ग्वालियर: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 23 जुलाई को भारत के नए संसद भवन में बजट पेश करने वाली हैं और इस बजट से हर वर्ग की तरह युवाओं की भी उम्मीदें कम नहीं हैं. क्योंकि छात्र जीवन से वित्तीय परेशानियां झेल रहा युवा इस बार भी राहत की उम्मीद लगाए बैठा है. ऐसे ही युवाओं ने केंद्र सरकार से इस बजट में युवाओं और छात्रों के लिए भी कुछ आशाएं जाहिर की हैं.
बजट में छात्रों को टैक्स से छुटकारे की चाहत
आज देश को आगे बढ़ाने में भारत के युवाओं का बहुत बड़ा योगदान है. माना जाता है कि युवा देश का भविष्य बनाते हैं और अब जब उनके भविष्य की बात है तो आने वाले वित्तीय बजट से युवाओं ने भी कुछ उम्मीदें लगा रखी हैं. कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों का मानना है कि इस बार के बजट में सरकार को छात्रों के लिए विशेष कर छूट की व्यवस्था करनी चाहिए, क्योंकि चाहे अनचाहे एक छात्र करदाता नहीं होते हुए भी कई तरह के टैक्स भरता है. छात्रों का यह भी मानना है कि गैजेट्स और इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स में भी छात्रों के लिए विशेष छूट मिलनी चाहिए.
ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट घटाने की भी मांग
युवाओं का यह भी कहना है कि कई ऐसे युवा जो छात्र जीवन व्यतीत कर रहे हैं, उनके लिए ट्रांसपोर्टेशन एक महत्वपूर्ण व्यवस्था है. ऐसे में स्कूल और कॉलेज स्टूडेंट्स के लिए ट्रांसपोर्टेशन कॉस्ट कम करने की जरूरत है. हो सके तो आने जाने के लिए सरकार की ओर से साधनों की व्यवस्था की जानी चाहिए, जिससे छात्रों पर खर्चे का बोझ कम हो सके.
सबसे ज्यादा रोजगार की दरकार
युवाओं का कहना है कि आज देश में बेरोजगारी चरम पर है. ऐसे में सरकार को नए बजट में कुछ ऐसे कोर्सेस का भी प्रावधान करना चाहिए, जिन्हें करने के बाद छात्रों को रोजगार के ज्यादा से ज्यादा मौके मिलें. साथ ही कॉलेज और स्कूलों की बढ़ती हुई फीस भी एक बड़ी समस्या है. सरकारी स्कूल-कॉलेजों में हर किसी को सीट नहीं मिल पाती. ऐसे में लोग प्राइवेट स्कूल या कॉलेज का रुख करते हैं और वहां की फीस अफोर्ड करना हर किसी के बस की बात नहीं होती है. ऐसे में सरकार को चाहिए के नए बजट में कुछ ऐसी व्यवस्था करे, जिससे प्राइवेट स्कूल या कॉलेज की फीस में राहत मिल सके.