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हद है! नाबालिग कन्याओं को पहुंचा बालिग वाला सरकारी मैसेज; CDO बोले- ये मानवीय भूल - VARANASI NEWS

VARANASI NEWS: दीपावली के मौके पर वाराणसी के रमना गांव की 40 कुंवारी लड़कियों को गर्भवती महिलाओं के सरकारी योजनाओं के लाभ संबंधी मैसेज मिल गए थे.

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नाबालिग कन्याओं को पहुंचा बालिग वाला सरकारी मैसेज. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Nov 9, 2024, 5:10 PM IST

Updated : Nov 9, 2024, 6:21 PM IST

वाराणसी: काशनगरी वाराणसी में गर्भवती महिलाओं के लिए पुष्टाहार योजना और स्तनपान से बच्चों को तंदुरुस्त रखने संबंधी जागरूकता के मैसेज दीपावली के मौके पर बधाई संदेश के रूप में रमना गांव की कुछ किशोरियों को पहुंच गए. इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया. मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि मानवीय भूल के कारण नंबरों को गलत फीड करने की वजह से यह गलती हुई है, जिसे तत्काल अपडेट कर दिया गया है.

दरअसल, दीपावली के मौके पर वाराणसी के रमना गांव की 40 कुंवारी लड़कियों को गर्भवती महिलाओं के सरकारी योजनाओं के लाभ संबंधी मैसेज मिल गए थे. इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी ने डीपीआरओ को जांच के लिए कहा था. फिलहाल सीडीओ इस पूरे मामले में मानवीय भूल की बात कह रहे हैं.

घटना के बारे में बताते बनारस सीडीओ हिमांशु नागपाल. (Video Credit; ETV Bharat)

मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल का कहना है कि जो शिकायत प्राप्त हुई थी, उसे संज्ञान में रखते हुए डाटा डिलीट करके सारी चीजों को अपडेट किया जा रहा है. इसकी जांच की जा रही है. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मैसेज में लिखा था पोषण ट्रैकर में आपका स्वागत है. एक स्तनपान कराने वाली मां के रूप में आप हॉट कुक्ड मील या राशन परामर्श बाल स्वास्थ्य निगरानी और गृहभ्रमण के माध्यम से स्तनपान जैसी सेवाओं का लाभ आंगनबाड़ी केंद्र की सहायता से उठा सकती हैं. मैसेज आने के बाद गांव की प्रधान आरती पटेल ने इसकी सूचना तत्काल अधिकारियों को दी थी.

सीडीओ हिमांशु नागपाल ने बताया कि वाराणसी के रमना गांव में शिकायत प्राप्त हुई थी. कुछ किशोरियों का पंजीकरण गर्भवती के तौर पर कर दिया गया था. उनको इसकी सूचना दीपावली से पूर्व मैसेज के माध्यम से मिली थी. इस मामले की जांच कराई गई है.

पता चला कि आंगनबाड़ी महिला जो गर्भवती महिलाओं, बच्चों को पुष्टाहार के साथ-साथ बीएलओ का भी कार्य करती हैं, वह वर्तमान में एक योजना के लिए घर-घर जाकर परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड और फॉर्म इकट्ठा कर रही थीं.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा भूलवश आधार नंबर सहित दोनों फॉर्म मिक्स कर दिए गए. इसके बाद उसी आधार नंबर पर पंजीकरण हो गया, जिसके बाद यह मैसेज प्राप्त हुआ. हालांकि इस मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए डाटा डिलीट कर दिया गया. यह मानवीय भूल है, मामले में नोटिस भी जारी की गई है.

ये भी पढ़ेंः उन्नाव में 7 दिन की बच्ची जलते चूल्हे में गिरी, 50% झुलसी; पिता बोला-मां पीती है शराब, नशे में की घटना

वाराणसी: काशनगरी वाराणसी में गर्भवती महिलाओं के लिए पुष्टाहार योजना और स्तनपान से बच्चों को तंदुरुस्त रखने संबंधी जागरूकता के मैसेज दीपावली के मौके पर बधाई संदेश के रूप में रमना गांव की कुछ किशोरियों को पहुंच गए. इसके बाद गांव में हड़कंप मच गया. मामले की जांच शुरू हुई तो पता चला कि मानवीय भूल के कारण नंबरों को गलत फीड करने की वजह से यह गलती हुई है, जिसे तत्काल अपडेट कर दिया गया है.

दरअसल, दीपावली के मौके पर वाराणसी के रमना गांव की 40 कुंवारी लड़कियों को गर्भवती महिलाओं के सरकारी योजनाओं के लाभ संबंधी मैसेज मिल गए थे. इस मामले में मुख्य विकास अधिकारी ने डीपीआरओ को जांच के लिए कहा था. फिलहाल सीडीओ इस पूरे मामले में मानवीय भूल की बात कह रहे हैं.

घटना के बारे में बताते बनारस सीडीओ हिमांशु नागपाल. (Video Credit; ETV Bharat)

मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल का कहना है कि जो शिकायत प्राप्त हुई थी, उसे संज्ञान में रखते हुए डाटा डिलीट करके सारी चीजों को अपडेट किया जा रहा है. इसकी जांच की जा रही है. जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

मैसेज में लिखा था पोषण ट्रैकर में आपका स्वागत है. एक स्तनपान कराने वाली मां के रूप में आप हॉट कुक्ड मील या राशन परामर्श बाल स्वास्थ्य निगरानी और गृहभ्रमण के माध्यम से स्तनपान जैसी सेवाओं का लाभ आंगनबाड़ी केंद्र की सहायता से उठा सकती हैं. मैसेज आने के बाद गांव की प्रधान आरती पटेल ने इसकी सूचना तत्काल अधिकारियों को दी थी.

सीडीओ हिमांशु नागपाल ने बताया कि वाराणसी के रमना गांव में शिकायत प्राप्त हुई थी. कुछ किशोरियों का पंजीकरण गर्भवती के तौर पर कर दिया गया था. उनको इसकी सूचना दीपावली से पूर्व मैसेज के माध्यम से मिली थी. इस मामले की जांच कराई गई है.

पता चला कि आंगनबाड़ी महिला जो गर्भवती महिलाओं, बच्चों को पुष्टाहार के साथ-साथ बीएलओ का भी कार्य करती हैं, वह वर्तमान में एक योजना के लिए घर-घर जाकर परिवार के सदस्यों का आधार कार्ड और फॉर्म इकट्ठा कर रही थीं.

आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा भूलवश आधार नंबर सहित दोनों फॉर्म मिक्स कर दिए गए. इसके बाद उसी आधार नंबर पर पंजीकरण हो गया, जिसके बाद यह मैसेज प्राप्त हुआ. हालांकि इस मामले का तत्काल संज्ञान लेते हुए डाटा डिलीट कर दिया गया. यह मानवीय भूल है, मामले में नोटिस भी जारी की गई है.

ये भी पढ़ेंः उन्नाव में 7 दिन की बच्ची जलते चूल्हे में गिरी, 50% झुलसी; पिता बोला-मां पीती है शराब, नशे में की घटना

Last Updated : Nov 9, 2024, 6:21 PM IST
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