रायपुर : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के मैनेजमेंट पर बैंक के ऑफिसर्स और सब स्टाफ को प्रताड़ित करने का आरोप कर्मचारियों ने लगाया है. रिक्त पदों की भर्ती नहीं होने की भी शिकायत बैंक कर्मियों ने की. स्टाफ की कमी के कारण यूनियन बैंक का स्टाफ दबाव में काम कर और मैनेजमेंट पर एक पक्षीय निर्णय लेने के आरोप लगाए गए हैं. जिसके विरोध में शुक्रवार को यूनियन बैंक के ऑफिसर और स्टाफ ने हड़ताल किया.
स्टाफ और अधिकारियों पर दबाव बनाने के आरोप : यूनियन बैंक की स्टाफ चेतना पड़ेगांवकर ने बताया कि "मैनेजमेंट का दबाव स्टाफ और अधिकारियों पर बढ़ गया है, जिसकी वजह से आज हमें धरना प्रदर्शन करना पड़ रहा है. आज यूनियन बैंक के ऑफिसर एसोसिएशन और सब स्टाफ प्रदर्शन करने के लिए मजबूर हुए हैं. इन मांगों में एचआर से संबंधित इशू, पावर से रिलेटेड इश्यू कुछ कर्मचारियों को रेगुलर नहीं किया जा रहा है. इसके साथ ही नई भर्तियां भी नहीं हो रही है. साथ ही कई अलग-अलग डिपार्टमेंट बना दिए गए हैं."
मैनेजमेंट पर एक पक्षीय फैसले लेने के आरोप : यूनियन बैंक ऑफ इंडिया एसोसिएशन छत्तीसगढ़ के महासचिव रवि दुबे ने बताया, "यूनियन बैंक आफ इंडिया के मैनेजमेंट के लिए जा रहे निर्णय से कई तरह की विसंगति का सामना कर रहे हैं. यूनियन बैंक में स्टाफ की कमी होने के कारण स्टाफ प्रेशर में काम कर रहा है. यूनियन बैंक में काम करने वाले अधिकारी और कर्मचारियों को किसी प्रकार का कोई रिलैक्सेशन नहीं है.
"मैनेजमेंट के द्वारा जब भी कोई निर्णय लिया जाता है वह एक पक्षीय होता है. मैनेजमेंट और संगठन के बीच जो पॉलिसी बनाई गई थी, उस पॉलिसी को भी फॉलो नहीं किया जा रहा है. कुल मिलाकर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया का मैनेजमेंट अपनी मनमानी कर रहा है. अधिकारी और कर्मचारी इन्हीं मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं." - रवि दुबे, महासचिव, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया एसोसिएशन, छत्तीसगढ़
"मैनेजमेंट के लिए गए निर्णय के विरोध में प्रदर्शन": ऑल इंडिया बैंक ऑफिसर कनफेडरेशन छत्तीसगढ़ के स्टेट सेक्रेटरी गोपाल कृषणा ने कहा, "आज यूनियन बैंक के अधिकारी और कर्मचारी मैनेजमेंट के लिए गए निर्णय के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. यूनियन बैंक के स्टाफ और कर्मचारियों द्वारा मैनेजमेंट से पिछले दो महीनों से अपनी मांगों को लेकर गुहार लगाई गई. लेकिन मैनेजमेंट ने अब तक उनकी बातों को नहीं सुना है. उनकी मांगों में यूनियन बैंक में स्टाफ की कमी, बैंक के इंटरनल मैटर को लेकर, इसके साथ ही परमानेंट स्टाफ के अपॉइंटमेंट को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है."
यूनियन बैंक आफ इंडिया के कर्मचारियों की 20 सूत्रीय मांग : सभी संवर्गों में पर्याप्त मात्रा में भर्ती की जाए, प्रबंधन के एक तरफा फैसला का विरोध, अस्थाई कर्मचारियों को उचित वेतन का भुगतान, अस्थाई और पैनलबद्ध कर्मचारियों का नियमितीकरण, बहुसंख्यक यूनियनों के परामर्श से शाखाओं में भर्ती करे, ट्रेनी की नियुक्ति का विरोध, फिजूल खर्ची का विरोध, संशोधित पीएलआई मैट्रिक्स की मांग, लंबित अनुकंपा नियुक्तियों का निपटारा समेत 20 मांग मैनेजमेंट के समक्ष रखी गई है.