उज्जैन: महाकाल की नगरी उज्जैन में भस्म आरती में प्रवेश दिलाने के नाम पर श्रद्धालुओं से ठगी करने वाले 2 आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी एक ई-रिक्शा चालक और दूसरा प्रसादी बेचने वाला व्यक्ति है. उत्तर प्रदेश के आगरा से आए भक्तों ने इन दोनों पर ठगी करने का आरोप लगाया था, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई है.
जालसाजों के झांसे में इस तरह फंसे भक्त
जानकारी के मुताबिक, आगरा से आए श्रद्धालु डॉ. सोहन उपाध्याय और उनके मित्र गगन शर्मा रविवार को उज्जैन पहुंचे थे. श्रद्धालुओं ने रेलवे स्टेशन के बाहर एक ई-रिक्शा चालक से संपर्क किया, जिसने उन्हें शहर के छोटे-बड़े मंदिरों को घुमाने की पेशकश की. इसके साथ ही उसने भस्म आरती में प्रवेश दिलाने और भगवान के पूजन-अभिषेक का झांसा भक्तों को दिया. साथ ही इसके एवज में प्रति व्यक्ति 4000 रुपये की मांग की. इसके बाद श्रद्धालुओं ने आरोपी को 1200 रुपए ऑनलाइन और 2800 रुपए नगद भुगतान कर दिए. बाकी के 4000 रुपए आरती के बाद देने की बात तय हुई.
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पुलिस ने दोनों आरोपियों को किया गिरफ्तार
थोड़ी देर बाद ई-रिक्शा चालक ने सभी भक्तों को एक व्यक्ति से मिलवाया, जिसे उसने मंदिर का पंडित बताया. कथित पंडित ने भक्तों को रात 1 बजे भारत माता मंदिर के सामने स्थित एक दुकान पर पहुंचने और दिए गए नंबर पर कॉल करने के लिए कहा. आरोपी के द्वारा बताए गए स्थान पर श्रद्धालु रात को पहुंचे, लेकिन आरोपी वहां नहीं मिले और फोन भी नहीं उठाया. इसके बाद ठगी का एहसास होने पर पीड़ितों ने पुलिस को जानकारी दी. उज्जैन एडिशनल एसपी नितेश भार्गव ने बताया कि पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी गौरव और अर्जुन को गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी ई-रिक्शा चालक है और दूसरा व्यक्ति फूल-प्रसादी बेचने का काम करता है. मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आगे की जांच जारी है.