मेरठः जिले में 2 सिपाहियों द्वारा घड़ी कारोबारी को हनीट्रैप में फंसाकर ब्लैकमेल करने का मामला सामने आया है. पीड़ित व्यापारी की शिकायत पर सिपाहियों को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया. इसके साथ ही SSP ने पूरे मामले पर विभागीय जांच के आदेश देते हुए 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है.
जानकारी के मुताबाकि, मेडिकल थाना क्षेत्र के जागृति विहार निवासी घड़ी के कारोबारी दुकान पर 6 अगस्त को एक महिला पहुंची थी. महिला ने व्यापारी को बताया कि वह सोमदत्त सिटी के निवासी है. उसे कारोबार में पैसा लगाना है. व्यापार की बातचीत करने और पति से मिलवाने की बात कहकर व्यापारी को अपने घर बुला लिया. व्यापारी जैसे ही महिला के बताए पते पर पहुंचा तभी सिपाही नीरज कुमार, देवकरण एवं के डी शर्मा और 1 अज्ञात युवक पहुंच गए. इन लोगों ने महिला के साथ व्यापारी को पकड़ लिया. पहले व्यापारी को खूब पीटा फिर नंगा कर वीडियो बना लिया. इसके साथ ही मेडिकल थाना पुलिस बताकर झूठे केस में फंसाने की धमकी दी. आरोप है कि कारोबारी की सोने की अंगूठी और 20 हजार रुपए तुरंत ले लिए.
इसके बाद 9 अगस्त की सुबह 10.30 बजे दोनों सिपाही व्यापारी की दुकान पर दोबारा पहुंचे. यहां से पांच महंगी घड़ी और कुछ रकम ले ली. इसके बाद इसी दिन रात के समय दोबारा कारोबारी के घर पहुंचे और 50 हजार रुपए मांगने लगे. इस दौरान कारोबारी के भतीजे ने अपने कुछ छात्र दोस्तों से मदद मांगी.
छात्रों दोनों सिपाहियों को वहीं छात्रों ने दबोच लिया.
पूछताछ में पता चला कि दोनों सिपाही अपने एक साथी के साथ मिलकर हनीट्रैप गैंग चला रहे हैं. दोनों सिपाही को पकड़ने के बाद मेडिकल थाना पुलिस को सूचना दी. दरोगा आशीष रस्तोगी ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लिया. पूछताछ एक अन्य आरोपी के नाम का खुलासा हुआ, जिसके बारे में पुलिस जानकारी करने में लगी है. छात्रों ने आरोपियों से पूछताछ कर वीडियो भी बनाई है, जिसे पुलिस अफसरों को दिया गया. व्यापारी को ब्लैकमेल करने वाला सिपाही देवकरण फलावदा थाना और दूसरा नीरज कुमार बागपत पुलिस लाइन में तैनात है. वर्तमान में जेल पर ड्यूटी चल रही है. आरोपियों के मोबाइल से व्यापारी के वीडियो मिले हैं. वहीं, तीसरे आरोपी का नाम केडी शर्मा और 1 अज्ञात युवक है.
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि मेडिकल थाना क्षेत्र में एक कारोबारी को हनीट्रैपिंग में फंसाने का मामला सामने आया है. कारेबारी की तरफ से तहरीर दी गई है. दो सिपाहियों को निलंबित किया गया है और दो लोगों को पकड़ा है. मामले की जांच सीओ सिविल लाइंस को दी गई है और 24 घंटे में जांच रिपोर्ट मांगी है.