रामपुर बुशहर: प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का उद्देश्य ग्रामीण भारत में रहने वाले गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों को पक्के और सुरक्षित आवास प्रदान करना है. इस योजना के अंतर्गत शिमला के रामपुर ब्लॉक में 390 लोगों को अपने पक्के घर बनाने के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी. केन्द्र सरकार की ओर से इस योजना के तहत खंड विकास कार्यालय रामपुर को अप्रूवल प्राप्त हो चुकी है. 2018 में रामपुर ब्लॉक में सर्वे के अनुसार इसे केन्द्र सरकार से अप्रूवल मिली है.
प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को कुल 1 लाख 50 हजार रुपये की राशि घर बनाने के लिए तीन किस्तों में प्रदान की जाएगी. पहले चरण में 65 हजार रुपये की किश्त जारी की जाएगी, जिससे लोग अपने घर के निर्माण के शुरुआती कार्य शुरू कर सकेंगे. योजना के तहत मिलने वाली यह वित्तीय सहायता उन्हें अपने घर के लिए सामग्री खरीदने और निर्माण कार्य प्रारंभ करने में मदद करेगी.
इस योजना के तहत चयनित लाभार्थियों को उनके घर बनाने के लिए वित्तीय मदद के साथ-साथ निर्माण कार्य की तकनीकी सहायता भी दी जाती है. सरकार की ओर से निर्माण सामग्री की गुणवत्ता और घरों के निर्माण के मानक निर्धारित किए गए हैं, ताकि इन घरों की गुणवत्ता बेहतर हो और वो लंबे समय तक सुरक्षित और टिकाऊ रहें. इस योजना के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीबों को बेहतर आवास उपलब्ध करवाना सरकार का प्रमुख उद्देश्य है. खासकर उन लोगों के लिए ये योजना महत्वपूर्ण है, जो वर्षों से कच्चे घरों में रहते हैं और बारिश, ठंड, या गर्मी से सुरक्षा के लिए संघर्ष करते हैं. इस योजना के लागू होने से न केवल ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर जीवनयापन की सुविधा मिलेगी, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में भी मदद करेगी.
रामपुर के कार्यकारी खंड विकास अधिकारी चमन भारती ने बताया कि, 'खंड विकास कार्यालय रामपुर ने 2018 में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत विभिन्न पंचायतों में सर्वे किया था, जिसके तहत 390 मकानों के लिए अप्रूवल केन्द्र से प्राप्त हो चुकी है.'
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