ETV Bharat / state

यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा, सीसीटीवी कैमरों से रखी जाएगी नजर - UP Board 10th and 12th exams

यूपी बोर्ड की 10वीं और 12वीं की परीक्षा के दौरान सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी. उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने मंगलवार को कहा कि नकल न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किये गये हैं.

UP Board Exam 2024
UP Board 10th and 12th exams will be monitored through CCTV cameras
author img

By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Feb 20, 2024, 4:32 PM IST

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्याकांत शुक्ला

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षा 22 फरवरी से होगी. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. शासन के दिशा निर्देश पर नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए व्यवस्था की गई हैं. परीक्षा कक्ष से लेकर स्ट्रांग रूम तक की निगरानी सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से की जाएगी. इसके लिए कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया गया है. बोर्ड के सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने दावा किया है कि इंतजाम इतने पुख्ता है कि नकल माफिया पर भी नहीं मार सकते.

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने मंगलवार को बोर्ड कार्यालय पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा (UP Board Exam 2024) को लेकर की गई तैयारी के संबंध में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की 2024 की परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 22 फरवरी से शुरू हो रही, यह परीक्षा 12 कार्य दिवसों में आयोजित होकर 9 मार्च तक चलेंगी. इस बार यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 55 लाख 25 हजार 308 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं.

8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए: इसके लिए प्रदेश भर में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए है. इसमें परीक्षा के लिए 566 राजकीय विद्यालय 3479 सवित्त और 4220 वित्त विहीन विद्यालयों को केंद्र बनाया गया है. हाईस्कूल की परीक्षा में 1571184 छात्र और 1376127 छात्राओं को मिलाकर कुल 29 लाख 47 हजार 311 परीक्षार्थी शामिल होंगे. वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में 1428323 छात्र और 1149674 छात्राओं को मिलाकर कुल 25 लाख 77 हजार 997 परीक्षार्थी शामिल होंगे.

10 अधिकारी को मास्टर ट्रेनर नियुक्त: बोर्ड सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने कहा कि परिषदीय परीक्षाओं की सुचिता गुणवत्ता विश्व सुनीता और परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्रों के पूर्व नल की दुष्परवृत्ति पर अंकुश लगाए जाने एवं प्रश्न पत्रों के रखरखाव हेतु परिषद के 10 अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर नियुक्त कर जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से कच्छ निरीक्षकों को प्रशिक्षण दिलाया गया है.

परिचय पत्र पर भी क्यूआर कोड होगा: इसके अलावा छात्रों को मिलने वाले परिचय पत्र पर भी क्यूआर कोड तैयार कराया गया है. परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं की अदला बदली को लेकर बोर्ड ने इस बार खास इंतजाम किए हैं. इस बार की उत्तर पुस्तिकाओं में हाई स्कूल और इंटर के अलग-अलग रंग की कॉपियां बनवाई गई हैं. साथ ही परिषद का लोगो भी अंदर के पन्नों पर अंकित कराया गया है.

कमांड कंट्रोल सेंटर से होगी निगरानी: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद इस बार नकल रोकने के लिए पांच जिलों में कमांड कंट्रोल स्थापित किया गया है. इसमें प्रमुख रूप से मेरठ, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, और गोरखपुर शामिल हैं. इन सभी कमांड कंट्रोल सेंटर से परीक्षा केंद्र में बने स्ट्रांग रूम की निगरानी 24 घंटे की जा रही है. साथ ही पुलिस द्वारा संबंधित स्ट्रांग रूम का समय-समय पर रात्रि कालीन निरीक्षण भी किया जा रहा है.

सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना फैलाने पर होगी कड़ी कार्रवाई: उत्तर प्रदेश यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान अगर किसी के द्वारा सोशल मीडिया पर गलत सूचना परीक्षा को लेकर फैलाई जाती है, तो यूपी बोर्ड इस पर कड़ी कार्रवाई करेगा. यूपी बोर्ड ने सोशल मीडिया पर आने वाली खबरों के लिए भी निगरानी कमेटी बनाई है. बोर्ड के सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2024 की आयोजित की जाने वाली यूपी बोर्ड की परीक्षा में किसी विषय की परीक्षा समाप्त होने से पूर्व यदि उसे विषय का कोई प्रश्न पत्र या उसके किसी भाग को या उसके हाल को व्हाट्सएप सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से संचारित करने का प्रयास किया जाएगा तो ऐसा किट अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम 1988 की धारा 4/10 के अंतर्गत उसे दंडनीय माना जाएगा.

संवेदनशील केंद्र पर यह है व्यवस्था: परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण हेतु 1297 सेक्टर मजिस्ट्रेट 430 जोनल मजिस्ट्रेट 75 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक तथा 416 सचल दल का गठन किया गया है. प्रदेश के 8265 परीक्षा केंद्रों पर एक-एक केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जा चुके हैं. इसके अलावा प्रदेश के 16 जनपद मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, देवरिया और गोंडा अति संवेदनशील जनपद घोषित किए गए हैं.

परीक्षा केंद्रों में नकल की घटनाओं एवं अन्य किसी भी प्रकार की अवांछित गतिविधि घटित होने पर तत्काल निरोधात्मक कार्रवाई करने के लिए जनपद ही कंट्रोल सेंटर सचल दल एवं उच्च अधिकारियों को सूचित कर संबंधित व्यक्ति पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इस बार परिषद मुख्यालय एवं क्षेत्र कार्यालयों के कमांड कंट्रोल सेंटर से 6000 से अधिक परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम की मॉनिटरिंग कराई जा चुकी है. इनमें 70 परीक्षा केंद्र के स्ट्रांग रूम में कमी और अव्यवस्था मिलने पर उसे तत्काल परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक को सूचित कर दूर कराया गया है.

यूपी बोर्ड ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर: परीक्षाओं में नकल की शिकायत करना चाहते हैं, तो टोल फ्री नंबर 18001805310 एवं 18001805312 पर फोन किया जा सकता है. इसके अलावा व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से भी विभाग को सूचना दी जा सकती है.

ये भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सुन रहीं थीं समस्याएं, फूट-फूटकर रोने लगी महिला, बोली- बुलडोजर से गिरवा दिया मेरा प्रधानमंत्री आवास

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्याकांत शुक्ला

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षा 22 फरवरी से होगी. इसके लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. शासन के दिशा निर्देश पर नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए व्यवस्था की गई हैं. परीक्षा कक्ष से लेकर स्ट्रांग रूम तक की निगरानी सीसीटीवी कैमरे के माध्यम से की जाएगी. इसके लिए कमांड कंट्रोल सेंटर बनाया गया है. बोर्ड के सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने दावा किया है कि इंतजाम इतने पुख्ता है कि नकल माफिया पर भी नहीं मार सकते.

उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने मंगलवार को बोर्ड कार्यालय पर हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा (UP Board Exam 2024) को लेकर की गई तैयारी के संबंध में प्रेस वार्ता की. इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की 2024 की परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. 22 फरवरी से शुरू हो रही, यह परीक्षा 12 कार्य दिवसों में आयोजित होकर 9 मार्च तक चलेंगी. इस बार यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 55 लाख 25 हजार 308 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं.

8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए: इसके लिए प्रदेश भर में 8265 परीक्षा केंद्र बनाए गए है. इसमें परीक्षा के लिए 566 राजकीय विद्यालय 3479 सवित्त और 4220 वित्त विहीन विद्यालयों को केंद्र बनाया गया है. हाईस्कूल की परीक्षा में 1571184 छात्र और 1376127 छात्राओं को मिलाकर कुल 29 लाख 47 हजार 311 परीक्षार्थी शामिल होंगे. वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा में 1428323 छात्र और 1149674 छात्राओं को मिलाकर कुल 25 लाख 77 हजार 997 परीक्षार्थी शामिल होंगे.

10 अधिकारी को मास्टर ट्रेनर नियुक्त: बोर्ड सचिव दिव्याकांत शुक्ला ने कहा कि परिषदीय परीक्षाओं की सुचिता गुणवत्ता विश्व सुनीता और परीक्षा केंद्रों पर प्रश्न पत्रों के पूर्व नल की दुष्परवृत्ति पर अंकुश लगाए जाने एवं प्रश्न पत्रों के रखरखाव हेतु परिषद के 10 अधिकारियों को मास्टर ट्रेनर नियुक्त कर जिला विद्यालय निरीक्षक के माध्यम से कच्छ निरीक्षकों को प्रशिक्षण दिलाया गया है.

परिचय पत्र पर भी क्यूआर कोड होगा: इसके अलावा छात्रों को मिलने वाले परिचय पत्र पर भी क्यूआर कोड तैयार कराया गया है. परीक्षा में उत्तर पुस्तिकाओं की अदला बदली को लेकर बोर्ड ने इस बार खास इंतजाम किए हैं. इस बार की उत्तर पुस्तिकाओं में हाई स्कूल और इंटर के अलग-अलग रंग की कॉपियां बनवाई गई हैं. साथ ही परिषद का लोगो भी अंदर के पन्नों पर अंकित कराया गया है.

कमांड कंट्रोल सेंटर से होगी निगरानी: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद इस बार नकल रोकने के लिए पांच जिलों में कमांड कंट्रोल स्थापित किया गया है. इसमें प्रमुख रूप से मेरठ, बरेली, प्रयागराज, वाराणसी, और गोरखपुर शामिल हैं. इन सभी कमांड कंट्रोल सेंटर से परीक्षा केंद्र में बने स्ट्रांग रूम की निगरानी 24 घंटे की जा रही है. साथ ही पुलिस द्वारा संबंधित स्ट्रांग रूम का समय-समय पर रात्रि कालीन निरीक्षण भी किया जा रहा है.

सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचना फैलाने पर होगी कड़ी कार्रवाई: उत्तर प्रदेश यूपी बोर्ड की परीक्षा के दौरान अगर किसी के द्वारा सोशल मीडिया पर गलत सूचना परीक्षा को लेकर फैलाई जाती है, तो यूपी बोर्ड इस पर कड़ी कार्रवाई करेगा. यूपी बोर्ड ने सोशल मीडिया पर आने वाली खबरों के लिए भी निगरानी कमेटी बनाई है. बोर्ड के सचिव ने जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2024 की आयोजित की जाने वाली यूपी बोर्ड की परीक्षा में किसी विषय की परीक्षा समाप्त होने से पूर्व यदि उसे विषय का कोई प्रश्न पत्र या उसके किसी भाग को या उसके हाल को व्हाट्सएप सोशल मीडिया या अन्य किसी माध्यम से संचारित करने का प्रयास किया जाएगा तो ऐसा किट अनुचित साधनों का निवारण अधिनियम 1988 की धारा 4/10 के अंतर्गत उसे दंडनीय माना जाएगा.

संवेदनशील केंद्र पर यह है व्यवस्था: परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण हेतु 1297 सेक्टर मजिस्ट्रेट 430 जोनल मजिस्ट्रेट 75 राज्य स्तरीय पर्यवेक्षक तथा 416 सचल दल का गठन किया गया है. प्रदेश के 8265 परीक्षा केंद्रों पर एक-एक केंद्र व्यवस्थापक और स्टेटिक मजिस्ट्रेट नियुक्त किया जा चुके हैं. इसके अलावा प्रदेश के 16 जनपद मथुरा, बागपत, अलीगढ़, मैनपुरी, एटा, हरदोई, आजमगढ़, बलिया, मऊ, प्रयागराज, कौशांबी, चंदौली, जौनपुर, गाजीपुर, देवरिया और गोंडा अति संवेदनशील जनपद घोषित किए गए हैं.

परीक्षा केंद्रों में नकल की घटनाओं एवं अन्य किसी भी प्रकार की अवांछित गतिविधि घटित होने पर तत्काल निरोधात्मक कार्रवाई करने के लिए जनपद ही कंट्रोल सेंटर सचल दल एवं उच्च अधिकारियों को सूचित कर संबंधित व्यक्ति पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी. इस बार परिषद मुख्यालय एवं क्षेत्र कार्यालयों के कमांड कंट्रोल सेंटर से 6000 से अधिक परीक्षा केंद्रों के स्ट्रांग रूम की मॉनिटरिंग कराई जा चुकी है. इनमें 70 परीक्षा केंद्र के स्ट्रांग रूम में कमी और अव्यवस्था मिलने पर उसे तत्काल परीक्षा केंद्र व्यवस्थापक को सूचित कर दूर कराया गया है.

यूपी बोर्ड ने जारी किया हेल्पलाइन नंबर: परीक्षाओं में नकल की शिकायत करना चाहते हैं, तो टोल फ्री नंबर 18001805310 एवं 18001805312 पर फोन किया जा सकता है. इसके अलावा व्हाट्सएप, ट्विटर और फेसबुक के माध्यम से भी विभाग को सूचना दी जा सकती है.

ये भी पढ़ें- केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सुन रहीं थीं समस्याएं, फूट-फूटकर रोने लगी महिला, बोली- बुलडोजर से गिरवा दिया मेरा प्रधानमंत्री आवास

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.