उमरिया। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के पनपथा परिक्षेत्र में शनिवार को एक बाघ ने गश्ती दल पर हमला कर दो कर्मचारियों को घायल कर दिया है. बताया गया है कि यह दल रोज की तरह अपने काम में लगा हुआ था. इसी दौरान हरदी बीट के जंगल में छिपा बाघ अचानक निकला और श्रमिक रामखेलावन व चूड़ामणि केवट पर झपट पड़ा. श्रमिकों ने बताया है कि बाघ ने एक श्रमिक के सीने में पंजे से हमला किया. उसके हाथ को जबड़े में दबोच लिया. यह देख कर अन्य श्रमिक जोर-जोर से शोर मचाने लगे. जिस पर बाघ उन्हें छोड़ कर भाग खड़ा हुआ. दोनों श्रमिकों का मानपुर अस्पताल में इलाज चल रहा है.
पनपथा के पिटोर बीट में मिला एक और बाघ का शव
राष्ट्रीय उद्यान में बाघों की मौत का सिलसिला जारी है. शनिवार को पनपथा रेंज की पिटौर बीट में लगभग 2 साल की आयु के एक बाघ का शव मिला है. बताया गया है कि मृत बाघ का शव करीब एक सप्ताह पुराना था. प्रबंधन के मुताबिक घटना की 'सूचना के बाद इलाके में सर्चिंग कराई गई. जिसमें पास ही एक अन्य बाघ की मौजूदगी के साक्ष्य मिले हैं. अनुमान है कि आपसी मुठभेड़ में बाघ की मौत हुई है. पोस्टमार्टम के बाद शव को जला कर नष्ट कर दिया गया है.'
गुरुवार के बाद शनिवार को मिला बाघ का शव
बता दें कि बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघों की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला गुरुवार सुबह 29 फरवरी 2024 का अभी खत्म नहीं हुआ था. जिसका शव पनपथा कोर रेंज के बघड़ो बीट में गुरुवार सुबह गश्ती दल ने देखा था और विभाग के अधिकारियों को सूचना दी फिर शनिवार को मतलब 2 मार्च 2024 को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में एक और बाघ की जान चली गई. बाघ लगभग 2 साल आयु के असपास रहा होगा.