शिमला: राजधानी शिमला में शुक्रवार को एक बार फिर विचाराधीन कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है. कैदी के फरार होने की सूचना मिलते ही जिला पुलिस ने पूरे क्षेत्र में नाकेबंदी कर दी है. कैदी की तलाश के आसपास के जंगलों में सर्च अभियान चलाया जा रहा है. हालांकि शुक्रवार देर रात तक कैदी को पकड़ने में पुलिस को कामयाबी नहीं मिल पाई है.
कैसे फरार हुआ कैदी?
एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया कि शुक्रवार दिन में विचाराधीन कैदी को इलाज के लिए कंडा जेल से आईजीएमसी लाया गया था. आईजीएमसी में चेकअप करवाने के बाद पुलिस के दो कांस्टेबल कैदी को कंडा जेल ले जा रहे थे. कैदी को सरकारी बस में आईजीएमसी से कंडा जेल ले जाया जा रहा था. इसी बीच टुटू के पास हीरानगर पेट्रोल पंप के पास पुलिस को चकमा देते हुए कैदी बस से उतरकर फरार हो गया. हालांकि पुलिस कर्मचारियों ने उसे पकड़ने की कोशिश की और काफी समय तक उसका पीछा भी किया, लेकिन कैदी उनकी पकड़ से भाग चुका था. अब पुलिस की टीमें उसकी तलाश में जुट गई हैं.
चेक बाउंस केस में जेल में था बंद
कैदी की पहचान सुंदर सिंह निवासी जुब्बल, जिला शिमला के तौर पर हुई है. वो चेक बाउंस के एक केस में जेल में बंद था और इसका मामला कोर्ट में विचाराधीन है. वहीं, बीती देर रात तक कैदी पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ा. इससे पहले भी बीते महीने तवी मोड पर एक कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. जिले पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद पकड़ लिया था, लेकिन यह पहला मामला नहीं है, जब कोई कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो जाता है. इससे पहले ढली थाने में भी एक कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. वहीं एक बार फिर पुलिस को चकमा देकर कैदी फरार हो गया है. इसमें पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है.
एसपी शिमला संजीव गांधी ने बताया, "एक विचाराधीन कैदी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया है. पुलिस उसे ढूंढ रही है और जल्द ही वो पकड़ लिया जाएगा."