उमरिया। जिले के बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान के धमोखर परिक्षेत्र में पिछले कई दिनों से आतंक मचा रहे बाघ को मुकुंदपुर सफारी शिफ्ट कर दिया गया है. इस बाघ की आयु करीब 14 वर्ष है जो कि घायल अवस्था में था. पार्क में यह बाघ T-63 के नाम से जाना जाता था. यह नर बाघ काफी उम्रदराज है जो किसी अन्य बाघ के हमले में घायल हो गया था. उसके दांत घिस गये थे तथा पीठ और नाक आदि पर चोट के निशान थे.
धमोखर क्षेत्र में मचा रहा था आतंक
पार्क के उप संचालक पीके वर्मा ने बताया कि टी-63 बाघ बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के धमोखर परिक्षेत्र अंतर्गत रोहनिया गांव के पास लगातार डेरा जमाए हुए था. दो दिन पहले बाघ ने मवेशी चरा रहे एक चरवाहे के ऊपर हमला कर घायल कर दिया था. इसके अलावा ग्रामीणों के पालतू मवेशियों को भी लगातार निशाना बना रहा था. जानकारी के बाद वन विभाग ने बाघ की निगरानी में हाथी दल और वन अमले को तैनात किया था. इस दौरान वन अमले को जानकारी मिली कि मेल टाइगर टी 63 लंगड़ाकर चल रहा है, यानि उसके पैर में चोट रही होगी या वह बीमार होगा.
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2 दिनों में 5 जानवरों का शिकार
टी-63 बाघ ग्राम रोहनिया और आसपास के इलाके में लगातार पालतू पशुओं को अपना निशाना बना रहा था. बीते दो दिनो में उसने 5 बछडों तथा 1 गाय का शिकार किया. इसे देखते हुए बाघ पर सतत निगरानी के साथ ही लोगों को समझाइश भी दी जा रही थी. पार्क के उप संचालक पीके वर्मा के अनुसार "सोमवार को यह बाघ एक ग्रामीण के घर में घुस गया था,जिसे हाथियों की मदद से खदेड़ा गया. बाघ की हालत को देखते हुए उसका रेस्क्यू करने का निर्णय लिया गया था. अभियान संपन्न होने के बाद बाघ को विशेष वाहन से मुकुंदपुर भेजा गया. रात करीब 12 बजे बाघ सकुशल पहुंच गया है".