कानपुर : कुछ दिनों पहले ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में आयोजित हुई ग्लोबल सोर्सिंग एक्सपो ने यूपी के निर्यातकों के लिए राहतभरी खबर दी. निर्यातकों को ऑस्ट्रेलिया से वापस आते ही उनके उत्पादों के लिए लगभग 500 करोड़ रुपये के आर्डर मिल गए. साथ ही ऑस्ट्रेलिया के कारोबारियों ने अब यूपी के निर्यातकों से कारोबार को लेकर अपने द्वार खोल दिए हैं. इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में अब एक्सपो भी हर साल आयोजित किया जाएगा, जिसमें यूपी के सभी शहरों से निर्यातक जा सकेंगे. एक्सपो में कानपुर, लखनऊ के अलावा पश्चिम के कई शहरों से निर्यातकों ने हिस्सा लिया था.
इकनोमिक कॉम्प्रिहेंसिव ट्रेड एग्रीमेंट के तहत कर सकेंगे कारोबार : इस पूरे मामले को लेकर फेडरेशन ऑफ इंडियन एक्सपोर्ट आर्गेनाइजेशन के सहायक निदेशक आलोक श्रीवास्तव ने बताया कि एक्सपो में यूपी से 100 से अधिक निर्यातकों ने हिस्सा लिया. वहां के कारोबारियों से अपने उत्पादों को लेकर सीधा संवाद किया. इसका नतीजा रहा कि यहां के कारोबारियों को करीब 500 करोड़ रुपये के आर्डर मिल गए. उन्होंने बताया कि साल 2022 में ही ऑस्ट्रेलिया सरकार ने केंद्र सरकार के साथ एक्टा (इकनोमिक कॉम्प्रिहेंसिव ट्रेड एग्रीमेंट) समझौता किया था. जिसके चलते अब यूपी के निर्यातक आराम से ऑस्ट्रेलिया के साथ कारोबार कर सकते हैं. उन्होंने बताया कि ऑस्ट्रेलिया यूपी के निर्यातकों के लिए अच्छा बाजार है.
इन सेक्टर के निर्यातक एक्सपो में हुए शामिल : एपेरेल, फैशन एसेसरीज, टेक्सटाइल्स, फैब्रिक, स्पोर्ट्स वियर एंड गुड्स, ट्रिम्स एंड कंपोनेंट्स, आर्टिफिशियल ज्वैलरी, कीमती स्टोंस, फुटवियर, ट्रेवल गुड्स, हैंडबैग्स आदि.
निर्यात किए जाने वाले प्रमुख उत्पाद : पेट्रोलियम उत्पाद, इंजीनियरिंग सामान, दवाएं व फार्मास्युटिकल्स उत्पाद, आरएमजी कपास, रत्न और आभूषण.
ऑस्ट्रेलिया में बिकने वाले प्रमुख भारतीय उत्पाद : हस्तशिल्प, घर के सजावट के सामान, आटोमोबाइल उपकरण, रत्न एवं आभूषण, कपड़े आदि.
कानपुर के कारोबारी अमित सोनी ने बताया कि इस तरह के एक्सपो से उद्यमिता को बढ़ावा देने के नजरिए से अनुभव मिलता है. सरकार का यह प्रयास सराहनीय है. ऐसे आयोजन लगातार होते रहने चाहिए, जिसमें उद्यमी को दूसरे देशों के उद्यमियों संग सीधे संवाद का मौका मिल सके.
इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पूर्व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील वैश्य ने बताया कि उद्यमी जब दूसरे देशों में जाएंगे तो निश्चित तौर पर उनके कारोबार को बढ़ावा मिलेगा. बीटूबी कांफ्रेंस, एक्सपो इसके बेहतर माध्यम है. सरकार को सभी क्षेत्रों के उद्यमियों को इस तरह के आयोजनों में शामिल कराना चाहिए. इससे यूपी का कारोबार बढ़ेगा.
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