वहीं, सीपरी बाजार स्थित वीरांगना 'झलकारी बाई महिला - पॉलिटेक्निक में दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान हमीरपुर के कुरारा निवासी विवेक कुमार भूल अंदर ब्लूटूथ डिवाइस लेकर पहुंच गया. करीब आधे घंटे बाद उसे इसका अहसास हुआ तब उसने कक्ष निरीक्षक को यह बात बताई. केंद्र के अंदर ब्लूटूथ डिवाइस होने की खबर से अफसरों में खलबली मच गई. छात्र से पूछताछ की गई. उसने बताया कि भूलवश वह डिवाइस लेकर केंद्र के अंदर तक जा पहुंचा. परीक्षा के बाद उसे थाने लाया गया. यहां भी उससे पूछताछ हुई. उसे भी गिरफ्तार कर लिया गया. इसके पहले दो पालियों में परीक्षा कराई गई. आज भी 22,848 परीक्षार्थियों को इसमें शामिल होना था लेकिन, 9930 छात्र ही इसमें शामिल हुए जबकि 12,918 छात्र अनुपस्थित रहे. सुरक्षा के लिए मजिस्ट्रेट समेत अन्य अधिकारियों ने परीक्षा केंद्रों का जायजा लिया. एसपी सिटी ज्ञानेंद्र सिंह के मुताबिक तीनों छात्रों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करा दी है.
फिरोजाबाद में वर्दी पहनने के जुनून में धोखाधड़ी : फिरोजाबाद जिले में चल रही पुलिस भर्ती परीक्षा के तीसरे दिन केंद्र व्यवस्थापक और सचल दल एक अभ्यर्थी को पकड़ा. उसने वर्दी का शौक पूरा करने के लिए दो बार हाईस्कूल की परीक्षा देकर प्रमाण पत्रों में जन्मतिथि को ही बदलवा दिया. वह राघवेंद्र से सौरभ बन गया.आधार कार्ड से मिलान करने पर जब मामला पकड़ में आया तो आरोपी को अरेस्ट कर जेल भेज दिया गया.
फिरोजाबाद में कुल 6 केंद्र बनाए गए हैं. एक केंद्र एसआर डिग्री कॉलेज भी है. यहां 25 अगस्त को द्वितीय पाली में सौरभ सिंह पुत्र रामपाल निवासी लाल शाह का पुरवा सचेंडी जनपद कानपुर नगर परीक्षा देने के लिए आया था. उसका रोल नंबर 2301004 था. पुलिस ने जब बायोमेट्रिक से इसके आधार का मिलान किया तो उसका नाम राघवेंद्र शो कर रहा था लेकिन पिता का नाम और पता एक ही था. केंद्र व्यवस्थापक और सचल दल को मामला संदिग्ध लगा तो उन्होंने सौरभ से पूछताछ की तो उसने बताया कि उसका असली नाम राघवेंद्र ही है. उसने साल 2012 में हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी. इसमें जन्मतिथि 20 जुलाई 1977 थी लेकिन मैंने उम्र कम कराने के मकसद से सौरभ के नाम से आधार कार्ड बनवाया और साल 2018 में फिर से हाईस्कूल की परीक्षा पास की. इसमें उम्र 10 जुलाई 2004 है.
थाना प्रभारी उत्तर राजेश पांडेय ने बताया कि राघवेंद्र को हिरासत में लेकर जब उसकी तलाशी ली गयी तो उसके पास से सौरभ और राघवेंद्र नाम से दो आधार कार्ड, इसी तरह अलग-अलग नाम से हाई स्कूल की दो मार्कशीट, इसके अलावा अन्य कई दस्तावेज बरामद हुए हैं. केंद्र व्यवस्थापक प्रमोद कुमार सिरोठिया की तहरीर पर राघवेंद्र के खिलाफ केस दर्ज उसे जेल भेजने की कार्रवाई की गई.
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