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केंद्रीय मंत्री मेघवाल बोले- बाबा साहब का 'पे बैक टू द सोसायटी' सिद्धांत आज भी बेहद प्रासंगिक

बिना किसी सरकारी मदद के हाईटेक ऑडिटोरियम और लाइब्रेरी का निर्माण बीकानेर में शुरू होगा.

LAID THE FOUNDATION STONE,  LIBRARY IN BIKANER
केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल. (ETV Bharat bikaner)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 3 hours ago

बीकानेरः भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ऑडिटोरियम और लाइब्रेरी के नवीन भवन का शिलान्यास शुक्रवार को खतूरिया कॉलोनी में आयोजित हुआ. कार्यक्रम में भाग लेते हुए केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब ने 'पे बैक टू द सोसायटी' का सिद्धांत दिया. आज के दौर में यह अत्यंत प्रासंगिक है.

इसे ध्यान रखते हुए सोशल कॉरपोरेट रिस्पॉन्बलिटी के तहत बीकानेर को अत्यधिक पुस्तकालय, ऑडिटोरियम और एम्फी थियेटर की सौगात दी गई है. उन्होंने कहा कि यह केंद्र बीकानेर शहर के 'नॉलेज सेंटर' के रूप में विकसित होगा. यहां पढ़ने वाले बच्चे आने वाले समय में देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन करेंगे.

पढ़ेंः Rajasthan: दिल्ली के भारत मंडपम की तर्ज पर जयपुर में बनेगा राजस्थान मंडपम, जयसिंहपुरा खोर में 35 हेक्टेयर भूमि चिन्हित

30 करोड़ होंगे खर्चः मेघवाल ने कहा कि पुस्तकालय और ऑडिटोरियम के लिए 30 करोड रुपए तक व्यय करने का प्रावधान रखा गया है. इसके लिए तीन बीघा जमीन नगर निगम द्वारा दी गई है. भवन का निर्माण वर्ष 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है. निर्माण के बाद इसका संचालन उच्च स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा. इसकी पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाएगा. यहां एक हजार से अधिक बैठक क्षमता का ऑडिटोरियम बनाया जाएगा. इसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी. इको सिस्टम भारत मंडपम की तर्ज पर होगा. यहां बनने वाले एंफी थियेटर को गजल सम्राट जगजीत सिंह को समर्पित किया जाएगा. इसी प्रकार 500 बैठक क्षमता वाला पुस्तकालय युवाओं के लिए अत्यधिक लाभदायक होगा. इसी कैंपस में बिजनेस एरिया विकसित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यहां बनने वाला म्यूजियम बीकानेर की कला, संस्कृति इतिहास और परंपराओं को आमजन के समक्ष प्रस्तुत करेगा. वहीं, यहां आरएएस, आईएएस और आईपीएस जैसी स्तरीय परीक्षाओं के मॉक इंटरव्यू की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी. मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब ने 'शिक्षित बनो' की सीख दी. संस्कार युक्त शिक्षा ही सही मायनों में शिक्षा होती है. इसे ध्यान रखते हुए इस केंद्र को संस्कार केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.

कायापलट की दिशा में कदमः खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि दुनिया भर के महापुरुषों ने शिक्षा पर जोर दिया. डॉ. भीमराव अंबेडकर तथा नेल्सन मंडेला जैसे महापुरुषों ने शिक्षा को विकास की महत्वपूर्ण सीढ़ी बताया. उन्होंने कहा कि बीकानेर का गरीब से गरीब बच्चा इस पुस्तकालय में अध्ययन करके मुकाम हासिल करेगा. जिससे बीकानेर को का गौरव बढ़ेगा. इससे पहले पद्मभूषण हाफिज कांट्रैक्टर और मुब्बशिर ने बाबा साहब अंबेडकर पुस्तकालय और ऑडिटोरियम के मॉडल के माध्यम से इसकी विशेषताओं के बारे में बताया और कहा कि इसका निर्माण उच्च स्तरीय मानकों के आधार पर समयबद्ध किया जाएगा. ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन जयपुर के अध्यक्ष डॉ. श्याम अग्रवाल ने कहा कि यह प्रदेश के लिए पहला मौका है, जब बिना किसी सरकारी मदद के इतना बड़ा भवन आमजन को समर्पित किया जाएगा. यह बीकानेर की दशा और दिशा बदलने में सहायक बनेगा. इससे पहले केंद्रीय मंत्री सहित सभी अतिथियों ने पुस्तकालय भवन का भूमि पूजन किया.

बीकानेरः भारत रत्न डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ऑडिटोरियम और लाइब्रेरी के नवीन भवन का शिलान्यास शुक्रवार को खतूरिया कॉलोनी में आयोजित हुआ. कार्यक्रम में भाग लेते हुए केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब ने 'पे बैक टू द सोसायटी' का सिद्धांत दिया. आज के दौर में यह अत्यंत प्रासंगिक है.

इसे ध्यान रखते हुए सोशल कॉरपोरेट रिस्पॉन्बलिटी के तहत बीकानेर को अत्यधिक पुस्तकालय, ऑडिटोरियम और एम्फी थियेटर की सौगात दी गई है. उन्होंने कहा कि यह केंद्र बीकानेर शहर के 'नॉलेज सेंटर' के रूप में विकसित होगा. यहां पढ़ने वाले बच्चे आने वाले समय में देश और दुनिया में बीकानेर का नाम रोशन करेंगे.

पढ़ेंः Rajasthan: दिल्ली के भारत मंडपम की तर्ज पर जयपुर में बनेगा राजस्थान मंडपम, जयसिंहपुरा खोर में 35 हेक्टेयर भूमि चिन्हित

30 करोड़ होंगे खर्चः मेघवाल ने कहा कि पुस्तकालय और ऑडिटोरियम के लिए 30 करोड रुपए तक व्यय करने का प्रावधान रखा गया है. इसके लिए तीन बीघा जमीन नगर निगम द्वारा दी गई है. भवन का निर्माण वर्ष 2027 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है. निर्माण के बाद इसका संचालन उच्च स्तरीय समिति द्वारा किया जाएगा. इसकी पूरी प्रक्रिया को पारदर्शी रखा जाएगा. यहां एक हजार से अधिक बैठक क्षमता का ऑडिटोरियम बनाया जाएगा. इसमें सभी अत्याधुनिक सुविधाएं होंगी. इको सिस्टम भारत मंडपम की तर्ज पर होगा. यहां बनने वाले एंफी थियेटर को गजल सम्राट जगजीत सिंह को समर्पित किया जाएगा. इसी प्रकार 500 बैठक क्षमता वाला पुस्तकालय युवाओं के लिए अत्यधिक लाभदायक होगा. इसी कैंपस में बिजनेस एरिया विकसित किया जाएगा. उन्होंने बताया कि यहां बनने वाला म्यूजियम बीकानेर की कला, संस्कृति इतिहास और परंपराओं को आमजन के समक्ष प्रस्तुत करेगा. वहीं, यहां आरएएस, आईएएस और आईपीएस जैसी स्तरीय परीक्षाओं के मॉक इंटरव्यू की सुविधा भी मुहैया करवाई जाएगी. मेघवाल ने कहा कि बाबा साहब ने 'शिक्षित बनो' की सीख दी. संस्कार युक्त शिक्षा ही सही मायनों में शिक्षा होती है. इसे ध्यान रखते हुए इस केंद्र को संस्कार केंद्र के रूप में विकसित किया जाएगा.

कायापलट की दिशा में कदमः खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री सुमित गोदारा ने कहा कि दुनिया भर के महापुरुषों ने शिक्षा पर जोर दिया. डॉ. भीमराव अंबेडकर तथा नेल्सन मंडेला जैसे महापुरुषों ने शिक्षा को विकास की महत्वपूर्ण सीढ़ी बताया. उन्होंने कहा कि बीकानेर का गरीब से गरीब बच्चा इस पुस्तकालय में अध्ययन करके मुकाम हासिल करेगा. जिससे बीकानेर को का गौरव बढ़ेगा. इससे पहले पद्मभूषण हाफिज कांट्रैक्टर और मुब्बशिर ने बाबा साहब अंबेडकर पुस्तकालय और ऑडिटोरियम के मॉडल के माध्यम से इसकी विशेषताओं के बारे में बताया और कहा कि इसका निर्माण उच्च स्तरीय मानकों के आधार पर समयबद्ध किया जाएगा. ग्लोबल हैप्पीनेस फाउंडेशन जयपुर के अध्यक्ष डॉ. श्याम अग्रवाल ने कहा कि यह प्रदेश के लिए पहला मौका है, जब बिना किसी सरकारी मदद के इतना बड़ा भवन आमजन को समर्पित किया जाएगा. यह बीकानेर की दशा और दिशा बदलने में सहायक बनेगा. इससे पहले केंद्रीय मंत्री सहित सभी अतिथियों ने पुस्तकालय भवन का भूमि पूजन किया.

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