उन्नाव: यूपी के उन्नाव जनपद के आसीवन थाना क्षेत्र के कायमपुर निम्बरवारा गांव में एक 7 दिन की बच्ची जलते चूल्हे में गिरकर गंभीर रूप से झुलस गई. बच्ची चूल्हे में कैसे गिरी इसकी अभी स्पष्ट जानकारी नहीं हो सकी है. बताया जा रहा है कि बच्ची 50 फीसदी तक झुलस गई है.
उसका लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है. वहीं, पिता सोनू ने मां पर बच्ची को चूल्हे में फेंकने का आरोप लगाया है. उसका कहना है कि पत्नी नशे की आदी है और इसी के चलते उसने इस घटना को अंजाम दिया.
घटना के बारे में बताया जा रहा है कि जब बच्ची की चीखें घर में गूंजने लगीं, तो पिता तुरंत दौड़ते हुए चूल्हे की ओर पहुंचा. उन्होंने देखा कि बच्ची आग की लपटों में घिरी हुई थी. बच्ची को इस हालत में देखकर पिता ने तुरंत उसे चूल्हे से बाहर निकाला और आग बुझाकर उसे नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मियांगज लेकर पहुंचे. बच्ची बुरी तरह जल चुकी थी, जिसके चलते उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर भेज दिया गया. डॉक्टरों के अनुसार, बच्ची की हालत चिंताजनक है.
मां पर बच्ची को चूल्हे में फेंकने का आरोप: पिता ने अपनी पत्नी रोशनी पर बच्ची को जानबूझकर चूल्हे में फेंकने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि रोशनी अक्सर शराब और भांग जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करती है. घटना से पहले भी, रोशनी सुबह मियांगज गई थी, जहां उसने नशा किया और उसके बाद घर आकर इस खौफनाक घटना को अंजाम दिया. पिता का आरोप है कि नशे की हालत में होने के कारण ही उसने बच्ची को चूल्हे में फेंक दिया.
घटना को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश: घटना के बाद से पूरे गांव में आक्रोश का माहौल है. ग्रामीणों का कहना है कि कोई भी मां अपनी संतान के साथ ऐसा कैसे कर सकती है. घटना की खबर फैलते ही आसपास के लोग पीड़ित परिवार के घर इकट्ठा हो गए और इस अमानवीय कृत्य की कड़ी निंदा की.
पुलिस को बच्ची के बाबा ने दी तहरीर: आसीवन थाना इंचार्ज ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि बच्ची के बाबा की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच में जुट गई है. महिला को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जा रही है.
नशे की लत बनी घटना का कारण: घटना एक बार फिर समाज में नशे की समस्या को उजागर करती है. कई बार नशे की लत में व्यक्ति को इस हद तक गिर जाता है कि वह अपने ही परिवार के लिए खतरा बन जाता है. अगर बच्ची के पिता के आरोप सही हैं, तो यह मामला केवल घरेलू हिंसा का नहीं, बल्कि नशे की वजह से एक मासूम की जान को जोखिम में डालने का भी है.
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