गोरखपुर: सोमवार को मंडलीय कारागार गोरखपुर में एचआईवी पीड़ित मिले सीरियल रेपिस्ट के बाद, बुधवार को जेल में बंद दो महिला बंदी भी एचआईवी पॉजीटिव पाई गई हैं. इसके बाद जेल प्रशासन के होश उड़ गए हैं. फिलहाल इन दोनों महिला बंदियों को एक बैरेक में रखा गया है. इन्हें रेलवे स्टेशन से चोरी के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद यह सोमवार को जेल भेजी गई थीं. स्वास्थ्य परीक्षण की जब उनकी रिपोर्ट आई है तो रिपोर्ट को देख जेल के अधिकारी चौंक गए, क्योंकि इन दोनों की एचआईवी रिपोर्ट पॉजिटिव है.
इनसे पहले जिस सीरियल रेपिस्ट की रिपोर्ट एचआईवी की पॉजिटिव आई थी, वह हिस्ट्रीशीटर भी है. उसने अपनी डायरी में कई रेप का उल्लेख खुद कर रखा है. कुस्मही जंगल में घूमने आने वाले प्रेमी- प्रेमिका के साथ वह रेप की वारदात को अंजाम देता था. महिला चोरों के एचआईवी पॉजिटिव होने के बाद, वर्तमान में गोरखपुर जेल में 36 एचआईवी पॉजिटिव कैदी बंद हैं. यह महिला चोर, चोरी करने के आरोप में शुक्रवार को पकड़ी गईं थीं, जो मुजफ्फरपुर (बिहार) की रहने वाली हैं.
इन दोनों से पूछताछ के आधार पर पुलिस को सोमवार को तीन और चोरों को पकड़ने में कामयाबी मिली थी. इनमें दो चोर पकड़ी गई चोरनियों के पति हैं. जेल प्रशासन अब उन दोनों चोरों की भी एचआईवी जांच कराने की तैयारी में है. जेल प्रशासन की मानें तो इन तीन पॉजिटिव केस मिलने के बाद एचआईवी पॉजिटिव बंदियों की संख्या 36 हो गई है. समय से दवा के साथ ही उन्हें पौष्टिक आहार भी दिया जा रहा है.
जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पांडेय बताते हैं कि एचआईवी पॉजिटिव कैदियों को अलग बैरक में रखा गया है. उनसे संबंधित अन्य बंदियों की भी स्वास्थ्य जांच कराई जा रही है. एचआईवी पॉजिटिव बंदियों की जांच के लिए डॉक्टर जेल हर महीने जेल में आते हैं. जेल के अंदर उन पर निगरानी रखी जाती है, लेकिन यह कैसे संक्रमित हुए यह डॉक्टर ही शायद बता पाएं.