उज्जैन। उज्जैन में विश्व की ऐसी घड़ी लगाई गई है जो सूर्योदय व सूर्यास्त का टाइम बताएगी. साथ ही विभिन्न त्यौहारों के मुहूर्त भी ये घड़ी बचाएगी. इसे वैदिक घड़ी का नाम दिया गया. उज्जैन नगर निगम आयुक्त आशीष पाठक द्वारा जंतर-मंतर स्थित वॉच टॉवर पर लगाई गई वैदिक घड़ी का निरीक्षण किया गया. रविवार को ही वॉच टावर पर वैदिक घड़ी को स्थापित किया गया है. बताया जाता है कि यह घड़ी दुनिया की अपने आपमें पहली घड़ी है.
वैदिक घड़ी में होंगे 30 घंटे, 48 मिनट का घंटा
इस वैदिक घड़ी को स्थापित करने वाले सुशील गुप्ता ने बताया कि यह घड़ी 30 घंटे की रहेगी. इसमें हमारा इंडियन स्टैंडर्ड टाइम है. उनके अनुसार 48 मिनट का एक घंटा है. वैदिक समय के साथ ही अलग-अलग मुहूर्त ये घड़ी दिखाएगी. गुप्ता के अनुसार पुरानी कालगणना के आधार पर कैलकुलेशन करके ये वैदिक घड़ी बनाई है. वॉच टावर पर करीब 80 फीट की उंचाई पर क्रेन की सहायता से इसे लगाया गया.
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वैदिक घड़ी में चौघड़िया से लेकर तमाम प्रकार के मुहूर्त
गौरतलब है कि उज्जैन में विक्रम संवत के नाम से मुहूर्त और पंचांग निकलता है. पूरी दुनिया विक्रम संवत से चलती है. वहीं मंगल का जन्म स्थान भी उज्जैन है. कृष्ण की शिक्षस्थली भी उज्जैन है. यहां पर जयपुर के राजा सवाई मानसिंह द्वारा जंतर मंतर की स्थापना की गई थी. इस वैदिक घड़ी को जंतर मंतर के पास 80 फीट टॉवर पर लगाया गया है. अभी इसका ट्रायल किया जा रहा है. इसमें चौघड़िया से लेकर तमाम प्रकार के मुहूर्त देखे जा सकेंगे.