उदयपुर: दक्षिणी राजस्थान के गोगुंदा इलाके में आदमखोर पैंथर का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है तो वहीं दूसरी ओर अब इस मुद्दे पर सियासत भी शुरू हो गई है. उदयपुर से भाजपा सांसद मन्नालाल रावत ने सोशल मीडिया पर आदमखोर पैंथर को लेकर एक बयान दिया, जिसे लेकर कांग्रेस पार्टी समेत अन्य पार्टियों ने उन पर सवाल खड़े किए हैं. मन्नालाल रावत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कहा, 'गोगुंदा-सायरा इलाके में आदमखोर पैंथर कहीं बाप पार्टी ने हथियार के रूप में जंगल में तो नहीं छोड़ा है'. सांसद का यह पोस्ट सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर उनकी काफी किरकिरी हो रही है.
लोगों की मौत फिर सियासत : दरअसल, राजस्थान का गोगुंदा इलाका एक आदमखोर पैंथर के कारण पिछले एक महीने से दहशत और भय के माहौल में है. इस आदमखोर पैंथर ने अब तक 7 लोगों को मौत के घाट उतार चुका है तो वहीं बड़ी संख्या में मवेशियों पर भी हमले किए हैं. इस पैंथर को पकड़ने के लिए लगातार वन विभाग, पुलिसकर्मी और शूटर तैनात किए गए हैं तो वहीं दूसरी ओर अब भाजपा सांसद का यह बयान सामने आने के बाद कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं.
उदयपुर से कांग्रेस के सांसद प्रत्याशी रहे ताराचंद मीणा ने सांसद रावत के इस बयान पर कहा कि यह बचकाना बयान है. उन्होंने कहा कि सांसद जैसे पद पर बैठे हुए व्यक्ति को इस तरह का बयान देना शोभा नहीं देता है. ताराचंद मीणा ने कहा कि उदयपुर सांसद को सभी डिपार्टमेंट के अधिकारियों से समन्वयक कर आदमखोर पैंथर को पकड़ने का प्लान तैयार करना चाहिए, क्योंकि इस इलाके में लगातार लोगों की आदमखोर पैंथर के हमले के कारण जान जा रही है.
हालांकि, इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने उदयपुर सांसद मन्नालाल रावत से बातचीत की उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले को लेकर बाप पार्टी के लोग लगातार गलत बयानबाजी कर रहे हैं. भारत आदिवासी पार्टी के कार्यकर्ताओं के बयानबाजी को लेकर उदयपुर सांसद ने यह प्रतिक्रिया जाहिर की है. सांसद ने कहा कि आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए सरकार लगातार कदम उठा रही है. उसे शूट करने की भी आदेश दिए गए हैं. इसके बावजूद भी कुछ लोग भ्रम फैलाने का काम करते हैं, आखिर क्यों ? हालांकि, पिछले एक महीने से लगातार इस आदमखोर पैंथर को पकड़ने के लिए वन विभाग, पुलिसकर्मी और अन्य शूटर सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, लेकिन अभी तक पैंथर का कोई सुराग नहीं मिला है.