जमुई: बिहार के जमुई में डायरिया का प्रकोप बढ़ता नजर आ रहा है, जिले के खैरा प्रखंड क्षेत्र के जीत झिंगोई टोले में डायरिया की वजह से एक ही परिवार के दो लोगों की अबतक मौत हो चुकी है. वहीं आधा दर्जन लोग इसकी चपेट में हैं. बढ़ते मामलों को देखते हुए सीएस के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव पहुंचकर पीड़ितो का इलाज कर रही है.
नाना और नातिन की हुई मौत: बताया जा रहा है कि डायरिया की चपेट में आने से झिंगोई महादलित टोले में अबतक नाना-नातिन सहित दो की मौत हो चुकी है. घटना की सूचना मिलते ही सिविल सर्जन कुमार महेंद्र प्रताप सिंह और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा के चिकित्सक रास बिहारी तिवारी अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साथ जीत झिंगोई गांव पहुंचकर स्थिति का जायजा ले रहे हैं.
अलर्ट मोड में स्वास्थ्य विभाग की टीम: डायरिया से पीड़ित लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा में भर्ती कराया गया. जहां चिकित्सक के द्वारा सभी पीड़ितों का इलाज किया जा रहा है. मृतक की पहचान जीत झिंगोई निवासी 40 वर्षीय बूचा मांझी और उसकी 5 वर्षीय नातिन के रूप में हुई है. बताया जा रहा है कि जीत झिंगोई गांव में डायरिया फैलने के बाद देखते ही देखते आसपास के गांव में भी इसका प्रकोप काफी तेजी से बढ़ने लगा है.
पीड़ितों का चल रहा इलाज: जीत झिंगोई के सरपंच अनिल दास एवं अन्य जनप्रतिनिधियों को सूचना मिली तो उन्होंने तुरंत सिविल सर्जन जमुई को इसकी जानकारी दी. सीविल सर्जन कुमार महेंद्र प्रताप ने बताया कि सूचना मिलते ही स्थिति का जायजा लेने पहुंच गए. डायरिया से पीड़ित परिवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र खैरा में भर्ती कराया गया है.
"डायरिया से कैसे बचा जाए इसको लेकर स्थानीय लोगों को जागरूक किया गया. जानकारी के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम मौके पर पहुंचकर पीड़ितों का इलाज करने में जुटी है, घबराने की जरूरत नहीं है."-कुमार महेंद्र प्रताप, सीविल सर्जन
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