उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में स्थित महाकालेश्वर मंदिर में आगजनी की घटनाओं से निपटने के इंतजाम कर दिए गए हैं. होली पर हुई आग की घटना से सबक लेते हुए महाकाल मंदिर प्रशासन ने सुरक्षा के लिए अत्याधुनिक फायर सिस्टम लगाया है. मंदिर और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया गया है. इस फायर सिस्टम को संचालित करने को लेकर कर्मचारियों को ट्रेनिंग भी दी गई है.
महाकाल मंदिर में लगा फायर सुरक्षा सिस्टम
महाकाल मंदिर में होली पर हुई घटना के बाद बड़ौदा की विमल फायर कंपनी ने दान के रूप में मंदिर में अत्याधुनिक फायर सुरक्षा सिस्टम लगाया है. इस सिस्टम को गर्भगृह के बाहर, देहरी और नंदी हॉल में स्थापित किया गया है. इस सिस्टम में आग लगते ही फायर सिस्टम स्वत: एक्टिव हो जाएगा. माइनस 58°C तापमान से ज्यादा होने पर अलार्म बजेगा. इस फायर सिस्टम में ऑटोमेटिक सेंसर भी लगे हैं, जो तापमान बढ़ते ही एक्टिव हो जाएंगे. सायरन बजने के साथ ही फायर एक्सटिंग्विशर काम शुरू कर देगा. जिससे आग को तुरंत काबू में लाया जा सकेगा.
कर्मचारियों को दी गई ट्रेनिंग
इस मामले में महाकाल मंदिर प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि 'फिलहाल यह सिस्टम गर्भगृह के बाहर लगाया गया है. जल्द ही पूरे मंदिर परिसर में इसे इंस्टॉल किया जाएगा.' मंदिर के 20 कर्मचारियों को इस सिस्टम के संचालन की ट्रेनिंग भी दी गई है. जिससे वे आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई कर सकें. आग से सुरक्षा के इस नए कदम से महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और भी मजबूत हो गई है. जिससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकेगा.
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होली पर महाकाल मंदिर में हुई थी आगजनी
गौरतलब है कि 25 मार्च 2024 को होली के दिन महाकाल मंदिर में बड़ा हादसा हो गया था. भस्म आरती के दौरान गर्भगृह में अचानक भीषण आग लग गई थी. घटना में करीब 14 पुजारी झुलस गए थे. वहीं इलाज के दौरान सेवक सत्यनारायण सोनी की मौत हो गई थी. इस घटना के मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए गए थे. जहां जांच रिपोर्ट में आग की वजह गुलाल बताई गई थी. बताया गया था कि गुलाल की वजह से आग भड़की थी.