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यूपी विधानसभा उपचुनाव: सीट शेयरिंग को लेकर BJP की मुश्किलें बढ़ीं; 10 में से 5 सीटों पर RLD और निषाद पार्टी की नजर - UP Assembly By election - UP ASSEMBLY BY ELECTION

यूपी विधानसभा उपचुनाव 10 सीटों पर होंगे. इसमें से तीन सीटों की मांग राष्ट्रीय लोकदल कर सकता है. गाजियाबाद, खैर और मीरापुर सीट को लेकर चर्चा तेज हो गयी है. वहीं निषाद पार्टी भी उपचुनाव में बीजेपी से दो सीटों की मांग करेगी.

UP Assembly By election 2024 RLD seeks 3 seats Nishad Party wants two seats from BJP Seat Sharing Formula
यूपी विधानसभा उपचुनाव को लेकर बीजेपी की मुश्किलें बढ़ीं (फोटो क्रेडिट- ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jun 27, 2024, 4:12 PM IST

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दौरान कई सीटों पर विधायकों ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर सांसद बन गए. अब ऐसी नौ सीटें प्रदेश में खाली हो गई हैं और 10वीं सीट कानपुर के विधायक इरफान सोलंकी की सजा होने के चलते सीसामाऊ रिक्त हो रही है. लिहाजा, उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना तय है. इसके लिए बड़ी पार्टियों के सहयोगी दलों ने सीटों की डिमांड भी शुरू कर दी है.

एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक दल और निषाद पार्टी ने बीजेपी के सामने तीन और दो विधानसभा सीटें मांगने की योजना बनाई है. आरएलडी के नेताओं का कहना है कि सीटों की डिमांड के लिए एक कमेटी गठित की जाएगी जो बीजेपी से वार्ता करेगी, वहीं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद भी दो सीटों की डिमांड करने लगे हैं.

राष्ट्रीय लोक दल के वर्तमान में दो लोकसभा सांसद हैं, एक राज्यसभा सांसद है, आठ विधायक हैं. योगी आदित्यनाथ सरकार में एक कैबिनेट मंत्री है, एक विधान परिषद सदस्य भी है. अभी तक पार्टी के नौ विधायक थे, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मीरापुर विधानसभा सीट से विधायक चंदन चौहान लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बन गए हैं. ऐसे में पार्टी के वर्तमान में आठ विधायक हैं और पार्टी विधायकों की संख्या बढ़ाने के भरसक प्रयास में जुट गई है. मीरापुर सीट तो आरएलडी अपने कोटे की मन कर ही चल रही है.

इसके अलावा अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट और गाजियाबाद विधानसभा सीट की भी बीजेपी से डिमांड करने की योजना बना रही है. खैर विधानसभा सीट पर 2022 में आरएलडी ने भगवती प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा था. गाजियाबाद विधानसभा सीट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में विशाल वर्मा आरएलडी के प्रत्याशी के रूप में उतरे थे. हालांकि मीरापुर विधानसभा सीट ही आरएलडी जीती थी बाकी इन दोनों सीटों पर उसे हार मिली थी, लेकिन फाइट काफी क्लोज रही थी. लिहाजा, आरएलडी को लगता है कि इन दोनों सीटों पर उनका प्रत्याशी चुनाव जीत सकता है, लेकिन समस्या ये है कि इन दोनों सीटों पर ही भाजपा के विधायक जीते थे ऐसे में बीजेपी आरएलडी को यह सीटें देगी भी तो क्यों?

पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो बीजेपी से उपचुनाव में पार्टी की तरफ से तीन सीटों की डिमांड की जाएगी. अब कितनी सीटों पर बात बनती है यह कहना तो मुश्किल होगा लेकिन पार्टी के नेता मानते हैं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरएलडी काफी मजबूत है ऐसे में भारतीय जनता पार्टी आरएलडी को यह सीटें जरूर दे देगी. इसके बदले में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जिन सीटों पर खड़े होंगे उन पर राष्ट्रीय लोक दल का समर्थन मिलेगा.

निषाद पार्टी करेगी दो सीटों की डिमांड: निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद कह रहे हैं कि विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी के सामने उनकी पार्टी दो सीटों की डिमांड रखेगी. इनमें एक मझवा विधानसभा सीट तो दूसरी कटेहरी विधानसभा सीट होगी. मझवा विधानसभा सीट से विधायक रहे विनोद बिंद भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और सांसद बन गए हैं. ऐसे में इस सीट पर तो पार्टी क्लेम करेगी. कटेहरी सीट भी उसके खाते में आए इसके लिए भी बीजेपी से मांग की जाएगी.

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे का कहना है कि आरएलडी के बड़े नेता जल्द ही सीटों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से बात करेंगे. आरएलडी की समन्वय समिति बीजेपी के नेताओं के साथ बैठकर वार्ता करेगी. अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि बीजेपी से आरएलडी कितनी सीटों की डिमांड करेगी, लेकिन दो से तीन सीटों पर हमारी तैयारी है.

ये भी पढ़ें- खुशखबरी! पुरानी पेंशन स्कीम का दायरा बढ़ा; 50 हजार कर्मचारियों को होगा फायदा - Pension Scheme

लखनऊ: लोकसभा चुनाव के दौरान कई सीटों पर विधायकों ने चुनाव लड़ा और जीत हासिल कर सांसद बन गए. अब ऐसी नौ सीटें प्रदेश में खाली हो गई हैं और 10वीं सीट कानपुर के विधायक इरफान सोलंकी की सजा होने के चलते सीसामाऊ रिक्त हो रही है. लिहाजा, उत्तर प्रदेश की 10 सीटों पर विधानसभा उपचुनाव होना तय है. इसके लिए बड़ी पार्टियों के सहयोगी दलों ने सीटों की डिमांड भी शुरू कर दी है.

एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोक दल और निषाद पार्टी ने बीजेपी के सामने तीन और दो विधानसभा सीटें मांगने की योजना बनाई है. आरएलडी के नेताओं का कहना है कि सीटों की डिमांड के लिए एक कमेटी गठित की जाएगी जो बीजेपी से वार्ता करेगी, वहीं निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद भी दो सीटों की डिमांड करने लगे हैं.

राष्ट्रीय लोक दल के वर्तमान में दो लोकसभा सांसद हैं, एक राज्यसभा सांसद है, आठ विधायक हैं. योगी आदित्यनाथ सरकार में एक कैबिनेट मंत्री है, एक विधान परिषद सदस्य भी है. अभी तक पार्टी के नौ विधायक थे, लेकिन पश्चिमी उत्तर प्रदेश की मीरापुर विधानसभा सीट से विधायक चंदन चौहान लोकसभा चुनाव जीत कर सांसद बन गए हैं. ऐसे में पार्टी के वर्तमान में आठ विधायक हैं और पार्टी विधायकों की संख्या बढ़ाने के भरसक प्रयास में जुट गई है. मीरापुर सीट तो आरएलडी अपने कोटे की मन कर ही चल रही है.

इसके अलावा अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट और गाजियाबाद विधानसभा सीट की भी बीजेपी से डिमांड करने की योजना बना रही है. खैर विधानसभा सीट पर 2022 में आरएलडी ने भगवती प्रसाद को चुनाव मैदान में उतारा था. गाजियाबाद विधानसभा सीट पर 2022 के विधानसभा चुनाव में विशाल वर्मा आरएलडी के प्रत्याशी के रूप में उतरे थे. हालांकि मीरापुर विधानसभा सीट ही आरएलडी जीती थी बाकी इन दोनों सीटों पर उसे हार मिली थी, लेकिन फाइट काफी क्लोज रही थी. लिहाजा, आरएलडी को लगता है कि इन दोनों सीटों पर उनका प्रत्याशी चुनाव जीत सकता है, लेकिन समस्या ये है कि इन दोनों सीटों पर ही भाजपा के विधायक जीते थे ऐसे में बीजेपी आरएलडी को यह सीटें देगी भी तो क्यों?

पार्टी के विश्वस्त सूत्रों की मानें तो बीजेपी से उपचुनाव में पार्टी की तरफ से तीन सीटों की डिमांड की जाएगी. अब कितनी सीटों पर बात बनती है यह कहना तो मुश्किल होगा लेकिन पार्टी के नेता मानते हैं कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में आरएलडी काफी मजबूत है ऐसे में भारतीय जनता पार्टी आरएलडी को यह सीटें जरूर दे देगी. इसके बदले में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार जिन सीटों पर खड़े होंगे उन पर राष्ट्रीय लोक दल का समर्थन मिलेगा.

निषाद पार्टी करेगी दो सीटों की डिमांड: निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ संजय निषाद कह रहे हैं कि विधानसभा उपचुनाव के लिए बीजेपी के सामने उनकी पार्टी दो सीटों की डिमांड रखेगी. इनमें एक मझवा विधानसभा सीट तो दूसरी कटेहरी विधानसभा सीट होगी. मझवा विधानसभा सीट से विधायक रहे विनोद बिंद भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़े और सांसद बन गए हैं. ऐसे में इस सीट पर तो पार्टी क्लेम करेगी. कटेहरी सीट भी उसके खाते में आए इसके लिए भी बीजेपी से मांग की जाएगी.

राष्ट्रीय लोकदल के राष्ट्रीय सचिव अनिल दुबे का कहना है कि आरएलडी के बड़े नेता जल्द ही सीटों को लेकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से बात करेंगे. आरएलडी की समन्वय समिति बीजेपी के नेताओं के साथ बैठकर वार्ता करेगी. अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि बीजेपी से आरएलडी कितनी सीटों की डिमांड करेगी, लेकिन दो से तीन सीटों पर हमारी तैयारी है.

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