कानपुर: उत्तर प्रदेश के तमाम जिलों में भले ही मानसूनी तेज बारिश न हो रही हो, मगर पहाड़ों पर जो बारिश हो रही है उससे कानपुर में अब गंगा उफान पर आ चुकी है. गंगा बैराज पर पानी की स्थिति ऐसी है कि सिंचाई विभाग के अफसरों ने बैराज के सारे गेट (30) खोल दिए हैं. पानी का बहाव इतना तेज है, मानो किसी स्टेशन पर शताब्दी-राजधानी एक्सप्रेस गुजर रही हो.
स्थिति ये है कि कभी भी कटरी समेत गंगा किनारे वाले इलाकों में बाढ़ की आ सकती है. हालांकि, बाढ़ से बचाव व राहत के लिए जिला प्रशासन ने सारी तैयारियां कर ली हैं. गंगा बैराज पर मौजूदा समय में गंगा का रौद्र रूप दिख रहा है और पूरा नजारा किसी समुद्र की तरह है. मटमैला पानी लगातार प्रयागराज की ओर बह रहा है, इससे शहर के अटल घाट, परमट घाट समेत अन्य घाटों पर सीढ़ियां तक डूब गई हैं.
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी जुलाई के आखिरी व अगस्त के पहले हफ्ते में जमकर बारिश होनी है. ऐसे में सिंचाई विभाग के अफसरों का दावा है कि अगर शहर में ठीकठाक बारिश हुई तो गंगा का पानी चेतावनी बिंदु को पार कर जाएगा.
चेतावनी बिंदु के समीप पहुंची धारा: गंगा बैराज के पास मौजूद सिंचाई विभाग के कर्मियों ने बताया, कि पिछले सालों में पानी 30-31 जुलाई तक चेतावनी बिंदु के आसपास आ जाता था. हालांकि, इस सीजन में 15 दिन पहले ही गंगा का पानी चेतावनी बिंदु के समीप है. गंगा के जलस्तर में रविवार को 6 सेमी. की बढ़ोतरी दर्ज की गई थी. शुक्लागंज पर चेतावनी बिंदु जहां 113 मीटर है, वहीं बैराज पर यह 114 मीटर है.
15 दिन में गंगा का जलस्तर 20 सेमी. से अधिक बढ़ा: सिंचाई विभाग के अफसरों ने बताया कि नरौरा व हरिद्वार से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. ऐसे में 15 दिन के अंदर गंगा का जलस्तर 20 सेमी. से अधिक बढ़ चुका है. गंगा का काफी पानी उन्नाव के निचले इलाकों तक पहुंच भी गया है. अब, शहर के कटरी समेत आसपास के गांवों में पानी पहुंच सकता है. एडीएम सिटी डॉ.राजेश कुमार ने बताया कि बाढ़ से बचाव व राहत की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. हम जरूरतमंदों की हरसंभव मदद के लिए तैयार हैं.
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