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बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जनवरी माह में चौथे बाघ की मौत, आखिर कौन है मौतों का जिम्मेदार! - tiger cub dies in Bandhavgarh

Bandhavgarh Tiger Death: उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व से एक बार फिर बुरी खबर आई है. कल्लवाह कोर परिक्षेत्र में 2 साल के बाघ शावक का शव मिलने से हडकंप मच गया.

Bandhavgarh Tiger Death
बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में बाघ की मौत
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Feb 1, 2024, 7:32 AM IST

उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फिर एक बाघ की मौत हो गई है. घटना पार्क के कल्लवाह कोर परिक्षेत्र की है, जहां पार्क के गश्ती दल ने बाघ का शव देखा और पार्क प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद एक्सपर्ट टीम मौके पर बाघ की मौत के कारणों की फोरेंसिक जांच करने पंहुची. प्रबंधन के मुताबिक मृत बाघ की उम्र 2 वर्ष के करीब है. मृत्यु स्थल के समीप अन्य बाघ के पद चिन्ह मिलने से किसी अन्य बाघ से हुई लड़ाई में बाघ की मौत होने का संदेह व्यक्त किया गया है.

Bandhavgarh Tiger Death
वन विभाग ने किया बाघ का अंतिम संस्कार

नर शावक का मिला शव

मिली जानकारी के अनुसार, वन परिक्षेत्र कल्लवाह में दो वर्षीय नर शावक बाघ का शव मिला है. जबलपुर से आये वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ निधि राजपूत, डॉ. हमजा एवं मानपुर के वन्य प्राणी चिकित्सक ने पोस्टमार्टम आदि की कार्यवाही पूर्ण की. इससे पूर्व बिसरा आदि भी एकत्र किया गया. इसके बाद उच्च अधिकारियों एवं वाइल्ड लाइफ के जिम्मेदारों के समक्ष बाघ का अंतिम संस्कार किया गया. इस पूरे मामले में फिलहाल मौत के कारण स्पस्ट नहीं हैं. यानी आधिकारिक रूप से अब तक कोई भी स्टेटमेंट सामने नहीं आया है. पर मौके पर दूसरे बाघ के पगमार्क मिले हैं, जिससे प्राथमिक दृष्ट्या दो बाघों में टेरिटरी के लिए आपसी भिड़ंत की संभावना जताई जा रही है.

वन विभाग पर उठे सवाल

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार हो रही बाघों की मौत से प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है. जहां अभी साल का पहला महीना खत्म नहीं हुआ और टाइगर रिजर्व बांधवगढ़ में 4 बाघों की मौत हो चुकी है. जो वन्य प्रेमियों के लिए चिंता का विषय हैं. वहीं पार्क अमले पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. बता दें कि, साल 2024 की शुरुआत में सबसे पहले बांधवगढ़ के टाइगर रिजर्व में 9 जनवरी को पतोर रेंज चिल्हारी बीट के आर 421 के कुशहा नाल में 16 महीने के बाघ शावक का एक महीने पुराना कंकाल पाया गया था.

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जनवरी में 4 मौतें

18 जनवरी को धमोखर परिक्षेत्र के ग्राम बरबसपुर से करीब एक किमी दूर 13 माह के नर शावक का शव मिला था. 23 जनवरी को मानपुर बफर रेंज के पटपरिया हार पीएफ 313 में एक बाघिन का शव पाया गया था. वहीं, 31 जनवरी को बांधवगढ टाइगर रिजर्व के कल्लवाह परिक्षेत्र के आरएफ़ क्रम 255 में गश्ती के दौरान चौथे बाघ का शव मिला है. उमरिया जिले के बांधवगढ़ में लगातार बाघों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं तेजी से कम भी होती हुई नजर आ रही है. प्रबंधन चाहे कितने भी दावे क्यों न कर ले, लेकिन वह ट्रैप कर पाने में नाकाम साबित होता नजर आ रहा है.

उमरिया। जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में फिर एक बाघ की मौत हो गई है. घटना पार्क के कल्लवाह कोर परिक्षेत्र की है, जहां पार्क के गश्ती दल ने बाघ का शव देखा और पार्क प्रबंधन के उच्च अधिकारियों को घटना की जानकारी दी. जिसके बाद एक्सपर्ट टीम मौके पर बाघ की मौत के कारणों की फोरेंसिक जांच करने पंहुची. प्रबंधन के मुताबिक मृत बाघ की उम्र 2 वर्ष के करीब है. मृत्यु स्थल के समीप अन्य बाघ के पद चिन्ह मिलने से किसी अन्य बाघ से हुई लड़ाई में बाघ की मौत होने का संदेह व्यक्त किया गया है.

Bandhavgarh Tiger Death
वन विभाग ने किया बाघ का अंतिम संस्कार

नर शावक का मिला शव

मिली जानकारी के अनुसार, वन परिक्षेत्र कल्लवाह में दो वर्षीय नर शावक बाघ का शव मिला है. जबलपुर से आये वन्य प्राणी विशेषज्ञ डॉ निधि राजपूत, डॉ. हमजा एवं मानपुर के वन्य प्राणी चिकित्सक ने पोस्टमार्टम आदि की कार्यवाही पूर्ण की. इससे पूर्व बिसरा आदि भी एकत्र किया गया. इसके बाद उच्च अधिकारियों एवं वाइल्ड लाइफ के जिम्मेदारों के समक्ष बाघ का अंतिम संस्कार किया गया. इस पूरे मामले में फिलहाल मौत के कारण स्पस्ट नहीं हैं. यानी आधिकारिक रूप से अब तक कोई भी स्टेटमेंट सामने नहीं आया है. पर मौके पर दूसरे बाघ के पगमार्क मिले हैं, जिससे प्राथमिक दृष्ट्या दो बाघों में टेरिटरी के लिए आपसी भिड़ंत की संभावना जताई जा रही है.

वन विभाग पर उठे सवाल

बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में लगातार हो रही बाघों की मौत से प्रबंधन में हड़कंप मचा हुआ है. जहां अभी साल का पहला महीना खत्म नहीं हुआ और टाइगर रिजर्व बांधवगढ़ में 4 बाघों की मौत हो चुकी है. जो वन्य प्रेमियों के लिए चिंता का विषय हैं. वहीं पार्क अमले पर भी बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं. बता दें कि, साल 2024 की शुरुआत में सबसे पहले बांधवगढ़ के टाइगर रिजर्व में 9 जनवरी को पतोर रेंज चिल्हारी बीट के आर 421 के कुशहा नाल में 16 महीने के बाघ शावक का एक महीने पुराना कंकाल पाया गया था.

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18 जनवरी को धमोखर परिक्षेत्र के ग्राम बरबसपुर से करीब एक किमी दूर 13 माह के नर शावक का शव मिला था. 23 जनवरी को मानपुर बफर रेंज के पटपरिया हार पीएफ 313 में एक बाघिन का शव पाया गया था. वहीं, 31 जनवरी को बांधवगढ टाइगर रिजर्व के कल्लवाह परिक्षेत्र के आरएफ़ क्रम 255 में गश्ती के दौरान चौथे बाघ का शव मिला है. उमरिया जिले के बांधवगढ़ में लगातार बाघों की संख्या बढ़ रही है तो वहीं तेजी से कम भी होती हुई नजर आ रही है. प्रबंधन चाहे कितने भी दावे क्यों न कर ले, लेकिन वह ट्रैप कर पाने में नाकाम साबित होता नजर आ रहा है.

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