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बीजापुर के कोत्तूर गांव में अज्ञात बीमारी से दहशत, इलाज के लिए तेलंगाना भागे लोग, महामारी की आशंका ! - unknown disease in Bijapur

बीजापुर में अज्ञात बीमारी का प्रकोप देखने को मिल रहा है. जिले के कोत्तूर गांव के लोगों को बुखार और हाथ-पैर में दर्द की शिकायत है. कई ग्रामीण तेलंगाना के वारंगल इलाज के लिए जा रहे हैं. इस बीमारी से 50 से ज्यादा लोग बीमार हैं. जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है

unknown disease in Kottur village of Bijapur
बीजापुर में अज्ञात बीमारी का प्रकोप
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Apr 21, 2024, 6:29 PM IST

Updated : Apr 21, 2024, 9:26 PM IST

बीजापुर: जिले के भोपालपटनम ब्लॉक मुख्यालय के कोत्तूर गांव में अज्ञात बीमारी की चपेट में कई लोग आ गए हैं. इस बीमारी से पिछले हफ्ते दो ग्रामीणों की मौत भी हो गई है. दो ग्रामीणों की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. वहीं, ये बीमारी लगातार लोगों को अपनी चपेट में लेते जा रहा है. कई लोग तेलंगाना के वारंगल में इस बीमारी के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. अब तक करीब 50 से ज्यादा लोग इस बीमारी से पीड़ित है. जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है.

पिछले 15 दिनों से हो रही समस्या: दरअसल, बीजापुर जिला के भोपालपटनम ब्लॉक मुख्यालय से 36 किमी दूर नेशनल हाईवे पर बसे तारलागुड़ा और कोत्तूर गांव में इन दिनों लोग अज्ञात बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. इस बीमारी में लोगों को बुखार, हाथ और पैर में दर्द की शिकायत हो रही है. इस अज्ञात बीमारी से गांव के दो लोगों की मौत हो गई है. गांव वालों की मानें तो पिछले 15 दिनों से ग्रामीणों को ये समस्या हो रही है. एक-एक कर लोगों को ये बीमारी हो रही है. पहले हाथ-पैर दर्द, उसके बाद तेजी से बुखार लोगों को जकड़ ले रहा है.

नहीं मिल रहा मरीजों को सहयोग: बीमार लोग इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जा रहे हैं, लेकिन कोई खास उपचार नहीं मिल पा रहा है. पिछले पंद्रह दिनों से यह शिकायत है, धीरे-धीरे पूरा गांव इसकी चपेट में आ गया है. इस अज्ञात बीमारी के कारण गांव में दहशत का माहौल बना हुआ हैं. वही ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल में भी स्टाफ मरीजों को सहयोग नहीं कर रहे हैं. स्टाफ का मरीजों के प्रति रवैया भी ठीक नही है.

हर दिन अस्पताल में भर्ती हो रहे 8-10 मरीज: इस बीमारी से 20 साल की लड़की की मौत हो गई. वहीं, एक अधेड़ उम्र के शख्स की भी मौत हो गई. एक सप्ताह में दो मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. हर दिन 8-10 मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. वहीं, मरीजों को ब्लट सैंपल भी जांच किया गया, हालांकि इनकी बीमारी का पता नहीं चला.इस बार में बीएमओ ने जानकारी दी कि ये वायरल बुखार या चिकन गुनिया हो सकता है. जांच के बाद ही पता चल पाएगा.

तेलंगाना इलाज के लिए जा रहे लोग: बता दें कि कोत्तुर में 148 मकान है. लगभग 500 लोग यहां रहते हैं. 20-25 दिनों से पूरे गांव में महामारी जैसी स्थिति है. एक सप्ताह के भीतर दो लोगों की मौत हो गई है. गांव के बुजुर्ग और बच्चे भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. कई लोग पड़ोसी राज्य तेलंगाना के वारंगल जाकर इलाज करवा रहे है.

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बीजापुर: जिले के भोपालपटनम ब्लॉक मुख्यालय के कोत्तूर गांव में अज्ञात बीमारी की चपेट में कई लोग आ गए हैं. इस बीमारी से पिछले हफ्ते दो ग्रामीणों की मौत भी हो गई है. दो ग्रामीणों की मौत से पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. वहीं, ये बीमारी लगातार लोगों को अपनी चपेट में लेते जा रहा है. कई लोग तेलंगाना के वारंगल में इस बीमारी के इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. अब तक करीब 50 से ज्यादा लोग इस बीमारी से पीड़ित है. जबकि दो लोगों की मौत हो चुकी है.

पिछले 15 दिनों से हो रही समस्या: दरअसल, बीजापुर जिला के भोपालपटनम ब्लॉक मुख्यालय से 36 किमी दूर नेशनल हाईवे पर बसे तारलागुड़ा और कोत्तूर गांव में इन दिनों लोग अज्ञात बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. इस बीमारी में लोगों को बुखार, हाथ और पैर में दर्द की शिकायत हो रही है. इस अज्ञात बीमारी से गांव के दो लोगों की मौत हो गई है. गांव वालों की मानें तो पिछले 15 दिनों से ग्रामीणों को ये समस्या हो रही है. एक-एक कर लोगों को ये बीमारी हो रही है. पहले हाथ-पैर दर्द, उसके बाद तेजी से बुखार लोगों को जकड़ ले रहा है.

नहीं मिल रहा मरीजों को सहयोग: बीमार लोग इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जा रहे हैं, लेकिन कोई खास उपचार नहीं मिल पा रहा है. पिछले पंद्रह दिनों से यह शिकायत है, धीरे-धीरे पूरा गांव इसकी चपेट में आ गया है. इस अज्ञात बीमारी के कारण गांव में दहशत का माहौल बना हुआ हैं. वही ग्रामीणों का आरोप है कि अस्पताल में भी स्टाफ मरीजों को सहयोग नहीं कर रहे हैं. स्टाफ का मरीजों के प्रति रवैया भी ठीक नही है.

हर दिन अस्पताल में भर्ती हो रहे 8-10 मरीज: इस बीमारी से 20 साल की लड़की की मौत हो गई. वहीं, एक अधेड़ उम्र के शख्स की भी मौत हो गई. एक सप्ताह में दो मौत के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है. हर दिन 8-10 मरीज अस्पताल में भर्ती हो रहे हैं. वहीं, मरीजों को ब्लट सैंपल भी जांच किया गया, हालांकि इनकी बीमारी का पता नहीं चला.इस बार में बीएमओ ने जानकारी दी कि ये वायरल बुखार या चिकन गुनिया हो सकता है. जांच के बाद ही पता चल पाएगा.

तेलंगाना इलाज के लिए जा रहे लोग: बता दें कि कोत्तुर में 148 मकान है. लगभग 500 लोग यहां रहते हैं. 20-25 दिनों से पूरे गांव में महामारी जैसी स्थिति है. एक सप्ताह के भीतर दो लोगों की मौत हो गई है. गांव के बुजुर्ग और बच्चे भी इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. कई लोग पड़ोसी राज्य तेलंगाना के वारंगल जाकर इलाज करवा रहे है.

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Last Updated : Apr 21, 2024, 9:26 PM IST
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