शिमला: डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री के निर्वाचन क्षेत्र हरोली में सेना के रिटायर्ड अफसर से साइबर ठगी का मामला सामने आया है. डिजिटल अरेस्ट के नाम पर शातिरों ने रिटायर्ड सूबेदार मेजर से 61 लाख रुपए से अधिक की ठगी कर डाली. यही नहीं, उन्हें डिजिटल अरेस्ट भी रखा. सेना से रिटायरमेंट के बाद सूबेदार मेजर हिमाचल शिक्षा विभाग में नौकरी कर चुके हैं. वे शिक्षा विभाग से भी हैडमास्टर के रूप में सेवानिवृत हुए हैं. जब उन्हें ठगी का अहसास हुआ तो पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई.
मनी लांड्रिंग का दिखाया डर
पुलिस को दी गई शिकायत में नगनोली निवासी रिटायर्ड व्यक्ति ने बताया कि उन्हें 22 नवंबर को अनजान नंबर से संदेश आया. ये संदेश मुंबई से कथित इंस्पेक्टर हेमराज कोली ने किया था. वीडियो कॉल कर वहीं से मेरा आधार नंबर बताया गया और कहा कि मुंबई के तिलक नगर में मेरे खिलाफ कुछ लोगों ने रिपोर्ट करवाई है. फिर एक और फोन आया, जिसमें कहा गया कि मनी लांड्रिंग में पकड़े गए एक आदमी के घर से मेरा एटीएम कार्ड मिला है.
61 लाख रुपए ठगों के खाते में डाले
ठगी का शिकार हुए ऊना के व्यक्ति ने अपनी शिकायत में बताया कि साइबर चोरों ने कहा कि ये कार्ड उनके नाम की सिम के आधार पर जारी हुआ है. साइबर ठगों ने बताया कि एटीएम कार्ड से जुड़े बैंक खाते में से दो करोड़ रुपए की ट्रांजेक्शन हुई है. फिर कहा कि कहीं तुम्हारे पास मौजूद पैसा मनी लांड्रिंग का तो नहीं, इसके लिए अपनी सारी रकम जमा करवाओ. मनी लांड्रिंग से डरे सेना के रिटायर्ड अफसर ने अपनी पत्नी व अपने खाते से करीब 61 लाख रुपए की रकम शातिरों के बताए खाते में डाल दी. ठगी का अहसास होने के बाद हरोली पुलिस में रिपोर्ट की गई.
डीएसपी हरोली मोहन रावत ने कहा, "ठगी मामले की जांच की जा रही है. पुलिस ठगों को लोकेट कर सेना के सेवानिवृत अफसर से ठगी गई रकम वापिस लाने का प्रयास कर रही है." वहीं, पुलिस ने सभी से ऐसे फर्जी कॉल न सुनने और सतर्क रहने की अपील भी की है.