कोरबा: साहू समाज के खिलाफ गलत भाषा का इस्तेमाल करने वाले दो बीजेपी कार्यकर्ताओं पर गाज गिरी है. पुलिस ने जहां दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है वहीं पार्टी ने दोनों को बीजेपी से निष्कासित कर दिया. साहू समाज के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी करने वालों के खिलाफ एक्शन की मांग को लेकर चक्काजाम भी किया.
पंडरिया में साहू समाज का उग्र आंदोलन: पंडरिया ब्लॉक में साहू समाज को लेकर की गई टिप्पणी का मुद्दा गर्माता जा रहा है. शनिवार को साहू समाज के लोग बड़ी संख्या में सड़कों पर उतरे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. गांधी चौक में जमा हुए साहू समाज के लोगों ने प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि साहू समाज को अगर अपमानित करने की कोशिश की जाएगी तो हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
नाराज लोगों ने किया चक्काजाम: साहू समाज के लोग बड़ी संख्या में गांधी चौक पर जुट गए थे. आंदोलन में शामिल महिलाएं और बच्चों सहित बड़े बुजुर्गों ने भी सड़क जाम कर दिया. उग्र भीड़ ने गांधी चौक आने वाली तीनों सड़कों को बंद कर दिया. सड़के बंद होने से गाड़ियों की लंबी लंबी कतारें लग गई. जाम लगने से कवर्धा मुख्य मार्ग, लोरमी को जोड़ने वाली सड़क और मध्यप्रदेश जाने वाली सड़क बंद हो गई.
मौके पर पहुंची पुलिस टीम: चक्काजाम और आंदोलन की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंची. भीड़ को समझाने के साथ पुलिस ने लोगों को वहां से हटाने की कोशिश शुरु कर दी. भीड़ को समझाने के दौरान कई बार लोग उग्र होते भी नजर आए. पुलिस ने धैर्य के साथ भीड़ को धीरे धीरे कर काबू में किया और लोगों को समझा बुझाकर वहां से हटाया.
बीजेपी के कार्यकर्ता सम्मेलन में सोनू ठाकुर और मोनू ठाकुर ने समाज विशेष के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया. समाज के लोगों को धमकी दी और अपमानित किया. इस बात को लेकर लोग गुस्से में हैं. - विष्णु प्रसाद साहू, अध्यक्ष साहू समाज
कार्यकर्ता सम्मेलन में दो लोगों के बीच विवाद हुआ था. विवाद के बाद नाराज लोगों ने चक्काजाम कर दिया. पुलिस ने आरोपी लोगों को गिरफ्तार कर लिया. पकड़े गए लोगों ने बाद में समाज के लोगों के सामने माफी मांग ली. विवाद अब खत्म हो गया है. - पंकज पटेल, एसडीओपी, पंडरिया
भीड़ ने की आरोपियों की गिरफ्तारी मांग: भीड़ की मांग थी कि जिन लोगों ने अभद्र टिप्पणी की है उनको गिरफ्तार किया जाए. पुलिस ने आनन फानन में दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों को जब मामले की जानकारी लगी तब उन्होने दोनों कार्यकर्ताओं को पार्टी से निष्कासित कर दिया. पकड़े गए बीजेपी कार्यकर्ताओं ने साहू समाज के अपने किए गये व्यवहार के लिए माफी भी मांगी. माफी मांगे जाने के बाद साहू समाज के लोगों का गुस्सा शांत हुआ.