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लोध फॉल के पास सुरक्षा मानकों की अनदेखी करना युवकों को पड़ा भारी, आधे घंटे तक हलक में अटकी रही जान - Two tourists got trapped

Two tourists got stuck. लातेहार जिले में स्थित लोध फॉल की धारा में दो पर्यटक फंस गए थे. आधे घंटे तक उनकी जान हलक में अटकी रही. वहां मौजूद पर्यटन मित्रों ने कड़ी मशक्कत से उनकी जान बचा ली.

TWO TOURISTS GOT TRAPPED
लोध फॉल में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Aug 19, 2024, 1:48 PM IST

लातेहारः जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल लोध फॉल के पास पर्यटकों की सुरक्षा के लिए जो मापदंड तय किए गए हैं, उस मापदंड का उल्लंघन करना काफी खतरनाक हो सकता है. इसी प्रकार का एक नजारा लोध फॉल के पास दिखा. यहां दो पर्यटकों के द्वारा सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया गया. इस कारण दोनों पर्यटकों की जान लगभग आधे घंटे तक खतरे में पड़ी रही. हालांकि फॉल के पास सक्रिय पर्यटन मित्रों के द्वारा सक्रियता दिखाते हुए दोनों युवकों को सकुशल फॉल की धारा से बाहर निकाला गया.

लोध फॉल में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू (ईटीवी भारत)

दरअसल लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड के रहने वाले दो युवक लोध फॉल घूमने गए थे. इसी बीच दोनों युवक उत्साहित होकर फॉल की मुख्य धारा के निकट पहुंच गए. जबकि लोध फॉल के पास स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि किसी भी सूरत में पानी के निकट न जाए. फॉल के पास तैनात पर्यटन मित्रों ने भी दोनों युवकों को उधर नहीं जाने की चेतावनी दी थी. परंतु युवक सुरक्षा के इस मानक का उल्लंघन करते हुए फॉल की मुख्य धारा के पास चले गए. इसी बीच छत्तीसगढ़ में हुई बारिश के कारण अचानक फॉल में पानी बढ़ गया. जिसके कारण दोनों युवक बीच धारा में फंस गए. दोनों युवक धारा के बीच स्थित एक पत्थर पर खड़े होकर मदद के लिए पुकारने लगे.

पर्यटन मित्रों ने बचाई युवकों की जान

इधर फॉल के मुख्य धारा में युवकों के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद यहां कार्यरत पर्यटन मित्रों ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल रेस्क्यू अभियान आरंभ कर दिया. दो मजबूत लकड़ियों के सहारे फॉल के धारा के बीच पुलिया बनाकर दोनों युवकों को धारा से बाहर निकाला गया. लगभग आधा घंटे तक फॉल की धारा के बीच से सुरक्षित बाहर निकालने के बाद युवकों के साथ-साथ पर्यटन मित्रों ने भी राहत की सांस ली. यहां बताते चलें कि लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड में स्थित लोध फॉल झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात है. यहां लगभग 143 मीटर की ऊंचाई से पानी पहाड़ी से सीधे जमीन पर गिरता है.

लोध फॉल के मुख्य धारा में फंसे युवकों को रेस्क्यू करते पर्यटन मित्र, सुरक्षा मानकों का पालन करें- एसडीएम

इधर लातेहार जिले के महुआडांड़ एसडीएम रतन कुमार ने कहा कि जो भी पर्यटक किसी भी पर्यटन स्थल में घूमने जाते हो तो वहां तय की गई सुरक्षा के मानकों का अनिवार्य रूप से पालन करें. उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर पर्यटन मित्र या सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. लोध फॉल, सुगा बांध समेत अन्य पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए रास्ता तय किया गया है. इसलिए सभी पर्यटकों से अपील है कि प्रशासन के द्वारा बनाए गए सुरक्षा के मानकों का अनिवार्य रूप से पालन करें.

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बारिश के बाद लोगों को लुभाने लगी लोध फॉल की खूबसूरती, दूर-दूर से आनंद उठाने पहुंच रहे लोग - Lodh waterfall

लातेहारः जिले के प्रसिद्ध पर्यटक स्थल लोध फॉल के पास पर्यटकों की सुरक्षा के लिए जो मापदंड तय किए गए हैं, उस मापदंड का उल्लंघन करना काफी खतरनाक हो सकता है. इसी प्रकार का एक नजारा लोध फॉल के पास दिखा. यहां दो पर्यटकों के द्वारा सुरक्षा मानकों का उल्लंघन किया गया. इस कारण दोनों पर्यटकों की जान लगभग आधे घंटे तक खतरे में पड़ी रही. हालांकि फॉल के पास सक्रिय पर्यटन मित्रों के द्वारा सक्रियता दिखाते हुए दोनों युवकों को सकुशल फॉल की धारा से बाहर निकाला गया.

लोध फॉल में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू (ईटीवी भारत)

दरअसल लातेहार जिले के बालूमाथ प्रखंड के रहने वाले दो युवक लोध फॉल घूमने गए थे. इसी बीच दोनों युवक उत्साहित होकर फॉल की मुख्य धारा के निकट पहुंच गए. जबकि लोध फॉल के पास स्पष्ट रूप से लिखा हुआ है कि किसी भी सूरत में पानी के निकट न जाए. फॉल के पास तैनात पर्यटन मित्रों ने भी दोनों युवकों को उधर नहीं जाने की चेतावनी दी थी. परंतु युवक सुरक्षा के इस मानक का उल्लंघन करते हुए फॉल की मुख्य धारा के पास चले गए. इसी बीच छत्तीसगढ़ में हुई बारिश के कारण अचानक फॉल में पानी बढ़ गया. जिसके कारण दोनों युवक बीच धारा में फंस गए. दोनों युवक धारा के बीच स्थित एक पत्थर पर खड़े होकर मदद के लिए पुकारने लगे.

पर्यटन मित्रों ने बचाई युवकों की जान

इधर फॉल के मुख्य धारा में युवकों के फंसे होने की सूचना मिलने के बाद यहां कार्यरत पर्यटन मित्रों ने तत्परता दिखाते हुए तत्काल रेस्क्यू अभियान आरंभ कर दिया. दो मजबूत लकड़ियों के सहारे फॉल के धारा के बीच पुलिया बनाकर दोनों युवकों को धारा से बाहर निकाला गया. लगभग आधा घंटे तक फॉल की धारा के बीच से सुरक्षित बाहर निकालने के बाद युवकों के साथ-साथ पर्यटन मित्रों ने भी राहत की सांस ली. यहां बताते चलें कि लातेहार जिले के महुआडांड़ प्रखंड में स्थित लोध फॉल झारखंड का सबसे ऊंचा जलप्रपात है. यहां लगभग 143 मीटर की ऊंचाई से पानी पहाड़ी से सीधे जमीन पर गिरता है.

लोध फॉल के मुख्य धारा में फंसे युवकों को रेस्क्यू करते पर्यटन मित्र, सुरक्षा मानकों का पालन करें- एसडीएम

इधर लातेहार जिले के महुआडांड़ एसडीएम रतन कुमार ने कहा कि जो भी पर्यटक किसी भी पर्यटन स्थल में घूमने जाते हो तो वहां तय की गई सुरक्षा के मानकों का अनिवार्य रूप से पालन करें. उन्होंने कहा कि पर्यटन स्थलों पर पर्यटन मित्र या सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं. लोध फॉल, सुगा बांध समेत अन्य पर्यटन स्थलों पर घूमने के लिए रास्ता तय किया गया है. इसलिए सभी पर्यटकों से अपील है कि प्रशासन के द्वारा बनाए गए सुरक्षा के मानकों का अनिवार्य रूप से पालन करें.

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