फर्रुखाबादः यूपी के कई जिले बाढ़ से जूझ रहे हैं. इनमें फर्रुखाबाद जिला भी शामिल है. यहां के 66 गांव बाढ़ से जूझ रहे हैं. शमशाबाद में कायमगंज के गांव भी बाढ़ के चपेट में आए हैं. बाढ़ के चलते मनरेगा (UP MGNREGA) के ग्राम पंचायतों में चल रहे काम थम गए हैं. ऐसे में इस जिले के करीब 3 हजार मनरेगा मजदूरों को काम नहीं मिल पा रहा है. बाढ़ की मजबूरी के चलते उन्हें नया काम आंवटित हो रहा है. ऐसे में उनकी रोजी रोटी पर संकट खड़ा हो गया है.
37 हजार कार्ड धारकों ने मांगा था कामः ईटीवी भारत को रंजीत उपयुक्त मनरेगा रणजीत सिंह ने बताया कि जिले में मनरेगा में काम करने वाले लोग 76 हजार एक्टिव जॉब कार्ड धारक हैं. इसमें 37000 लोग लोग काम की मांग करते हैं. जो लोग रोजगार की मांग करते हैं उनका रोजगार उपलब्ध कराया जाता है.
एक दिन का 237 रुपए मिलताः एक जॉब कार्ड धारक को एक दिन के कार्य के एवज में 237 रुपए मिलता है. मनरेगा योजना के अंतर्गत ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले जॉब कार्ड धारकों को उनकी मांग के अनुसार एक परिवार को अधिकतम 100 दिन का रोजगार मिलता है. वहीं गंगा व रामगंगा से प्रभावित ब्लॉक कायमगंज में 10 गांव, शमशाबाद में करीब 15 गांव, ब्लॉक बढ़पुर और ब्लाक कमालगंज में भी गांव है.करीब 66 गांव बाढ़ के ग्रस्त हैं.
3000 कार्ड धारकों को काम नहींः सक्रिय मनरेगा जॉब कार्ड धारक 3000 के करीब हैं. इनको जल भराव की वजह से हम कार्य नहीं दे पा रहे हैं. वे अपनी गृहस्थी व्यवस्थित करने में लगे हैं. जैसे ही बाढ़ की स्थिति सामान्य होगी तत्काल उन्हें काम उपलब्ध कराया जाएगा. लोगों को राशन की सेवा सरकार की तरफ से उपलब्ध हो रही.
काम न मिलने पर भत्ते का प्रावधानः उन्होंने कहा कि काम न मिलने पर भत्ते का प्रावधान है. हालांकि अभी तक कोई काम मांगने नहीं आया है. उन्होंने कहा कि अभी तक पूरे जिले से ऐसे कोई मांग सामने नहीं आई है. उन्होंने कहा कि बाढ़ थमते ही काम मांगने वाले जॉब कार्ड धारकों को काम उपलब्ध करा दिया जाएगा.