नूंह: हरियाणा के नूंह में उजीना ड्रेन के ऊपर गंगवानी गांव में पिछले करीब 1 साल से जो पुल टूटा हुआ था, अब वह जल्दी ही बनकर तैयार होगा. सिंचाई विभाग ने इस पर निर्माण कार्य बरसात थमते ही तेज कर दिया है। इस पुल पर तकरीबन पौने 3 करोड़ रुपये की लागत आएगी. सिंचाई विभाग के जूनियर इंजीनियर के मुताबिक पुल की चौड़ाई लगभग 24 फिट होगी. जबकि इसकी लंबाई तकरीबन 60 फीट होगी.
पुल टूटने से परेशान हैं ग्रामीण: आपको बता दें कि यह पुल कंडम होने के चलते करीब 1 साल पहले डैमेज हो गया था. यह पुल अकबरपुर, गंगवानी, झारपुडी, बादली, मामलीका इत्यादि आधा दर्जन से अधिक गांवों को आपस में जोड़ता था. इस पुल से इन गांवों के किसान अपने खेतों में जुताई, बिजाई, सिंचाई करने के अलावा फसल कटाई इत्यादि के लिए जाते थे. इस पुल के टूटे होने के चलते बरसात के सीजन में ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. खासकर उन महिलाओं को जो रोजाना पानी में से निकलकर हरा चारा पशुओं के लिए लेकर आती है.
खेतों में जाने नहीं जा पा रहे ग्रामीण: पुल टूटने की वजह से कई किलोमीटर लंबे रास्ते से लोगों को अपने खेतों तक पहुंचना पड़ता था. लेकिन जैसे ही बरसात थमी, सिंचाई विभाग ने इस पुल का निर्माण शुरू कर दिया है. इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है. उन्होंने कहा कि पिछले कई महीने से उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था. लेकिन निर्माण कार्य शुरू होने से अब उनकी मुसीबत कम होती दिखाई दे रही है. इस बार बरसात अधिक हुई थी और बरसाती पानी की निकासी के लिए यह उजीना ड्रेन कई दशक पहले बनाई गई थी. इसमें तेज बहाव की वजह से काफी दिनों तक लोगों का कटाव अपने खेतों से पूरी तरह से हो गया था. ग्रामीण अपने खेतों में कटाई, सिंचाई इत्यादि करने तक के लिए नहीं जा पा रहे थे.
बरसात के बाद से पुल निर्माण कार्य जारी: अब इस पुल के निर्माण के बाद लंबे समय तक आधा दर्जन गांवों के किसानों को एवं आमजन को काफी राहत मिलने की उम्मीद जताई जा रही है. ग्रामीणों के मुताबिक तकरीबन चार-पांच दशक पहले इस पुल का निर्माण हुआ था. जो जर्जर हो गया था और जर्जर होने के चलते तकरीबन 1 साल पहले इसे तोड़ दिया गया था. लेकिन उसके बाद बरसाती सीजन आ गया और बरसात के सीजन में इस पर निर्माण कार्य करना विभाग के लिए टेढ़ी खीर साबित हो गया. विभाग के इंजीनियर ने कहा कि बरसात के सीजन की वजह से निर्माण कार्य में देरी हुई थी. लेकिन अब इस निर्माण कार्य की रफ्तार बढ़ा दी जाएगी. ताकि लोगों को जल्द ही राहत मिल सके.
ये भी पढ़ें: दिवाली आते ही एक्शन मोड में खाद्य एवं सुरक्षा विभाग, जींद और नरवाना में 13 दुकानों पर ताबड़तोड़ छापेमारी
ये भी पढ़ें: फरीदाबाद में अवैध पटाखा बेचने वालों पर FIR, सिर्फ ग्रीन पटाखों को मंजूरी, पराली जलाने वाले किसानों पर भी कार्रवाई