लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी के घोषणा पत्र को लेकर प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से कहां गया है कि यह झूठ का पुलिंदा है. भारतीय जनता पार्टी को नया घोषणा पत्र पेश करने की जगह पिछले 5 साल का श्वेत पत्र जारी करना चाहिए था. कांग्रेस की ओर से कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी का घोषणा पत्र झूठ का उद्घोष है.
रविवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के चेयरमैन डॉ सीपी राय ने प्रेसवार्ता को सम्बोधित किया. प्रेसवार्ता में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी मीडिया विभाग के वाइस चेयरमैन मनीष श्रीवास्तव हिंदवी, प्रदेश प्रवक्ता प्रियंका गुप्ता मुख्य रूप से मौजूद रहीं. प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय संकल्प पत्र पर डॉ सीपी राय ने कहा कि जो सरकार पिछले दस सालों से सत्ता में है, उसे घोषणा पत्र जारी करने के पहले अपने द्वारा किये गये कार्यों का एक श्वेत पत्र जारी करना चाहिए.
मोदी सरकार 2014 में जनता को ढेर सारे सब्जबाग दिखाकर सत्ता में आई थी. सच तो यह है कि 10 साल बीत गये इस बीच एक झूठ पत्र इनका 2019 में भी आया था मगर धरातल पर जनहित का कोई काम नहीं दिखा. राय ने कहा कि किसी भी सरकार के कार्य को मापने के 5 मापदंडों ( आर्थिक, सामरिक, सामाजिक, राजनीतिक, विदेश नीति ) पर मापा जाता है. राय ने कहा कि आर्थिक मापदंड की अगर बात करें तो 25 करोड़ लोगों को गरीबी रेखा से बाहर निकालने वाली दावा करने वाली भाजपा सरकार खुद ही दावा करती है कि 80 करोड़ लोगों का जीवन उसके द्वारा दिये गये 5 किलो राशन पर चल रहा है.
सामरिक मापदंड की अगर बात की जाये तो भाजपा के अपने सांसद तापिर गाव कई साल से सरकार को चीन के घुसपैठ के बारे में आगाह कर रहे हैं. पिछले कई दिनों से मशहूर समाजसेवी सोनम वांगचुक लद्दाख में अनशन पर बैठे थे और लगातार सरकार से लद्दाख की सीमाओं पर चीनी अतिक्रमण का मुद्दा उठा रहे थे. सामाजिक मापदंड की बात की जाये, तो सामाजिक एकता का ताना बाना इस सरकार में बुरी तरह से छिन्न-भिन्न हुआ है. कोई भी देश और समाज तब विकसित होता है, जब वहां सामाजिक अमन कायम रहता है.
लोकतंत्र में पक्ष और विपक्ष दो पहिए हैं, जिन पर सवार होकर देश विकास का रास्ता तय करता है. मोदी सरकार ने संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग करते हुए पिछले दस सालों में विपक्ष के नेताओं को झूठे मुकदमों में फंसाने का कार्य किया है. राजनीतिक मतभेद को मनभेद में बदल दिया है. विदेश नीति की अगर बात करें तो हमारे अगल बगल के सभी पड़ोसियों से हमारे रिशते खराब हुए हैं. पूरे विश्व में सरकार की धार्मिक तुष्टीकरण की नीति से देश की छवि धूमिल हुई है.
प्रेसवार्ता में डॉ सीपी राय ने कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष द्वारा उठाए गए जनता के मुद्दों पर पक्ष को जवाब देना चाहिए. मोदी सरकार पिछले दस सालों में ना तो कोई प्रेसवार्ता कर सवालों के जवाब दे पाई और न ही संसद में विपक्ष का सामना कर पाई. राय ने कहा कि मैं भाजपा के किसी भी नेता को मीडिया के समक्ष सार्वजनिक बहस के लिए आमंत्रित करता हूं.
उन्होंने कहा कि सवाल तो यह उठना चाहिए कि 55 सालों में कांग्रेस ने क्या किया और 16 साल में भाजपा ने क्या किया. सवाल तो यह भी उठना चाहिए कि अगले 5 साल में कौन जनहित के कार्य करेगा. कौन भारत के मूल चरित्र को बरकरार रखेगा और संविधान को सुरक्षित रखेगा.