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कुवैत अग्निकांड में मारे गये गोपालगंज के दो युवकों का शव पहुंचा गांव, मची चीख पुकार - Kuwait fire incident

Gopalganj Two people died in Kuwait कुवैत अग्निकांड में गोपालगंज के दो लोगों की मौत हो गई थी. शनिवार को उनका शव पैतृक गांव पहुंचा. शव पहुंचते ही दोनों मृतकों के परिवार में कोहराम मच गया. आस पास के लोगों की भीड़ जमा हो गयी. चारों ओर चीख पुकार से महौल गमगीन हो गया. पढ़ें, विस्तार से.

गोपालगंज के दो लोगों की मौत
गोपालगंज के दो लोगों की मौत (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Jun 15, 2024, 10:46 PM IST

गोपालगंज के दो लोगों की मौत. (ETV Bharat)

गोपालगंज: कुवैत के अल-मंगफ इमारत में लगी आग में 45 भारतीयों की मौत हो गयी थी. इनमें गोपालगंज जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के सपहां गांव निवासी रामधारी सिंह के 45 वर्षीय पुत्र शिव शंकर सिंह कुशवाहा और पंचदेवरी प्रखंड के बनकटिया टोला कली छापर गांव निवासी रघुनाथ गिरी के 35 वर्षीय बेटे अनिल गिरी शामिल हैं. शुक्रवार की देर शाम तक शव दिल्ली एंबेसी पहुंचा था. वहां से शनिवार की सुबह पटना लाया गया. जहां से बिहार सरकार की देखरेख में गोपालगंज स्थित उनके पैतृक निवास पर शव पहुंचाया गया.

गांव में लगी भीड़.
गांव में लगी भीड़. (ETV Bharat)

कैसे हुई मौतः मिली जानकारी के अनुसार हादसा वाले दिन शिवशंकर सिंह कुशवाहा अल-मंगफ इमारत में काम कर रहा था. जिस वजह से वो आग की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई. शिवशंकर पिछले एक दशक से कुवैत में रहकर कंपनी में फोरमेन के पद पर काम कर रहा था. जबकि, अनिल गिरी एनबीटीसी कंपनी में फेब्रिकेशन का काम करता था. वहां अपने एक रिश्तेदार के साथ रहता था.

गांव पहुंचा शव.
गांव पहुंचा शव. (ETV Bharat)

होनी को कुछ और मंजूर थाः शिव शंकर सिंह की पार्थिव शरीर जैसे ही उनके गांव पहुंचा, अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. शिव शंकर का साला अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि बेटों को पढ़ाने के लिए अंतिम बार कुवैत कमाने गया था, जहां अग्निकांड में उसकी मौत हो गयी. अखिलेश के अनुसार शिव शंकर ने कहा था कि आखिरी बार कुवैत जा रहे हैं, फिर नहीं जाएंगे. इसके बाद परिवार के साथ ही जिंदगी बिताएंगे. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था.

गांव में लगी भीड़.
गांव में लगी भीड़. (ETV Bharat)

एक दिन पहले ही फोन पर हुई थी बातः अनिल गिरी के गांव में भी मातम पसरा था. मिली जानकारी के अनुसार अनिल 15 माह पहले कुवैत गया था. वह दूसरी बार गया था. घटना के एक दिन पहले ही पत्नी प्रियंका एवं बच्चों से फोन पर बात हुई थी. अग्निकांड के दिन ही उनके रिश्तेदार के द्वारा घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई थी. मौत की खबर के बाद पत्नी प्रियंका, 10 वर्षीय बेटा मन्नत, 14 वर्षीय बेटी महक, मां आदरमती देवी और पिता रघुनाथ प्रसाद गिरी का रो रोकर बुरा हाल था.

इसे भी पढ़ेंः कुवैत अग्निकांड : 45 भारतीयों के पार्थिव शरीर लेकर भारतीय वायुसेना का विमान कोच्चि के लिए रवाना - Kuwait fire tragedy

इसे भी पढ़ेंः कुवैत अग्निकांड : NBTC ग्रुप ने पीड़ितों के परिजनों को 8-8 लाख रुपये देने का किया ऐलान - kuwait Fire Accident

गोपालगंज के दो लोगों की मौत. (ETV Bharat)

गोपालगंज: कुवैत के अल-मंगफ इमारत में लगी आग में 45 भारतीयों की मौत हो गयी थी. इनमें गोपालगंज जिले के गोपालपुर थाना क्षेत्र के सपहां गांव निवासी रामधारी सिंह के 45 वर्षीय पुत्र शिव शंकर सिंह कुशवाहा और पंचदेवरी प्रखंड के बनकटिया टोला कली छापर गांव निवासी रघुनाथ गिरी के 35 वर्षीय बेटे अनिल गिरी शामिल हैं. शुक्रवार की देर शाम तक शव दिल्ली एंबेसी पहुंचा था. वहां से शनिवार की सुबह पटना लाया गया. जहां से बिहार सरकार की देखरेख में गोपालगंज स्थित उनके पैतृक निवास पर शव पहुंचाया गया.

गांव में लगी भीड़.
गांव में लगी भीड़. (ETV Bharat)

कैसे हुई मौतः मिली जानकारी के अनुसार हादसा वाले दिन शिवशंकर सिंह कुशवाहा अल-मंगफ इमारत में काम कर रहा था. जिस वजह से वो आग की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई. शिवशंकर पिछले एक दशक से कुवैत में रहकर कंपनी में फोरमेन के पद पर काम कर रहा था. जबकि, अनिल गिरी एनबीटीसी कंपनी में फेब्रिकेशन का काम करता था. वहां अपने एक रिश्तेदार के साथ रहता था.

गांव पहुंचा शव.
गांव पहुंचा शव. (ETV Bharat)

होनी को कुछ और मंजूर थाः शिव शंकर सिंह की पार्थिव शरीर जैसे ही उनके गांव पहुंचा, अंतिम दर्शन के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी. शिव शंकर का साला अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि बेटों को पढ़ाने के लिए अंतिम बार कुवैत कमाने गया था, जहां अग्निकांड में उसकी मौत हो गयी. अखिलेश के अनुसार शिव शंकर ने कहा था कि आखिरी बार कुवैत जा रहे हैं, फिर नहीं जाएंगे. इसके बाद परिवार के साथ ही जिंदगी बिताएंगे. लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था.

गांव में लगी भीड़.
गांव में लगी भीड़. (ETV Bharat)

एक दिन पहले ही फोन पर हुई थी बातः अनिल गिरी के गांव में भी मातम पसरा था. मिली जानकारी के अनुसार अनिल 15 माह पहले कुवैत गया था. वह दूसरी बार गया था. घटना के एक दिन पहले ही पत्नी प्रियंका एवं बच्चों से फोन पर बात हुई थी. अग्निकांड के दिन ही उनके रिश्तेदार के द्वारा घटना की सूचना परिजनों को दे दी गई थी. मौत की खबर के बाद पत्नी प्रियंका, 10 वर्षीय बेटा मन्नत, 14 वर्षीय बेटी महक, मां आदरमती देवी और पिता रघुनाथ प्रसाद गिरी का रो रोकर बुरा हाल था.

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