लखनऊ: जम्मू-कश्मीर और हरियाणा में विधानसभा चुनाव 2024 के नतीजे घोषित होने के बाद अब यूपी में उपचुनाव की गर्मी शुरू हो गई है. 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर प्रदेश के राजनीतिक दलों ने अपनी सक्रियता बढ़ी दी है. माना जा रहा है कि केंद्रीय चुनाव आयोग अब जल्द ही महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनाव की घोषणा करेगा. इसके साथ ही यूपी में उपचुनाव हो सकते हैं.
इसी क्रम में बुधवार को समाजवादी पार्टी ने अपने 6 उम्मीदवार घोषित कर दिए. सपा ने करहल से तेज प्रताप यादव, सीसामऊ से पूर्व विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी, फूलपुर सीट से मुस्तफा सिद्दीकी, मिल्कीपुर सीट से फैजाबाद सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद, कटेहरी से शोभावती वर्मा और मंझावा से डॉ. ज्योति बिंद को टिकट दिया है.
बता दें कि लोकसभा चुनाव 2024 में यूपी के 9 विधायक सांसद निर्वाचित हो गए थे. इसके बाद इन्होंने अपनी विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. इसके चलते ये सीटें खाली हो गईं. जबकि, कानपुर की सीसामऊ सीट से सपा के विधायक रहे इरफान सोलंकी को गैंगस्टर मामले में सजा हो गई है. इसके चलते उनकी विधायकी चली गई और ये सीट खाली हो गई. अब इन्हीं 10 सीट पर उपचुनाव होना है.
हालांकि, अभी सपा का कांग्रेस के साथ सीटों के बंटवारे को लेकर कोई फैसला नहीं हुआ है. बता दें कि सपा-कांग्रेस इंडी गठबंधन के तहत उपचुनाव लड़ने की घोषणा कर चुके हैं. लेकिन, अभी तक सीटों पर बात नहीं बन सकी है. सूत्रों का कहना है कि सपा उपचुनाव में कांग्रेस को 2 सीटें देने के लिए तैयार है. लेकिन, कांग्रेस 5 सीट पर अपना दावा कर रही है.
बसपा फिलहाल अकेले दम पर उपचुनाव लड़ रही है. वहीं भाजपा ने बाई पोल वाली सभी 10 सीटों पर मंत्रियों की ड्युटी लगाई है. सीएम योगी खुद इन क्षेत्रों में जनसभाएं कर विकास योजनाओं की घोषणा कर चुके हैं.
करहल से तेज प्रताप सिंह यादव को टिकट: तेज प्रताप सिंह यादव के नाम की चर्चा पिछले दिनों लगातार चल रही थी. उम्मीद तो यह की जा रही थी कि लोकसभा चुनाव 2024 के मैदान में तेज प्रताप सिंह यादव को उम्मीदवार बनाए जाएंगे. कन्नौज लोकसभा सीट से उनको उम्मीदवार भी बनाया गया था, लेकिन उनकी उम्मीदवारी पर विरोध शुरू हो गया था. इसके बाद समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव स्वयं कन्नौज सीट से उतरे. उन्होंने जीत दर्ज की. इसके बाद करहल की खाली हुई सीट पर तेज प्रताप के नाम की चर्चा शुरू हुई. लोकसभा चुनाव 2014 में सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव के मैनपुरी लोकसभा सीट खाली करने के बाद पोते तेज प्रताप सिंह यादव को मैदान में उतारा गया था. वह यहां से जीत दर्ज कर पहली बार सांसद बने थे.
इरफान सोलंकी की पत्नी को मिला टिकट: कानपुर की सीसामऊ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी को टिकट दिया गया है. कुछ समय पहले सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने भी नसीम सोलंकी को टिकट दिए जाने के सम्बंध में पार्टी के आला पदाधिकारियों से चर्चा की थी. वहीं आर्य नगर सीट से सपा विधायक अमिताभ बाजपेई ने कहा कि नसीम सोलंकी को टिकट नवरात्र के पावन पर्व पर दिया गया है. यह महिला शक्ति के प्रतीक को दर्शाता है. हम सब मिलकर अब नसीम सोलंकी को जिताने के लिए रात-दिन जुटेंगे.
वहीं सीसामऊ से नसीम सोलंकी को टिकट देने की घोषणा होते ही इरफान समर्थकों ने जमकर खुशियां मनाई. बाद में कानपुर में मीडिया से बातचीत के दौरान नसीम सोलंकी की आंखे नम हो गई. उन्होंने कहा कि, मेरी पूर्व विधायक इरफान सोलंकी से बात हुई तो उन्होंने बस मुझे इतना कहा कि हिम्मत मत हारना, रोना नहीं, साथ ही दुआ देकर यह भी कहा कि अब तुम्हें जीत कर आना है. पत्रकार वार्ता के दौरान कानपुर से सपा के दोनों विधायक अमिताभ बाजपेई और मोहम्मद हसन रूमी भी मौजूद थे.
बसपा से रवि गुप्ता को बनाया गया है उम्मीदवार: सीसामऊ सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बसपा ने व्यापारी रवि गुप्ता को अपना उम्मीदवार बनाया है. ऐसे में अब सपा, बसपा से उम्मीदवार घोषित होने के बाद भाजपा को जल्द से जल्द टिकट जारी करना होगा.
फूलपुर में सपा उम्मीदवार की घोषणा से कांग्रेसी खेमे में मायूसी: समाजवादी पार्टी ने प्रयागराज की फूलपुर विधानसभा सीट से पूर्व विधायक मुज्तबा सिद्दीकी को उम्मीदवार घोषित कर दिया है. मुज्तबा सिद्दीकी इससे पहले तीन बार 2002, 2007 और 2017 में बसपा से विधायक रह चुके हैं. सपा के अलावा बसपा में भी रहने के कारण मुज्तबा सिद्दीकी को सपा ने उपचुनाव में उतारा है क्योंकि बसपा के वोटरों में भी उनकी अच्छी पैठ है. मुस्लिम और यादव वोट के साथ ही बसपा के वोटरों में सेंधमारी कर उपचुनाव में जीत हासिल करने के लिए दांव अखिलेश यादव ने चला है. वहीं सपा प्रमुख के इस दांव से कांग्रेस पार्टी के उन नेताओं को मायूसी हाथ लगी है, जो काफी दिनों से फूलपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी करने के साथ ही क्षेत्र में प्रचार भी कर रहे थे.
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