लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार का पूरा फोकस अब युवाओं को रोजगार देने पर है. लगातार सरकार की तरफ से विभिन्न विभागों में युवाओं को नौकरी दी जा रही है. उत्तर प्रदेश सरकार ने 'मिशन रोजगार' के तहत साढ़े सात वर्ष में साढ़े छह लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी दी है.
इसके साथ ही अगले दो वर्ष में उत्तर प्रदेश के दो लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी से जोड़ने की घोषणा की है. इसी के तहत मंगलवार को लोकभवन में 647 युवाओं को वन रक्षक व वन्य जीव रक्षक पद पर नियुक्ति पत्र वितरित किया जाएगा. इससे वन्य जीव और मानव संघर्ष को रोकने में मदद मिलेगी. उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में भी 41 अवर अभियंताओं की तैनाती की गई है.
बता दें कि हाल ही में बहराइच, पीलीभीत, संभल समेत यूपी के कई जिलों में भेड़िए और सियार का आतंक देखने को मिला है. भेड़िए और सियार आदमखोर हो गए हैं. ये वन रक्षक ऐसे ही आदमखोर हो चुके जानवरों से इंसानों को बचाने में मदद करेंगे.
वन रक्षक-वन्य जीव रक्षक पद पर 534 हो चुके चयनित: अन्य विभागों की तरह ही वन व वन्य जीव विभाग में भी युवाओं को नौकरी दी जा रही है. योगी सरकार में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से निकली भर्ती में सहायक वन संरक्षक पद पर 94, क्षेत्रीय वन अधिकारी पद पर 217, सहायक सांख्यिकी अधिकारी के पद पर 15 युवाओं को नियुक्ति दी जा चुकी है.
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से निकाली गई भर्ती में मानचित्रकार पद पर 37 और वन रक्षक/वन्य जीव रक्षक पद पर 534 युवाओं की नियुक्ति की गई है. इसी पद पर कल 647 अन्य युवाओं को भी नियुक्ति पत्र दिया जाएगा. यानी वन रक्षक और वन्य जीव रक्षक के पद पर कुल 1181 युवाओं की भर्ती हो जाएगी. यह रक्षक वन्यजीव व मानव संघर्ष को रोकने में बड़ी भूमिका का निर्वहन करेंगे. इसी तरह क्षेत्रीय वन अधिकारी के पद पर 217 युवाओं को सरकारी नौकरी मिली.
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में 41 जेई भी हुए नियुक्त: वन विभाग के अलावा यूपी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड में भी युवाओं की जेई पद पर भर्ती की गई है. इसमें 41 अवर अभियंताओं की तैनाती की गई है. निष्पक्षता के आधार पर मिली नौकरी के बाद ईमानदारी से युवा अपने काम को अंजाम दे रहे हैं.